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नापतौल लक्की ड्रा से सावधान, आपका एकाउंट हो सकता है खाली। जालसाजी का नया तरकीब आया सामने।

नापतौल लक्की ड्रा से सावधान, आपका एकाउंट हो सकता है खाली। जालसाजी का नया तरकीब आया सामने।
            shaan e kushinagar news
उत्तर प्रदेश-: नापतौल के नाम से ऑनलाइन मार्केटिंग जोरो से चल रहा है घर बैठे आर्डर करने पर आकर्षक उपहार भी मिल रहा है।
 परंतु इसी का फायदा उठा कर जालसाजों ने नई तरकीब निका1ली है जालसाजों ने अब डाक रजिस्ट्री के माध्यम से लोगो के घर रजिस्ट्री के माध्यम से लक्की ड्रा जितने का स्क्रेच कार्ड भेज कर लोगो को एक एकाउंट भेजा जा रहा जिसमे लोगो से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 5 हजार से 10 हजार तक डिपॉजिट करने को कहा जा रहा है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर के विकास खण्ड दुदही ग्राम विशुनपुर वरियापट्टी निवासी शिकन्दर कुमार पटेल को एक रजिस्ट्री आई जिसमे 5 लाख 50 हजार का स्क्रेच कूपन मिला रजिस्ट्री पर दर्ज मोबाइल नम्बर पर जब उसने फोन किया तो भेजने वाले ब्यक्ति ने बताया कि आप नापतौल  कम्पनी के आप लक्की विजेता हैं आपको इनाम मिला है इनाम का पैसा लेने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा रजिस्ट्रेशन चार्ज 55 सौ रुपया आपको एकाउंट नम्बर दिया जा रहा है उसमें डिपॉजिट कर दीजिए डिपॉजिट करने के पांच मिनट तुरन्त बाद आपके एकाउंट में पैसा आ जायेगा। विजेता ने पैसा भेजने के पहले नापतौल के ऑफिसियल वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर निकाल कर बात किया गया तो पता चला कि लक्की ड्रा की बात फर्जी है औऱ नापतौल ऑनलाइन मार्केट का इस तरह का कोई स्कीम नही चल रहा है। जालसाजों ने यकीन दिलाने के लिए विजेता को अपना आधार कार्ड बैंक पासबुक और एक फर्जी वेबसाइट भी भेजी गई थी। जालसाजों द्वारा भेजे गए आधार पासबुक वेबसाइट URL देखें।

नापतौल लक्की ड्रा से सावधान, आपका एकाउंट हो सकता है खाली। जालसाजी का नया तरकीब आया सामने।

नापतौल लक्की ड्रा से सावधान, आपका एकाउंट हो सकता है खाली। जालसाजी का नया तरकीब आया सामने।
            shaan e kushinagar news
उत्तर प्रदेश-: नापतौल के नाम से ऑनलाइन मार्केटिंग जोरो से चल रहा है घर बैठे आर्डर करने पर आकर्षक उपहार भी मिल रहा है।
 परंतु इसी का फायदा उठा कर जालसाजों ने नई तरकीब निका1ली है जालसाजों ने अब डाक रजिस्ट्री के माध्यम से लोगो के घर रजिस्ट्री के माध्यम से लक्की ड्रा जितने का स्क्रेच कार्ड भेज कर लोगो को एक एकाउंट भेजा जा रहा जिसमे लोगो से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 5 हजार से 10 हजार तक डिपॉजिट करने को कहा जा रहा है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर के विकास खण्ड दुदही ग्राम विशुनपुर वरियापट्टी निवासी शिकन्दर कुमार पटेल को एक रजिस्ट्री आई जिसमे 5 लाख 50 हजार का स्क्रेच कूपन मिला रजिस्ट्री पर दर्ज मोबाइल नम्बर पर जब उसने फोन किया तो भेजने वाले ब्यक्ति ने बताया कि आप नापतौल  कम्पनी के आप लक्की विजेता हैं आपको इनाम मिला है इनाम का पैसा लेने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा रजिस्ट्रेशन चार्ज 55 सौ रुपया आपको एकाउंट नम्बर दिया जा रहा है उसमें डिपॉजिट कर दीजिए डिपॉजिट करने के पांच मिनट तुरन्त बाद आपके एकाउंट में पैसा आ जायेगा। विजेता ने पैसा भेजने के पहले नापतौल के ऑफिसियल वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर निकाल कर बात किया गया तो पता चला कि लक्की ड्रा की बात फर्जी है औऱ नापतौल ऑनलाइन मार्केट का इस तरह का कोई स्कीम नही चल रहा है। जालसाजों ने यकीन दिलाने के लिए विजेता को अपना आधार कार्ड बैंक पासबुक और एक फर्जी वेबसाइट भी भेजी गई थी। जालसाजों द्वारा भेजे गए आधार पासबुक वेबसाइट URL देखें।

QR Code Scam: सावधान! गलती से भी न करें क्यूआर कोड स्कैन, नहीं तो आपका अकाउंट हो जाएगा खाली

QR Code Scam: सावधान! गलती से भी न करें क्यूआर कोड स्कैन, नहीं तो आपका अकाउंट हो जाएगा खाली

    जानें क्यूआर कोड ठगी से कैसे बच सकते हैं.

यदि किसी दुकान या काउंटर पर क्यूआर कोड के जरिए स्कैन कर पेमेंट करते हैं तो इसमें जोखिम कम होता है लेकिन स्कैमर्स ने धोखे के लिए यहां भी नये तरीके खोज लिए हैं। लोगों को टेक्स्ट मैसेज भेज कर स्कैन करने को कहते हैं फिर अपना शिकार बनाते हैं।

नई दिल्ली,।  इन दिनों ऑनलाइन पेमेंट करना हो, तो क्यूआर (क्विक रिस्पॉन्स) कोड स्कैन करते ही झट से पेमेंट हो जाता है। यह कॉन्टैक्टलेस पेमेंट का बढ़िया माध्यम है, लेकिन इसके जरिए ठगी भी खूब हो रही है। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री की बेटी भी इसी तरह की ठगी का शिकार हुईं। जानें क्यूआर कोड ठगी से कैसे बच सकते हैं..

क्या है क्यूआर कोड

जापानी कंपनी डेंसो वेव ने क्यूआर कोड का आविष्कार किया है। इसकी मदद से पेमेंट करना आसान हो जाता है। क्यूआर कोड पर्याप्त जानकारी अपने में स्टोर रख सकता है। यह एक तरह का बारकोड है, जिसे मशीन के जरिए पढ़ लिया जाता है। भारत में भी क्यूआर कोड के जरिए भुगतान किया जाता है। आप बिजली, पानी, पेट्रोल, डीजल, किराना सामान, यात्र आदि का भुगतान इस माध्यम से कर सकते हैं।

कैसे होती है धोखधड़ी

यदि किसी दुकान या काउंटर पर क्यूआर कोड के जरिए स्कैन कर पेमेंट करते हैं, तो इसमें जोखिम कम होता है, लेकिन स्कैमर्स ने धोखे के लिए यहां भी नये तरीके खोज लिए हैं। स्कैमर लोगों को टेक्स्ट मैसेज भेजता है, जैसे कि ‘5,000 रुपये जीतने की बधाई’। इसके साथ क्यूआर कोड की फोटो भी भेजी जाती है। मैसेज में आपसे कहा जाता है कि कोड स्कैन करने, राशि दर्ज करने के बाद यूपीआइ पिन दर्ज करने के बाद राशि आपके खाते में जमा हो जाएगी। भोले भाले लोगों को लगता है कि उनके खाते में पैसे जमा हो जाएंगे, लेकिन होता ठीक इसके विपरीत है। दरअसल, यहां आप पैसे रिसीव नहीं करते हैं, बल्कि स्कैमर को पैसे का भुगतान कर रहे होते हैं।

QR Code Scam: सावधान! गलती से भी न करें क्यूआर कोड स्कैन, नहीं तो आपका अकाउंट हो जाएगा खाली

QR Code Scam: सावधान! गलती से भी न करें क्यूआर कोड स्कैन, नहीं तो आपका अकाउंट हो जाएगा खाली

    जानें क्यूआर कोड ठगी से कैसे बच सकते हैं.

यदि किसी दुकान या काउंटर पर क्यूआर कोड के जरिए स्कैन कर पेमेंट करते हैं तो इसमें जोखिम कम होता है लेकिन स्कैमर्स ने धोखे के लिए यहां भी नये तरीके खोज लिए हैं। लोगों को टेक्स्ट मैसेज भेज कर स्कैन करने को कहते हैं फिर अपना शिकार बनाते हैं।

नई दिल्ली,।  इन दिनों ऑनलाइन पेमेंट करना हो, तो क्यूआर (क्विक रिस्पॉन्स) कोड स्कैन करते ही झट से पेमेंट हो जाता है। यह कॉन्टैक्टलेस पेमेंट का बढ़िया माध्यम है, लेकिन इसके जरिए ठगी भी खूब हो रही है। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री की बेटी भी इसी तरह की ठगी का शिकार हुईं। जानें क्यूआर कोड ठगी से कैसे बच सकते हैं..

क्या है क्यूआर कोड

जापानी कंपनी डेंसो वेव ने क्यूआर कोड का आविष्कार किया है। इसकी मदद से पेमेंट करना आसान हो जाता है। क्यूआर कोड पर्याप्त जानकारी अपने में स्टोर रख सकता है। यह एक तरह का बारकोड है, जिसे मशीन के जरिए पढ़ लिया जाता है। भारत में भी क्यूआर कोड के जरिए भुगतान किया जाता है। आप बिजली, पानी, पेट्रोल, डीजल, किराना सामान, यात्र आदि का भुगतान इस माध्यम से कर सकते हैं।

कैसे होती है धोखधड़ी

यदि किसी दुकान या काउंटर पर क्यूआर कोड के जरिए स्कैन कर पेमेंट करते हैं, तो इसमें जोखिम कम होता है, लेकिन स्कैमर्स ने धोखे के लिए यहां भी नये तरीके खोज लिए हैं। स्कैमर लोगों को टेक्स्ट मैसेज भेजता है, जैसे कि ‘5,000 रुपये जीतने की बधाई’। इसके साथ क्यूआर कोड की फोटो भी भेजी जाती है। मैसेज में आपसे कहा जाता है कि कोड स्कैन करने, राशि दर्ज करने के बाद यूपीआइ पिन दर्ज करने के बाद राशि आपके खाते में जमा हो जाएगी। भोले भाले लोगों को लगता है कि उनके खाते में पैसे जमा हो जाएंगे, लेकिन होता ठीक इसके विपरीत है। दरअसल, यहां आप पैसे रिसीव नहीं करते हैं, बल्कि स्कैमर को पैसे का भुगतान कर रहे होते हैं।

कुशीनगर के तमकुहीराज में नवजात का शव लेकर दौड़ता रहा कुत्ता, जांच में जुटी पुलिस

कुशीनगर के तमकुहीराज में नवजात का शव लेकर दौड़ता रहा कुत्ता, जांच में जुटी पुलिस

कुशीनगर के तमकुहीराज कस्बा में एक कुत्ता नवजात बचे का शव मुंह में दबाकर दौड़ता रहा लोगो ने दौड़ाया तो शव छोड़कर भाग गया।

कुशीनगर: तमकुहीराज कस्बे में बुधवार शाम को नवजात का शव लिए एक कुत्ता दौड़ता रहा। कुछ लोगों ने पीछा किया तो ओवरब्रिज के समीप शव छोड़ भाग निकला। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में ले आवश्यक कार्रवाई में जुट गई।

शाम करीब साढ़े छह बजे ब्लाक गेट के समीप लोगों की भीड़ थी। इसी बीच सीएचसी की तरफ से एक कुत्ता नवजात का शव लेकर ओवरब्रिज की तरफ भागता दिखा। थोड़ी ही देर में यह खबर पूरे कस्बे में फैल गई। लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। कस्बा चौकी प्रभारी सुनील कुमार सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। शव की पहचान के लिए पुलिसकर्मी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए, वहां छानबीन की गई। पर कोई जानकारी नहीं मिल पाई। चौकी प्रभारी ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी से वार्ता हुई तो उन्होंने शाम के समय कोई प्रसव न होने की बात बताई। नवजात का शव कुत्ता कैसे ले आया इसकी छानबीन की जा रही है।

कुशीनगर के तमकुहीराज में नवजात का शव लेकर दौड़ता रहा कुत्ता, जांच में जुटी पुलिस

कुशीनगर के तमकुहीराज में नवजात का शव लेकर दौड़ता रहा कुत्ता, जांच में जुटी पुलिस

कुशीनगर के तमकुहीराज कस्बा में एक कुत्ता नवजात बचे का शव मुंह में दबाकर दौड़ता रहा लोगो ने दौड़ाया तो शव छोड़कर भाग गया।

कुशीनगर: तमकुहीराज कस्बे में बुधवार शाम को नवजात का शव लिए एक कुत्ता दौड़ता रहा। कुछ लोगों ने पीछा किया तो ओवरब्रिज के समीप शव छोड़ भाग निकला। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में ले आवश्यक कार्रवाई में जुट गई।

शाम करीब साढ़े छह बजे ब्लाक गेट के समीप लोगों की भीड़ थी। इसी बीच सीएचसी की तरफ से एक कुत्ता नवजात का शव लेकर ओवरब्रिज की तरफ भागता दिखा। थोड़ी ही देर में यह खबर पूरे कस्बे में फैल गई। लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। कस्बा चौकी प्रभारी सुनील कुमार सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। शव की पहचान के लिए पुलिसकर्मी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए, वहां छानबीन की गई। पर कोई जानकारी नहीं मिल पाई। चौकी प्रभारी ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी से वार्ता हुई तो उन्होंने शाम के समय कोई प्रसव न होने की बात बताई। नवजात का शव कुत्ता कैसे ले आया इसकी छानबीन की जा रही है।

UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन


UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन
                दुर्घटना ग्रस्त की तस्वीर
उत्तर प्रदेश जनपद कुशीनगर में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। ग्राम धोकरहा टोला चकदहवा के समीप बालू लदी ट्रैक्टर पलटने से मौके पर ही दो लोगों की ट्रेक्टर से दबकर मौत हो गई। मृतकों को देखकर वहां मौजूद लोग सहम गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों को निकालने की कोशिश की तो मृतकों के परिजन व ग्रामीण सक्षम अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग  पर अड़ गए।
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि ट्रैक्टर मालिक दिन रात ट्रैक्टर चलवाते थे जिसके चलते ये दर्दनाक घटना घटीत हुई है। मृतकों की पहचान विरेंद्र उम्र (30) वर्ष पुत्र रामनाथ प्रसाद निवासी धोकरहा टोला चकदहवा व कुमरेश उम्र(32)वर्ष पुत्र बुन्नीलाल कुशवाहा धोकरहा टोला कतरा के निवासी के रुप में हुई है। खबर लिखे जाने तक शव ट्रैक्टर में ही दबा हुआ था। परिजनों का कहना है कि जब तक डीएम मौके पर नही आएंगे तब तक शव नहीं निकलेगा।

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शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव

शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव।   जनपद कुशीनगर के ग्रामसभा ठाड़ीभार ...