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कुशीनगर/विशुनपुरा: शर्मनाक : दहेज के लिए पत्नी पर ढाया कहर, तीन बार गर्भ गिराया, मार पीट कर घर से निकला

शर्मनाक : दहेज के लिए पत्नी पर ढाया कहर, तीन बार गर्भ गिराया, मार पीट कर घर से निकला

2018 में हुई थी शादी, सोते समय मारने पीटने का आरोप।
दहेज के लिए एक युवक ने अपनी पत्नी पर कई जुल्म किए। मामला कुशीनगर के थाना विशुनपुरा का है। बांसगांव टोला (कोइलहवाँ) निवासी अनिल कुशवाहा की पत्नी किरण ने  पति पर शराब के नशे में मारपीट करने और दहेज प्रताड़ना सहित तीन बच्चो का गर्भपात कराने का आरोप लगाया हैं। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 2018 मे अनिल से हुई थी। शादी के बाद से ही पति ने कम दहेज लाने की बात कहकर नशे की हालत में मारपीट करनी शुरू कर दी। उसने तीन लाख रुपये की मांग की। लगातार मारपीट से परेशान होकर उसने पिता से रुपये लेकर पति को दिए। कुछ दिन ठीक रखा, लेकिन दोबारा दहेज की मांग की। विशुनपुरा थाने में दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि पति ने उस पर सोते समय मारपीट कर धमकी दी कि अगली बार वह तेजाब डाल देगा। पीड़िता ने बताया कि 2018 में वह गर्भवती हुई तो सास और पति ने लड़का न होने पर बच्चा गिराने की बात कही और जबरन गर्भपात करा दिया। उसके बाद फिर गर्भवती हुई तो पति की रोजाना की मारपीट के कारण गर्भपात हो गया। इसके बाद 2019 में तीसरीबार गर्भवती हुई तो लड़का न होने के वजह से निजी अस्पताल के डॉक्टर से मिल के पत्नी का बर्भपात कराया। शराब पीकर पति ने लात-मुक्के भी मारे थे। पत्नी ने बताया कि तीन माह पूर्व पुनः गर्भवती हुई है परंतु पति व सास फूलमती ससुर द्वारिका और द्यादिन संगीता, भसुर मुन्ना, सत्येंद्र के द्वारा पुनः गर्भपात कराने के लिए मारपीट कर 10 दिन तक दूसरे के घर मे बन्द करके रखा गया था ताकि थाना पर शिकायत न कर सके। पत्नी का आरोप है की कुछ दिन पहले विशुनपुरा थाने पर शिकायत की थी परंतु स्थानीय पुलिस द्वारा अनिल से मोटी रिश्वत लेकर किरण से जबरन सुलहनामा कराया गया है। पीड़ित ने महिला थाना पडरौना पर तहरीर दे कर न्याय की गुहार लगाई है।👇👇👇

पति ने पार कीं यातनाएं की हदें: पत्नी को बनाया दस दिन तक बंधक, कमरे में बदमाशों को भेज कराता था अश्लील हरकतें।

यूपी के कुशीनगर के विशुनपुरा थानाक्षेत्र के बांसगांव  टोला कोईलहवाँ में सोमवार को दिलदहला देने वाली एक घटना सामने आई। बांसगांव टोला कोइलहवाँ निवासी अनिल कुशवाहा पर अपनी पत्नी को कमरे में बन्द कर दस दिन से बंधक बना कर रखा था

और कस्बा के कुछ असामाजिक तत्वो को बुला कर कमरे में भेज कर करवाता था अश्लील हरकत किसी तरह भाग निकली पीड़िता।


पडरौना महिला थाना प्रभारी ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है आज तहरीर दी है जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।

Kushinagar: सिस्टम पर भारी सिपाही की भौकालबाजी

        सिस्टम पर भारी सिपाही की भौकालबाजी
तमकुहीराज सर्किल से रामआधार दृवेदी की खास रिपोर्ट
कुशीनगर। हर जगह -हर क्षेत्र में कुछ खास भौकाली लोग दिखाई दे जाते है। भौकाल तब बढ़ जाता है, जब अपने उच्च पदस्थ की हाथ सर पर रहती है, इस लिये यह कहना गलत नही होता ---की जब साहब मेहरबान, तब गदहा पहलवान! ऐसे में पुलिस वाले भी भौकाल बाजी दिखाने में पीछे क्यो रहे?

   जी हाँ इस जनपद के उत्तरप्रदेश -बिहार सीमा पर स्थित चर्चित पुलिस चौकी बहादुरपुर पर  कृपा पात्र तैनाती पाए 2020 वेंच की एक सिपाही की भौकाल बाजी सर चढ़ कर बोल रही है।जो अपने कारस्तानी से आमजनो के अलावे विभाग में चर्चा बनाया हुआ है। आँख में काले चश्मे बुलेट की सवारी करने वाले इस भौकाली अपने को इस चौकी का सब कुछ मान बैठा है, इतना ही नही झूठ की महारत की गिनती में अवल रहने के लिये सबसे आगे है,स्थानीय साहब की कृपा पात्र उक्त सिपाही से मिले बेगार आपकी आवेदन ठंडे बस्ते में रहेगी, । जहाँ एक तरफ योगी सरकार पुलिसकर्मियों को आम जनता के साथ मित्रवत ब्यवहार करने का दिशा निर्देश दे रही है। वही यह भौकाल बाज सिपाही इस निर्देश का धज्जियाँ उधेड़ रहा है।

   मामला सोमवार का है, चौकी पर ड्यूटी पर तैनात भौकाल बाज सिपाही ने आवेदन लेकर चौकी पर पहुँची हफुआ निवासी सुलेखा से अपना भौकाल गिना रहा था,सुलेखा अपनी पति से परीशान जी बखान सुनाई जा रही थी,सिपाही जी भोकलबाजी बताये जा रहे,थे। इस बीच एक जागरूक ने अपने मोबाइल में इस वाक्य को कैद किया, भौकालबाज सिपाही कह रहे थे,जो चाहूंगा यहाँ वही होगा। पहले पूनिया, फिर काम,उसके बाद दाम देना होगा।
    बहरहाल! चर्चाओ पर यकीन करें तो आजकल उक्त सिपाही की कारस्तानी की लम्बी फिरहिस्त है, कृपा पात्र एक कमाऊ पुत्र यहां के साहब के लिये है। विबेचना कि खेल में फारवर्ड पर खेलने वाले इस सिपाही की इतने कम समय की सर्विस में चौकी पर पोस्टिंग भी एक कबिले गौर मसला है??

कुशीनगर के हाटा थाने का वांछित अभियुक्त गिरफ्तार

कुशीनगर के हाटा थाने का वांछित अभियुक्त गिरफ्तार
        गिरफ्तार अभियुक्त के साथ हाटा पुलिस
              संवादाता रामआधार दृवेदी

हाटा कुशीनगर, पुलिस अधीक्षक  सचिन्द्र पटेल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक अयोध्या प्रसाद सिंह के पर्यवेक्षण तथा पीयूष कान्त राय क्षेत्राधिकारी कसया कुशीनगर के कुशल मार्गदर्शन में चलाये जा रहे अपराध एवं अपराधियों के बिरुद्व अभियान के अंतर्गत वृहस्पतिवार को अभियान के क्रम में वृहस्पतिवार को उ0नि0बीरेंद्र कुमार यादव मय फोर्स मु अ स359/2017धारा 272/273भादवि60आव0एक्ट के वांछित केसारी मेस्तर पुत्र नोखेलाल सा0 कस्बा हाटा थाना को0 उसके घर से वांछित को गिरफ्तार कर  मा0 न्यायालय आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजा गया  ।  इस दौरान का0दीपेश कुमार अंय मौजूद रहे।

कुशीनगर-PS विशुनपुरा : रिश्वत न देने पर सिपाहीयो ने स्वर्ण ब्यवसायी को थाने में बंद करके पीटा

कुशीनगर-PS विशुनपुरा : रिश्वत न देने पर सिपाहीयो ने स्वर्ण ब्यवसायी को थाने में बंद करके पीटा

उत्तर प्रदेश जनपद कुशीनगर के थाना विशुनपुरा में रिश्वत न देने के आरोप में सिपाहीयो ने स्वर्ण ब्यवसायी को थाने में पीटाई करने का समाचार प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की शिकायत IGRS के माध्यम से पुलिस अधीक्षक कुशीनगर से की गई है।


          गौरतलब है कि ब्यवसायी से पैसे के लेनदेन को लेकर दो पक्षों में आपसी विवाद था। दोनों में कहा सुनी होने पर पुलिस ने उनका शांतिभंग में चालान किया था।
विशुनपुरा थानाक्षेत्र के कस्बा दूदही के रवि वर्मा ने बताया कि उनका टेक्सी स्टैंड के किशोर नमाज ब्यक्ति से पैसे को लेकर झगड़ा हो गया था इसी मामले में दूसरे पक्ष ने थाने पर शिकायत की थी जिसमे दिनांक 06 सितम्बर 2021 को विशुनपुरा के सिपाही उमेश यादव व तीन अन्य पुलिस कर्मियों ने दूदही गिदहवाँ टेक्सी स्टैंड से स्वर्ण ब्यवसायी रवि वर्मा को पुलिस ने अभद्र गाली गुप्ता देते हुए पुलिस ने हिरासत में ले लिए और वाइक भी थाने ले गए थाने ले जाने के बाद रवि वर्मा का सोने का चैन सोने की अंगूठी और जेब रखा नगद मूल रकम 1800 सौ रुपया ले लिए और अगले दिन शांति भंग में चालान कर दिया गया स्वर्ण ब्यवसायी ने जमानत के बाद थाने जा कर अपना समान बाइक वापस मांगा तो सिपाहियों ने बाइक चैन अंगूठी के बदले 50 हजार रिश्वत की मांग की ब्यवसायी ने रिश्वत देने से मना किया तो सिपाहियों ने ब्यवसायी को पकड़ कर जम कर पट्टे और लाठी से पिटाई कर दी। जिससे स्वर्ण ब्यवसायी बेहोस हो कर जमीन पर गिर गया जिसके बाद सिपाहियों ने स्वर्ण ब्यवसायी के घर वालो को बुला कर ब्यवसायी को सौंप दिया गया और बाइक चैन अंगूठी लेने के लिए पुनः 50 हजार की मांग की गई है। इसके बाद ब्यवसायी ने इन रिश्वतखोर सिपाहियों की लिखित शिकायत पुलिस अधिक्षक कुशीनगर से की गई है। समाचार लिखे जाने तक शिकायत का निदान नही हो सका था।

Triple Murder: Kushinagar में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, पत्नी और दो बच्चों की गला रेतकर हत्या**पत्नी ने पति को नपुंसक बना था, नाराज पति अपने दो बच्चों और पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी

कुशीनगर दूदही: घटना के 6 घण्टे बाद पहुंची NDRF की टीम दो बच्चों की तलाश जारी

4 मासूम बच्चों को लेकर महिला ने नहर में लगाई छलांग, एक साल का नवजात बच्चा भी था साथ

घटना के 6 घण्टे बाद पहुंची NDRF की टीम दो बच्चों की तलाश जारी


जबरन पुलिसिया समझौता से नाराज थी महिला सूत्र

लोगो के मुताबिक महिला विशुनपुरा थाना क्षेत्र के दशहवाँ (धोबिघटवा) गांव की रहने वाली है।

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक सनसनीखेज मामले सामने आया है, जहां एक महिला अपने चार बच्चों के साथ दूदही चटगंवा गंडक नहर में कूद गई. पूरा मामला सोमवार दोपहर का है. बताया जा रहा है कि महिला घरेलू विवादों से परेशान थी, जिसकी वजह से उसने ऐसा दिल दहला देने वाला कदम उठाया।  मिली जानकारी के अनुसार मां के साथ नहर में कूदे दो बच्चे को बचा लिया गया है जबकि उसके दो अन्य बच्चों की तलाश की जा रही है। महिला और दो बच्चों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दूदही में चल रहा है।

बरवापट्टी थाना क्षेत्र के दशहवा गांव के धोबीघटवा टोला निवासी उमेश बैठा रोजगार के सिलसिले में बाहर है। घर में उनकी पत्नी सुनीता उम्र (35) चार बच्चे सोनी उम्र (6), शिवानी उम्र (4), सलोनी वर्ष (2) और राकेश उर्फ खेसारी वर्ष (एक) के साथ रहती है। कहा जा रहा है कि उसका कई दिनों से सास लाइची देवी से किसी बात को लेकर झगड़ा चल रहा है।

जबरन पुलिसिया समझौता से नाराज थी महिला सूत्र

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार महिला और इसकी सास से काफी दिनों से विवाद चल रहा था सूत्रों के अनुसार महिला बरवापट्टी थाने पर इसकी शिकायत दर्ज कराई थी जिसमे पुलिस द्वारा जबरन समझौता कराने का समाचार सामने आया यह बात कितनी सच है ये जांच के बाद ही पता चल पाएगा। फिलहाल NDRF की टीम मौके पर पहुंच कर लापता बच्चो की तलाश कर रही है।


दूदही CHC के लापरवाह डॉक्टर, को वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए भटक रहे मरीजो में आक्रोश

दूदही CHC के लापरवाह डॉक्टर, को वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए भटक रहे मरीजो में आक्रोश

दूदही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की मनमानी से बेहाल हो गया है। मरीज बेबस हैं। स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं भी नदारद हैं। हालत यह है कि मरीजों को निजी अस्पतालों की सेवाएं लेनी पड़ रही हैं जिससे मरीजों को आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है। डॉक्टरों की लापरवाही से लोगों में आक्रोश है। आपको बताते चले कि एक माह पूर्व दूदही कस्बा निवासी आशीष जायसवाल, अमरदीप, गीता देवी,हरिश्चन्द्र, दीपक ने कोविड वैक्सीन लगवाया था और दूसरी डोज के लिए 03 अगस्त 2021 को दुबारा दूदही सरकारी अस्पताल पँहुचे तो यहाँ कार्यरत डॉक्टर और स्टॉप ने कहाँ की आपका रजिस्टेशन तो हुआ ही नही है आपको एक माह बाद दूसरी डोज लगाया जाएगा। ये सुन कर लोगो के होश उड़ गए लोगो ने दूदही CHC प्रभारी AK पांडेय से मोबाइल पर वार्ता कर अपनी आप बीती बताए कहा कि लापरवाही डाक्टरो की है हमारी नही हमको तो कार्ड मिला है इतना सुनते ही प्रभारी भड़क गए और बोले कि तुमको जो करना है करलो हम एक सप्ताह बाद आएंगे हमसे आ कर मिलना प्रभारी के इस रवैये से लोग काफी आहात है। इस तरह कितने मरीज दर दर भटक रहे है। बात यही खत्म नही होती लोगो का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर कब आते हैं और कब चले जाते हैं इसका पता ही नहीं चलता। स्वास्थ्य केंद्र लेबोरेटरी इंचार्ज नहीं मिलने से दूरदराज क्षेत्र से आए मरीजों को निराश होना पड़ता है। यहां एक्स-रे मशीन होने के बाद भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। मरीजों को निजी लेबोरेटरी से एक्स-रे कराना पड़ता है। डॉक्टरों एवं टेक्नीशियनों की लापरवाही की शिकायत कई बार नागरिकों ने सीएम हेल्पलाइन पर भी की लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। विगत दिनों स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अस्पताल की आकस्मिक चेकिंग की गई थी। तब भी डॉक्टर नदारद थे। लेकिन इसके बाद भी डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

         डॉक्टरो द्वारा जारी, को वैक्सीन कार्ड🖕

दूदही में दर्जनों मुन्ना भाई MBBS डाक्टरो की भरमार, कुशीनगर का स्वास्थ्य विभाग निरंकुश- आर.डी.एस शास्त्री की खास रिपोर्ट

दूदही में दर्जनों मुन्ना भाई MBBS डाक्टरो की भरमार, कुशीनगर का स्वास्थ्य विभाग निरंकुश
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही दर्जनों पैथालॉजी
मुख्य सचिव मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार

           राधेश्याम शास्त्री स्वतंत्र पत्रकार      
         हिंदी साप्ताहिक शान ए कुशीनगर          
         बिशुनपुरा थाना/दुदही, (कुशीनगर)         

कुशीनगर के दूदही के खास सूत्रों के अनुसार कयीयों ने तो पैसे के बदौलत फर्जी डिग्रियां भी खरीद ली है और मरीजों की जिंदगी से कि कर रहे हैं।ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य महकमा ऐसे मुन्ना भाइयों से अंजान है, बल्कि हर‌ माह बंधी-बंधाई ‌रकम लेकर
कुशीनगर जनपद में स्वास्थ्य विभाग की मिली -भगत से सैकड़ों निजी पैथालॉजी, एक्सरे एवं अल्टासाउंड केंद्र कुकुरमुत्ते की तरह चलाया जा रहा है। जिससे गरीबों को इलाज के नाम पर जमकर लुटा जा रहा है। साथ ही इससे अब तक करीब मरीज काल के गाल में समा चुके हैं। ऐसे अवैध धंधेबाजों के खिलाफ आखिर प्रशासन क्यों कार्रवाई नहीं कर रहीं हैं।यह समझ से परे है।
कुशीनगर जनपद के दूदही में करीब सैकड़ों अस्पताल ऐसे हैं जिनके संचालकों द्वारा ही मरीजों का‌ इलाज किया जाता है। जबकि ऐसे लोगों में अधिकांश के पास न तो बैध  डिग्री है और न ही रजिस्ट्रेशन। यहां तक की डायग्नोस्टिक सेंटर भी बिना किसी ‌डिग्री या‌ विशेषज्ञ के ऐसे लोगों के द्वारा चलाया जा रहा है।जिनका पूर्व में ऐसे पेशे से कोई दूर दूर तक का रिश्ता नहीं रहा।
इस गोरखधंधे को फलने-फूलने का भरपूर अवसर देता रहता है। कभी-कभार कार्रवाई  भी  तभी होती है जब किसी का सुविधा शुल्क तय समय के मुताबिक नहीं पहुंच पाता। इतना ही नहीं जब कोई कार्रवाई होनी होती है चाहें स्थानीय स्तर से हो‌ या बाहरी बीच द्वारा इन मुन्ना भाइयों को जांच टीम के पहुंचने के पूर्व ही सूचनाएं मिल जाती है और ऐसे में इन सेंटरों पर पहले से ही  ताले लटक  जाते हैं।
मालूम हो कि शासन ने अवैधानिक रूप से चल रहे नसि॔गह़ोमों तथा पैंथालोजी सेंटर की जांच का आदेश व कार्रवाई करने का  आदेश समय-समय पर देता रहा है। जिससे पूरे क्षेत्र इन पैथालॉजी सेंटरों की दुकान अस्पतालों के पास ही है। जहां चित्र की पची॔ पर तत्काल जांच की जाती है।इन  केन्द्रों पर सुगर,खून, पेशाब, मलेरिया,गले, एक्सरे,अलटासाउंड के अलावा ‌लिंग परीक्षण की भी सुविधा उपलब्ध है। लेकिन पैथालॉजी के कर्मचारी रिपोर्ट देने के बजाए केवल  स्क्रीन पर दिखा देता है।और चार सौ लेकर एक हजार तक रुपए लेता है। यही हाल सूगर, ब्लड, पेशाब, मलेरिया, टायफाइड, गले ऱ़ोगों की है। जहां मुंहमांगा दाम वसूला जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो रिपोर्ट दी जाती है उस पर डाक्टर के हस्ताक्षर को अपठनीय बना दिया जाता है। जिससे उनकी रिपोर्ट महज मरीज को सांत्वना भर‌ दे जाती है और किसी सरकारी विभाग अध॔सरकारी विभाग में नौकरी पेशा ‌वाले आदमी नहीं लगा पाते। जिससे इन  मरीजों का शोषण अस्पताल कर्मचारियों की मिली-भगत से हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता व कथित लापरवाही के कारण   दुदही,सेवरही, तमकुही राज‌‌, खड्डा, नेबुआ‌ नौरंगिया, फाजिल नगर, हाटा, कप्तानगंज, व पडरौना के ग्रामीण इलाकों व बाजारों में इन दिनों अवैध रूप से बिना अनज्ञपति की दवा दुकानों एवं फजी॔ झोला छाप चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गई है। बाजार हो या ग्रामीण इलाकों दोनों में ही अवैध दवा दुकानों ‌व  नीम हकीम खानदानी बैद्य, फर्जी चिकित्सकों की संख्या तकरीबन सौ के ‌आस-पास पहुंच गई है। जो क्षेत्र के गरीब,निरीह एवं पीड़ित दलित लोगों की अज्ञानता  एवं अंध विश्वास तथा विवशता का फायदा उठाकर खुलेआम उनका शोषण कर रहे हैं।‌गौर तलब है कि बिना अनुज्ञप्ति प्राप्त किए दवा की दुकानें बिहार औषधि अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुए बिना किसी  रोक-टोक से चल रही है।ऐ सी दुकानों में मरीजों का शोषण किया जाता है।
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि अधिकांश दुकानदारों द्वारा उत्तर प्रदेश से नकली एवं  एक्सपायरी तथा फिजिशियन सेम्पल की  दवा भी  बेची जा रही है।क्षेत्र में ऐसी चर्चा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन द्वारा साल दो साल में एक छोटी मछली (दवा) दुकान को पकड़ कर डृग इंस्पेक्टर अपनी खाना पूर्ति कर लेते हैं। बड़ी-बड़ी दुकानों पर तों वे झांकने तक नहीं जाते। क्योंकि वहां से सलामी हेड क्वार्टर पर पहुंच जाता है।जिन कारण वे इन बड़ी दुकानों पर ध्यान नहीं करता हैं।
विदित हो कि दवा बिक्रेता‌  ऐसे अनभिज्ञ तथा अशिक्षित गरीब वर्ग के लोगों को नकली व एक्सपायरी  दवा थमा देते हैं।नतीजतन इसके सेवन से नये-नये रोग उभरकर सामने आ जाते हैं, जो बाद में असहाय एवं गम्भीर रूप ‌अखतियार कर लेता है। फजी॔‌ चिकित्सक के चिकित्सक के चंगुल में अशिक्षित गरीब ग्रामीण महिला तथा मज़दूर किस्म के लोग ही अधिकांश फसते हैं।इन चिकित्सकों का धंधा है कि किसी भी ग़रीब मरीज को कोई भी बीमारी हुई  हो तो उसे दो,तीन  सूई,दो चार बोतल पानी चढ़ाकर  मोटी रकम लेकर आथि॔क शोषण ‌करना, ऐसे चिकित्सक के पास न कोई डिग्री ‌डिप्लोमा है और न ही किसी मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान ‌का ‍पंजीयन ही। चर्चा है कि कुछ दिन किसी चिकित्सक के ‌यहां काम करने वाले कम्पाउन्डर‌ या नर्स की  क्लिनिक  खोलकर ‌चिकितसक बन जाते हैं।
बताया जाता है कि इन फजी॔ चिकित्सकों को अपने दलाल भी होते हैं  जो ग्रामीण परिवेश में पुरुष व महिला मरीजों को बहला-फुसलाकर नीम -हकीम, तथा बैद्य के क्लिनिक में ले जाते हैं। बदलें में उन्हें कमीशन दिया जाता है। वहीं कुछ फर्जी चिकित्सकों की आड़ में छिपे रूप से गभ॔पात भी कराते हैं, तथाजि ए्वज में मोटी रकम लेते हैं। इसके बाद भी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सर पर जूं तक नहीं रेंगते  हैं।
क्षेत्र के ग्रामीण जनता , समाजसेवियों, जन-प्रतिनिधियों ने एक स्वर से हिंदी ‌दैनिक  अमिट‌‌ रेखा समाचार पत्र के माध्यम से माननीय मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से कुशीनगर जनपद  के अप्रशिक्षित बिना ‌मान्यता प्राप्त झोला छाप डाक्टरों व स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह ‌व निरंकुश अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ निष्पक्ष व निर्भीक रुप से ‌जांच-पड़ताल कराकर इन हत्यारे ‌रूपी डाक्टरों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने की पुरजोर मांग किया है।
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क्रमशः शेष अगले अंक में
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दूदही में दर्जनों मुन्ना भाई MBBS डाक्टरो की भरमार, कुशीनगर का स्वास्थ्य विभाग निरंकुश- आर.डी.एस शास्त्री की खास रिपोर्ट

दूदही में दर्जनों मुन्ना भाई MBBS डाक्टरो की भरमार, कुशीनगर का स्वास्थ्य विभाग निरंकुश
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही दर्जनों पैथालॉजी
मुख्य सचिव मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार

           राधेश्याम शास्त्री स्वतंत्र पत्रकार      
         हिंदी साप्ताहिक शान ए कुशीनगर          
         बिशुनपुरा थाना/दुदही, (कुशीनगर)         

कुशीनगर के दूदही के खास सूत्रों के अनुसार कयीयों ने तो पैसे के बदौलत फर्जी डिग्रियां भी खरीद ली है और मरीजों की जिंदगी से कि कर रहे हैं।ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य महकमा ऐसे मुन्ना भाइयों से अंजान है, बल्कि हर‌ माह बंधी-बंधाई ‌रकम लेकर
कुशीनगर जनपद में स्वास्थ्य विभाग की मिली -भगत से सैकड़ों निजी पैथालॉजी, एक्सरे एवं अल्टासाउंड केंद्र कुकुरमुत्ते की तरह चलाया जा रहा है। जिससे गरीबों को इलाज के नाम पर जमकर लुटा जा रहा है। साथ ही इससे अब तक करीब मरीज काल के गाल में समा चुके हैं। ऐसे अवैध धंधेबाजों के खिलाफ आखिर प्रशासन क्यों कार्रवाई नहीं कर रहीं हैं।यह समझ से परे है।
कुशीनगर जनपद के दूदही में करीब सैकड़ों अस्पताल ऐसे हैं जिनके संचालकों द्वारा ही मरीजों का‌ इलाज किया जाता है। जबकि ऐसे लोगों में अधिकांश के पास न तो बैध  डिग्री है और न ही रजिस्ट्रेशन। यहां तक की डायग्नोस्टिक सेंटर भी बिना किसी ‌डिग्री या‌ विशेषज्ञ के ऐसे लोगों के द्वारा चलाया जा रहा है।जिनका पूर्व में ऐसे पेशे से कोई दूर दूर तक का रिश्ता नहीं रहा।
इस गोरखधंधे को फलने-फूलने का भरपूर अवसर देता रहता है। कभी-कभार कार्रवाई  भी  तभी होती है जब किसी का सुविधा शुल्क तय समय के मुताबिक नहीं पहुंच पाता। इतना ही नहीं जब कोई कार्रवाई होनी होती है चाहें स्थानीय स्तर से हो‌ या बाहरी बीच द्वारा इन मुन्ना भाइयों को जांच टीम के पहुंचने के पूर्व ही सूचनाएं मिल जाती है और ऐसे में इन सेंटरों पर पहले से ही  ताले लटक  जाते हैं।
मालूम हो कि शासन ने अवैधानिक रूप से चल रहे नसि॔गह़ोमों तथा पैंथालोजी सेंटर की जांच का आदेश व कार्रवाई करने का  आदेश समय-समय पर देता रहा है। जिससे पूरे क्षेत्र इन पैथालॉजी सेंटरों की दुकान अस्पतालों के पास ही है। जहां चित्र की पची॔ पर तत्काल जांच की जाती है।इन  केन्द्रों पर सुगर,खून, पेशाब, मलेरिया,गले, एक्सरे,अलटासाउंड के अलावा ‌लिंग परीक्षण की भी सुविधा उपलब्ध है। लेकिन पैथालॉजी के कर्मचारी रिपोर्ट देने के बजाए केवल  स्क्रीन पर दिखा देता है।और चार सौ लेकर एक हजार तक रुपए लेता है। यही हाल सूगर, ब्लड, पेशाब, मलेरिया, टायफाइड, गले ऱ़ोगों की है। जहां मुंहमांगा दाम वसूला जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो रिपोर्ट दी जाती है उस पर डाक्टर के हस्ताक्षर को अपठनीय बना दिया जाता है। जिससे उनकी रिपोर्ट महज मरीज को सांत्वना भर‌ दे जाती है और किसी सरकारी विभाग अध॔सरकारी विभाग में नौकरी पेशा ‌वाले आदमी नहीं लगा पाते। जिससे इन  मरीजों का शोषण अस्पताल कर्मचारियों की मिली-भगत से हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता व कथित लापरवाही के कारण   दुदही,सेवरही, तमकुही राज‌‌, खड्डा, नेबुआ‌ नौरंगिया, फाजिल नगर, हाटा, कप्तानगंज, व पडरौना के ग्रामीण इलाकों व बाजारों में इन दिनों अवैध रूप से बिना अनज्ञपति की दवा दुकानों एवं फजी॔ झोला छाप चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गई है। बाजार हो या ग्रामीण इलाकों दोनों में ही अवैध दवा दुकानों ‌व  नीम हकीम खानदानी बैद्य, फर्जी चिकित्सकों की संख्या तकरीबन सौ के ‌आस-पास पहुंच गई है। जो क्षेत्र के गरीब,निरीह एवं पीड़ित दलित लोगों की अज्ञानता  एवं अंध विश्वास तथा विवशता का फायदा उठाकर खुलेआम उनका शोषण कर रहे हैं।‌गौर तलब है कि बिना अनुज्ञप्ति प्राप्त किए दवा की दुकानें बिहार औषधि अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुए बिना किसी  रोक-टोक से चल रही है।ऐ सी दुकानों में मरीजों का शोषण किया जाता है।
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि अधिकांश दुकानदारों द्वारा उत्तर प्रदेश से नकली एवं  एक्सपायरी तथा फिजिशियन सेम्पल की  दवा भी  बेची जा रही है।क्षेत्र में ऐसी चर्चा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन द्वारा साल दो साल में एक छोटी मछली (दवा) दुकान को पकड़ कर डृग इंस्पेक्टर अपनी खाना पूर्ति कर लेते हैं। बड़ी-बड़ी दुकानों पर तों वे झांकने तक नहीं जाते। क्योंकि वहां से सलामी हेड क्वार्टर पर पहुंच जाता है।जिन कारण वे इन बड़ी दुकानों पर ध्यान नहीं करता हैं।
विदित हो कि दवा बिक्रेता‌  ऐसे अनभिज्ञ तथा अशिक्षित गरीब वर्ग के लोगों को नकली व एक्सपायरी  दवा थमा देते हैं।नतीजतन इसके सेवन से नये-नये रोग उभरकर सामने आ जाते हैं, जो बाद में असहाय एवं गम्भीर रूप ‌अखतियार कर लेता है। फजी॔‌ चिकित्सक के चिकित्सक के चंगुल में अशिक्षित गरीब ग्रामीण महिला तथा मज़दूर किस्म के लोग ही अधिकांश फसते हैं।इन चिकित्सकों का धंधा है कि किसी भी ग़रीब मरीज को कोई भी बीमारी हुई  हो तो उसे दो,तीन  सूई,दो चार बोतल पानी चढ़ाकर  मोटी रकम लेकर आथि॔क शोषण ‌करना, ऐसे चिकित्सक के पास न कोई डिग्री ‌डिप्लोमा है और न ही किसी मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान ‌का ‍पंजीयन ही। चर्चा है कि कुछ दिन किसी चिकित्सक के ‌यहां काम करने वाले कम्पाउन्डर‌ या नर्स की  क्लिनिक  खोलकर ‌चिकितसक बन जाते हैं।
बताया जाता है कि इन फजी॔ चिकित्सकों को अपने दलाल भी होते हैं  जो ग्रामीण परिवेश में पुरुष व महिला मरीजों को बहला-फुसलाकर नीम -हकीम, तथा बैद्य के क्लिनिक में ले जाते हैं। बदलें में उन्हें कमीशन दिया जाता है। वहीं कुछ फर्जी चिकित्सकों की आड़ में छिपे रूप से गभ॔पात भी कराते हैं, तथाजि ए्वज में मोटी रकम लेते हैं। इसके बाद भी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सर पर जूं तक नहीं रेंगते  हैं।
क्षेत्र के ग्रामीण जनता , समाजसेवियों, जन-प्रतिनिधियों ने एक स्वर से हिंदी ‌दैनिक  अमिट‌‌ रेखा समाचार पत्र के माध्यम से माननीय मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से कुशीनगर जनपद  के अप्रशिक्षित बिना ‌मान्यता प्राप्त झोला छाप डाक्टरों व स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह ‌व निरंकुश अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ निष्पक्ष व निर्भीक रुप से ‌जांच-पड़ताल कराकर इन हत्यारे ‌रूपी डाक्टरों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने की पुरजोर मांग किया है।
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क्रमशः शेष अगले अंक में
मोबाइल वाट्सएप नम्ब र
८०५२८५५२५९

कुशीनगर दूदही में ग्रामीणों की आंख में धूल झोंक कर जेबें भर रहे निजी क्लिनिक/लैब संचालक, Health & Family Welfare, Shri Alok Saxena, Additional Secretary ने दूदही प्रकरण पर दिये जांच के निर्देश,

कुशीनगर दूदही में ग्रामीणों की आंख में धूल झोंक कर जेबें भर रहे निजी क्लिनिक/लैब संचालक

फर्जी लैब संचालक एक-एक रिपोर्ट के 400 से 1000 रुपए ले रहे रहे हैं।

बीते सप्ताह पहले दूदही के निजी क्लिनिक से दवा ले रहे एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट थी जिसका इलाज कराने दूदही के अमन क्लिनिक ले गए यहां गये तो उसने खून की जांच के लिए कस्बे की धनवंतरी पैथालॉजी वाले को बुला कर जांच कराया तो महिला का ब्लड 6.6 यूनिट बताया गया जो काफी कम बताई गई।

कुशीनगर दूदही। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण के बढऩे से जन जीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं, दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में फर्जी पैथालॉजी सेंटर भी लोगों को मौत के मुंह में धकेलने का निंदनीय कृत्य कर रहे हैं। बिना किसी कागजात और अनुभव के चलाए जा रहे पैथालॉजी सेंटर अस्पतालो को रोकने में प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।

इस तरह ग्रामीण जनता की आंख में झाेंक रहे धूल: ग्रामीण क्षेत्र के कुशीनगर के दूदही सहित छोटे-छोटे गांवों में जमकर खून की जांच केंद्र और अस्पताल संचालित है और संचालित किए जा रहे हैं। इन संचालकों के पास ना तो कोई डिग्री है और न ही इसको चलाने की कोई तकनीकी अनुभव। ऐसे में ये झोलाछाप संचालक ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के दूदही में फर्जी लैब खूब फलफूल रहे हैं, दूदही में लैब की इतनी ही संख्या कहाँ से आई किसी को पता नही। यहां संचालक सिर्फ एक सिरिंज और एक मेज-कुर्सी के सहारे पैथालॉजी लैब चल रहे हैं तो वहीं दूदही में तेजी से अस्पतालों की संख्या भी बढ़ रही है। बिना मशीनों के जांच करके रिपोर्ट पेश करने वाले ये फर्जी लैब संचालक एवं डॉक्टर एक-एक रिपोर्ट के 400 से 1000 रुपए ले रहे रहे हैं और उसमें से 150-300 रुपए रेफर करने वाले डाक्टरो को भी कमीशन के रूप में दिए जा रहे है। यहां तक की झोलाछाप द्वारा कमीशन के खेल में मरीजों की जांच के लिए पसंदीदा लैब में खून का सैंपल भेज देते हैं। दिलचस्प बात ये है कि अधिकतर लैब मरीजों को खून कम हो जाने की रिपोर्ट थमा रही है और इसके इलाज की बात कहकर झोलाछाप क्लिनिक वाले भी मोटी कमाई में जुट गए हैं।
एक पीड़ित आया सामने: बीते 24 मई को दूदही अमन क्लिनिक से अपनी पत्नी का दवा इलाज कराने गए चन्दन ने बताया कि उसे पिछले एक माह से हजारों की ठगी फर्जी रिपोर्ट दिखा कर की गई। यहां गये तो उसने खून की जांच के लिए कस्बे की एक पैथालॉजी से एक युवक को बुला कर ब्लड सेम्पल दिया जहां जांच में उसकी ब्लड रिपोर्ट 6.6 थी जो काफी कम बताई गई काफी इलाज के बाद भी मरीज ठीक नही हुआ तो शक होने पर युवक ने अपनी पत्नी को लेकर कुशीनगर के जिला अस्पताल गये एक चिकित्सक के यहा परामर्श लिया तो पता चला केवल बुखार आ रहा था और ब्लड जांच रिपोर्ट 9.2 यूनिट था गलत इलाज करने से महिला और महिला के पेट पल रहे बच्चे को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद युवक दोनों रिपोर्ट के साथ ऑनलाइन पोर्टल के जरिये शिकायत दर्ज कराई और एक शिकायत Centralized Public Grievance Redress and Monitoring System के पास दर्ज करा कर जाँच की मांग की गई।

क्या कहते है स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी श्री आलोक सक्सेना (अपर सचिव)

जो भी पैथालॉजी सेंटर फर्जी चल रहे हैं उनकी जांच कराई जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगाया जा रहा है जो जल्द ही फर्जी लैब और क्लिनिक संचालक पर नियमानुसार कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दे दिए गए।

इस सम्बंध में 5 जून को प्रकाशित समाचार पढ़ने के लिए क्लिक करे 👈

कुशीनगर दूदही में ग्रामीणों की आंख में धूल झोंक कर जेबें भर रहे निजी क्लिनिक/लैब संचालक, Health & Family Welfare, Shri Alok Saxena, Additional Secretary ने दूदही प्रकरण पर दिये जांच के निर्देश,

कुशीनगर दूदही में ग्रामीणों की आंख में धूल झोंक कर जेबें भर रहे निजी क्लिनिक/लैब संचालक

फर्जी लैब संचालक एक-एक रिपोर्ट के 400 से 1000 रुपए ले रहे रहे हैं।

बीते सप्ताह पहले दूदही के निजी क्लिनिक से दवा ले रहे एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट थी जिसका इलाज कराने दूदही के अमन क्लिनिक ले गए यहां गये तो उसने खून की जांच के लिए कस्बे की धनवंतरी पैथालॉजी वाले को बुला कर जांच कराया तो महिला का ब्लड 6.6 यूनिट बताया गया जो काफी कम बताई गई।

कुशीनगर दूदही। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण के बढऩे से जन जीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं, दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में फर्जी पैथालॉजी सेंटर भी लोगों को मौत के मुंह में धकेलने का निंदनीय कृत्य कर रहे हैं। बिना किसी कागजात और अनुभव के चलाए जा रहे पैथालॉजी सेंटर अस्पतालो को रोकने में प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।

इस तरह ग्रामीण जनता की आंख में झाेंक रहे धूल: ग्रामीण क्षेत्र के कुशीनगर के दूदही सहित छोटे-छोटे गांवों में जमकर खून की जांच केंद्र और अस्पताल संचालित है और संचालित किए जा रहे हैं। इन संचालकों के पास ना तो कोई डिग्री है और न ही इसको चलाने की कोई तकनीकी अनुभव। ऐसे में ये झोलाछाप संचालक ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के दूदही में फर्जी लैब खूब फलफूल रहे हैं, दूदही में लैब की इतनी ही संख्या कहाँ से आई किसी को पता नही। यहां संचालक सिर्फ एक सिरिंज और एक मेज-कुर्सी के सहारे पैथालॉजी लैब चल रहे हैं तो वहीं दूदही में तेजी से अस्पतालों की संख्या भी बढ़ रही है। बिना मशीनों के जांच करके रिपोर्ट पेश करने वाले ये फर्जी लैब संचालक एवं डॉक्टर एक-एक रिपोर्ट के 400 से 1000 रुपए ले रहे रहे हैं और उसमें से 150-300 रुपए रेफर करने वाले डाक्टरो को भी कमीशन के रूप में दिए जा रहे है। यहां तक की झोलाछाप द्वारा कमीशन के खेल में मरीजों की जांच के लिए पसंदीदा लैब में खून का सैंपल भेज देते हैं। दिलचस्प बात ये है कि अधिकतर लैब मरीजों को खून कम हो जाने की रिपोर्ट थमा रही है और इसके इलाज की बात कहकर झोलाछाप क्लिनिक वाले भी मोटी कमाई में जुट गए हैं।
एक पीड़ित आया सामने: बीते 24 मई को दूदही अमन क्लिनिक से अपनी पत्नी का दवा इलाज कराने गए चन्दन ने बताया कि उसे पिछले एक माह से हजारों की ठगी फर्जी रिपोर्ट दिखा कर की गई। यहां गये तो उसने खून की जांच के लिए कस्बे की एक पैथालॉजी से एक युवक को बुला कर ब्लड सेम्पल दिया जहां जांच में उसकी ब्लड रिपोर्ट 6.6 थी जो काफी कम बताई गई काफी इलाज के बाद भी मरीज ठीक नही हुआ तो शक होने पर युवक ने अपनी पत्नी को लेकर कुशीनगर के जिला अस्पताल गये एक चिकित्सक के यहा परामर्श लिया तो पता चला केवल बुखार आ रहा था और ब्लड जांच रिपोर्ट 9.2 यूनिट था गलत इलाज करने से महिला और महिला के पेट पल रहे बच्चे को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद युवक दोनों रिपोर्ट के साथ ऑनलाइन पोर्टल के जरिये शिकायत दर्ज कराई और एक शिकायत Centralized Public Grievance Redress and Monitoring System के पास दर्ज करा कर जाँच की मांग की गई।

क्या कहते है स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी श्री आलोक सक्सेना (अपर सचिव)

जो भी पैथालॉजी सेंटर फर्जी चल रहे हैं उनकी जांच कराई जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगाया जा रहा है जो जल्द ही फर्जी लैब और क्लिनिक संचालक पर नियमानुसार कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दे दिए गए।

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समय से एक घण्टे पहले ही खत्म हो गया वैलेट पेपर, मतदाताओं में आक्रोश, सैकड़ो मतदाता नही दे पाए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को वोट

समय से एक घण्टे पहले ही खत्म हो गया वैलेट पेपर, मतदाताओं में आक्रोश, सैकड़ो मतदाता नही दे पाए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को वोट
कुशीनगर। जनपद के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्रामसभा लोहर पट्टी के बूथ संख्या 6, 7 पर समय से एक घण्टा पहले ही खत्म हो गया क्षेत्र पंचायत सदस्य का पर्चा सैकड़ो लोग नही कर पाए मतदान, मतदाओं में आक्रोश ब्याप्त है।
आपको बताते चले कि वि0ख0 दुदही के ग्रामसभा लोहर पट्टी के वार्ड संख्या 6,7 से वैलेट पेपर कम पड़ गया जिससे से सैकड़ो मतदाताओं ने अपना मत नही दे पाए मतदाताओं का आरोप है की जान बूझ कर मतदान करा रहे कर्मचारीयो और प्रत्यासी की मिली भगत से वैलेट पेपर छुपा दिया गया ताकि बिपक्ष को वोट न मिल सके मतदाताओं की बात में कितनी सच्चाई है ये तो जांच के बाद ही सही और गलत का पर्दाफास हो पायेगा। परंतु ये सच है कि बूथ पर समय से एक घण्टे पहले ही पर्चा खत्म हो गया था इसकी सूचना हमारे संवादाता को हुई तो इसकी पुष्टि करने बूथ पर गए जहाँ पर मौजूद मतदान कर्मचारियो ने कबूला की लगभग 100 से 150 क्षेत्र पंचायत सदस्य का पर्चा कम पड़ गया जिसके वजह से कुछ लोग अपना मत नही दे पाए। इस बात को लेकर मतदाताओं में काफी आक्रोश दिखा।

समय से एक घण्टे पहले ही खत्म हो गया वैलेट पेपर, मतदाताओं में आक्रोश, सैकड़ो मतदाता नही दे पाए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को वोट

समय से एक घण्टे पहले ही खत्म हो गया वैलेट पेपर, मतदाताओं में आक्रोश, सैकड़ो मतदाता नही दे पाए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को वोट
कुशीनगर। जनपद के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्रामसभा लोहर पट्टी के बूथ संख्या 6, 7 पर समय से एक घण्टा पहले ही खत्म हो गया क्षेत्र पंचायत सदस्य का पर्चा सैकड़ो लोग नही कर पाए मतदान, मतदाओं में आक्रोश ब्याप्त है।
आपको बताते चले कि वि0ख0 दुदही के ग्रामसभा लोहर पट्टी के वार्ड संख्या 6,7 से वैलेट पेपर कम पड़ गया जिससे से सैकड़ो मतदाताओं ने अपना मत नही दे पाए मतदाताओं का आरोप है की जान बूझ कर मतदान करा रहे कर्मचारीयो और प्रत्यासी की मिली भगत से वैलेट पेपर छुपा दिया गया ताकि बिपक्ष को वोट न मिल सके मतदाताओं की बात में कितनी सच्चाई है ये तो जांच के बाद ही सही और गलत का पर्दाफास हो पायेगा। परंतु ये सच है कि बूथ पर समय से एक घण्टे पहले ही पर्चा खत्म हो गया था इसकी सूचना हमारे संवादाता को हुई तो इसकी पुष्टि करने बूथ पर गए जहाँ पर मौजूद मतदान कर्मचारियो ने कबूला की लगभग 100 से 150 क्षेत्र पंचायत सदस्य का पर्चा कम पड़ गया जिसके वजह से कुछ लोग अपना मत नही दे पाए। इस बात को लेकर मतदाताओं में काफी आक्रोश दिखा।

कुशीनगर के बरवापट्टी, तरया थाना क्षेत्रों में जमीनी विवाद में जमकर मारपीट, गोली से 02 लोग घायल

कुशीनगर के दो थाना क्षेत्रों में जमीनी विवाद में जमकर मारपीट, गोली से 02 लोग घायल

मार पीट का लाइव वीडियो न्यूज देखने के लिए क्लिक करे। 👈🏻

कुशीनगर : रविवार के दिन जिले के दो थाना क्षेत्रों से जमीन विवाद में जमकर मारपीट होने की ख़बर है।एक जगह गोली भी चलने की बात सामने आयी है जिसमे 02 लोग घायल बताये जा रहे है।

पहला मामला बरवापट्टी थाना के हनुमान चौक का है जहां सुबह जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गयी। दोनों पक्षों से मिलाकर 7 लोग घायल हैं। 

वही मौके पर दोनों पक्ष ने सड़क जाम किया है।जिस पर सीओ तमकुहीराज की अगुवाई में तीन थानों की फोर्स मौके पर पहुंच मामले को संभाला है।

वही दूसरा मामला तरयासुजान थाना अंतर्गत  बेदुपार  का है जहां जमीनी विवाद में अवैध असलहा से गोली चलने से 02 लोग घायल बताये जा रहे है।

परन्तु इस मामले पर कुशीनगर पुलिस द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि

दोनों पक्ष जो कि आपस में सगे पट्टीदार हैं के मध्य पूर्व से जमीनी विवाद था जो न्यायालय में विचाराधीन है। आज आपस में दोनों पक्ष मारपीट करने लगे। विवाद में गोली चलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची, मजरुब को पुलिस द्वारा ईलाज हेतु CHC ले जाया गया।

ईलाज के दौरान डाक्टर ने गोली लगने की पुष्टी नहीं की है। दोनों पक्ष के एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। घटना में गोली चलने की जांच की जा रही है।

कुशीनगर के बरवापट्टी, तरया थाना क्षेत्रों में जमीनी विवाद में जमकर मारपीट, गोली से 02 लोग घायल

कुशीनगर के दो थाना क्षेत्रों में जमीनी विवाद में जमकर मारपीट, गोली से 02 लोग घायल

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कुशीनगर : रविवार के दिन जिले के दो थाना क्षेत्रों से जमीन विवाद में जमकर मारपीट होने की ख़बर है।एक जगह गोली भी चलने की बात सामने आयी है जिसमे 02 लोग घायल बताये जा रहे है।

पहला मामला बरवापट्टी थाना के हनुमान चौक का है जहां सुबह जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गयी। दोनों पक्षों से मिलाकर 7 लोग घायल हैं। 

वही मौके पर दोनों पक्ष ने सड़क जाम किया है।जिस पर सीओ तमकुहीराज की अगुवाई में तीन थानों की फोर्स मौके पर पहुंच मामले को संभाला है।

वही दूसरा मामला तरयासुजान थाना अंतर्गत  बेदुपार  का है जहां जमीनी विवाद में अवैध असलहा से गोली चलने से 02 लोग घायल बताये जा रहे है।

परन्तु इस मामले पर कुशीनगर पुलिस द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि

दोनों पक्ष जो कि आपस में सगे पट्टीदार हैं के मध्य पूर्व से जमीनी विवाद था जो न्यायालय में विचाराधीन है। आज आपस में दोनों पक्ष मारपीट करने लगे। विवाद में गोली चलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची, मजरुब को पुलिस द्वारा ईलाज हेतु CHC ले जाया गया।

ईलाज के दौरान डाक्टर ने गोली लगने की पुष्टी नहीं की है। दोनों पक्ष के एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। घटना में गोली चलने की जांच की जा रही है।

जुआ खेलते 7 अभियुक्तों को कसया पुलिस ने गिरफ्तार।

जुआ खेलते 7 अभियुक्तों को कसया पुलिस  ने गिरफ्तार।
           कुशीनगर से के एन साहनी की रिपोर्ट 
 पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 85260 रुपया भी हुआ बरामद।

कुशीनगर में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में दिनांक 26.02.2021 को थाना कसया पुलिस टीम द्वारा स्थान पकड़िहवा सरेह सागौन के बगीचे से हार-जीत की बाजी लगाकर जुला खेलते समय 07 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से जामा तलाशी में 12360 रुपया व माल फड़ से 72900 रुपया मौके से बरामद किया गया। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 165/2021 धारा 13 जुआ अधिनियम पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

मौके पर गिरफ्तार लोगो के नाम
हरिलाल पासवान पुत्र नरायन पासवान उम्र 38 वर्ष सा0 भैसहां पासी टोला थाना कसया,इस्तेयाक अली पुत्र सुकुरुल्लाह अली सा0 श्रीराम जानकी नगर वार्ड न0 13 थाना कसया,विशेक मिश्रा पुत्र त्रिलोकीनाथ मिश्रा उम्र 32 वर्ष सा0 रामकोला रोड वार्ड न0 26 अमीनगर थाना कसया,महेन्द्र मध्देशिया पुत्र स्व0 छोटेलाल मध्देशिया उम्र 38 वर्ष सा0 गोला बाजार वार्ड न0 24 थाना कसया, 
राजू निषाद पुत्र परसन निषाद उम्र 27 वर्ष सा0 बेलवापलकधारी थाना कसया,अरुण सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह सा0 सुकरौली बाजार थाना कोतवाली हाटा जनपद कुशीनगर
व मनोज कुमार यादव पुत्र स्व0 खजांची यादव सा0 सिंधुआ थाना कोतवाली पडरौना जनपद कुशीनगर को जुआ खटकते कसया थानाध्यक्ष संजय कुमार अपने हमराहियों के साथ घटना स्थल पर छापेमारी कर सभी को घेरा बंदी कर गिरफ्तार कर किया गया।उ0नि0 श्री रविन्द्र यादव थाना कसया जनपद कुशीनगर
उ0नि0 श्री विजयशंकर यादव,
उ0नि0 श्री गौरव कुमार वर्मा,
का0 विश्वनाथ कुमार,का0 शेरबहादुर सिंह,
का0 विकाश यादव,का0 विशाल यादव,का0 शिवा सिंह,का0 नितेश यादव,का0नरेन्द्रयादव,
का0 विनय यादव,
का0 शिवबदन यादव,
का0 चन्द्रशेखर चौहान,
का0 वेदप्रकाश गोस्वामी थाना कसया जनपद कुशीनगर

जुआ खेलते 7 अभियुक्तों को कसया पुलिस ने गिरफ्तार।

जुआ खेलते 7 अभियुक्तों को कसया पुलिस  ने गिरफ्तार।
           कुशीनगर से के एन साहनी की रिपोर्ट 
 पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 85260 रुपया भी हुआ बरामद।

कुशीनगर में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में दिनांक 26.02.2021 को थाना कसया पुलिस टीम द्वारा स्थान पकड़िहवा सरेह सागौन के बगीचे से हार-जीत की बाजी लगाकर जुला खेलते समय 07 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से जामा तलाशी में 12360 रुपया व माल फड़ से 72900 रुपया मौके से बरामद किया गया। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 165/2021 धारा 13 जुआ अधिनियम पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

मौके पर गिरफ्तार लोगो के नाम
हरिलाल पासवान पुत्र नरायन पासवान उम्र 38 वर्ष सा0 भैसहां पासी टोला थाना कसया,इस्तेयाक अली पुत्र सुकुरुल्लाह अली सा0 श्रीराम जानकी नगर वार्ड न0 13 थाना कसया,विशेक मिश्रा पुत्र त्रिलोकीनाथ मिश्रा उम्र 32 वर्ष सा0 रामकोला रोड वार्ड न0 26 अमीनगर थाना कसया,महेन्द्र मध्देशिया पुत्र स्व0 छोटेलाल मध्देशिया उम्र 38 वर्ष सा0 गोला बाजार वार्ड न0 24 थाना कसया, 
राजू निषाद पुत्र परसन निषाद उम्र 27 वर्ष सा0 बेलवापलकधारी थाना कसया,अरुण सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह सा0 सुकरौली बाजार थाना कोतवाली हाटा जनपद कुशीनगर
व मनोज कुमार यादव पुत्र स्व0 खजांची यादव सा0 सिंधुआ थाना कोतवाली पडरौना जनपद कुशीनगर को जुआ खटकते कसया थानाध्यक्ष संजय कुमार अपने हमराहियों के साथ घटना स्थल पर छापेमारी कर सभी को घेरा बंदी कर गिरफ्तार कर किया गया।उ0नि0 श्री रविन्द्र यादव थाना कसया जनपद कुशीनगर
उ0नि0 श्री विजयशंकर यादव,
उ0नि0 श्री गौरव कुमार वर्मा,
का0 विश्वनाथ कुमार,का0 शेरबहादुर सिंह,
का0 विकाश यादव,का0 विशाल यादव,का0 शिवा सिंह,का0 नितेश यादव,का0नरेन्द्रयादव,
का0 विनय यादव,
का0 शिवबदन यादव,
का0 चन्द्रशेखर चौहान,
का0 वेदप्रकाश गोस्वामी थाना कसया जनपद कुशीनगर

UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन


UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन
                दुर्घटना ग्रस्त की तस्वीर
उत्तर प्रदेश जनपद कुशीनगर में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। ग्राम धोकरहा टोला चकदहवा के समीप बालू लदी ट्रैक्टर पलटने से मौके पर ही दो लोगों की ट्रेक्टर से दबकर मौत हो गई। मृतकों को देखकर वहां मौजूद लोग सहम गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों को निकालने की कोशिश की तो मृतकों के परिजन व ग्रामीण सक्षम अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग  पर अड़ गए।
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि ट्रैक्टर मालिक दिन रात ट्रैक्टर चलवाते थे जिसके चलते ये दर्दनाक घटना घटीत हुई है। मृतकों की पहचान विरेंद्र उम्र (30) वर्ष पुत्र रामनाथ प्रसाद निवासी धोकरहा टोला चकदहवा व कुमरेश उम्र(32)वर्ष पुत्र बुन्नीलाल कुशवाहा धोकरहा टोला कतरा के निवासी के रुप में हुई है। खबर लिखे जाने तक शव ट्रैक्टर में ही दबा हुआ था। परिजनों का कहना है कि जब तक डीएम मौके पर नही आएंगे तब तक शव नहीं निकलेगा।

UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन


UP: कुशीनगर अवैध बालू लदा ट्रक्टर पलटने से दो लोगो की मौत। कुशीनगर डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन
                दुर्घटना ग्रस्त की तस्वीर
उत्तर प्रदेश जनपद कुशीनगर में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। ग्राम धोकरहा टोला चकदहवा के समीप बालू लदी ट्रैक्टर पलटने से मौके पर ही दो लोगों की ट्रेक्टर से दबकर मौत हो गई। मृतकों को देखकर वहां मौजूद लोग सहम गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों को निकालने की कोशिश की तो मृतकों के परिजन व ग्रामीण सक्षम अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग  पर अड़ गए।
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि ट्रैक्टर मालिक दिन रात ट्रैक्टर चलवाते थे जिसके चलते ये दर्दनाक घटना घटीत हुई है। मृतकों की पहचान विरेंद्र उम्र (30) वर्ष पुत्र रामनाथ प्रसाद निवासी धोकरहा टोला चकदहवा व कुमरेश उम्र(32)वर्ष पुत्र बुन्नीलाल कुशवाहा धोकरहा टोला कतरा के निवासी के रुप में हुई है। खबर लिखे जाने तक शव ट्रैक्टर में ही दबा हुआ था। परिजनों का कहना है कि जब तक डीएम मौके पर नही आएंगे तब तक शव नहीं निकलेगा।

कुशीनगर में दो कौवे की मौत, बर्ड फ्लू की आशंका से डरे ग्रामीण

कुशीनगर में दो कौवे की मौत, बर्ड फ्लू की आशंका से डरे ग्रामीण

                    SEK NEWS

उ0प्र0 कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया में शनिवार को दो कौवे मृत मिले। इसकी जानकारी होते ही ग्रामीण बर्ड फ्लू की आशंका से लोग सहम गए और पुलिस प्रशासन को सूचना दी। पुलिस ने कौवों को दफनाने के साथ मरने वाले स्थान पर चूने का छिड़काव कराया। जिले की खड्डा तहसील क्षेत्र के नौरंगिया तिराहे पर अनिल मद्धेशिया दुकान चलाकर परिवार की आजीविका चलाता है। उसकी दुकान में लगे कटरैन (टिनशेड) पर सुबह लोगों ने एक कौए को मृत देखा। 

ग्रामीण अभी इसकी चर्चा कर ही रहे थे कि किसी ने बताया कि अनिल के पड़ोसी योगेश्वर मद्धेशिया के दुकान के पीछे स्थित कब्रिस्तान में भी एक कौवा मृत पड़ा है। एक साथ दो कौवों के मरने की सूचना पूरे चौराहे पर आम हो गई। लोग बर्ड फ्लू को लेकर सशंकित हो गए। चौराहे के दुकानदार 112 टोल फ्री नम्बर डायल करने लगे। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष तिवारी ने एसओ को अवगत कराया। कुछ ही देर में एसआई अजय कुमार सिंह हमराहियों के साथ चौराहे पर पहुंचकर अनिल के कटरैन पर मृत मिले कौवे को सुनसान स्थान पर दफन कराया। कब्रिस्तान में मिले मृत कौवे तक पुलिस के पहुंचने के पहले ही उसे किसी ने कहीं दफना दिया था। पुलिस ने दोनों स्थानों पर चूने का छिड़काव कराया। एसआई अजय कुमार सिंह ने बताया कि कौवों को दफनाकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। अधिकारियों के निर्देश पर मिलने आगे की कार्रवाई की जायेगी।

कुशीनगर में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका बहुत कम है। इसके बावजूद सतर्कता बरती जा रही है। तहसील स्तर पर टीम गठित की गई है। कौओं के मरने की जानकारी नहीं है लेकिन दो कौए मरे हैं तो वह स्वाभाविक होगी। बर्ड फ्लू की सम्भावना तब है, जबकि समूह में अचानक दर्जनों-सैकड़ों की संख्या में पक्षी मरने लगे। ऐसी स्थिति कहीं होती है तो तत्काल नोडल अधिकारी डॉ. एचएन सिंह के मोबाइल नम्बर 9415363344 पर सूचना दें। 

पशु चिकित्साधिकारी, डॉ. विनय कुमार, प्रभारी जिला

आज ही टास्क फोर्स की मीटिंग में बर्ड फ्लू के लिए टीम गठित की गई है। 10 या अधिक की संख्या में पक्षी एक साथ मरें तो बर्ड फ्लू की आशंका में जांच कराई जाती है। यह मौत स्वाभाविक हो सकती है। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र की टीम को विशेष निगरानी व सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।

कुशीनगर में दो कौवे की मौत, बर्ड फ्लू की आशंका से डरे ग्रामीण

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उ0प्र0 कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया में शनिवार को दो कौवे मृत मिले। इसकी जानकारी होते ही ग्रामीण बर्ड फ्लू की आशंका से लोग सहम गए और पुलिस प्रशासन को सूचना दी। पुलिस ने कौवों को दफनाने के साथ मरने वाले स्थान पर चूने का छिड़काव कराया। जिले की खड्डा तहसील क्षेत्र के नौरंगिया तिराहे पर अनिल मद्धेशिया दुकान चलाकर परिवार की आजीविका चलाता है। उसकी दुकान में लगे कटरैन (टिनशेड) पर सुबह लोगों ने एक कौए को मृत देखा। 

ग्रामीण अभी इसकी चर्चा कर ही रहे थे कि किसी ने बताया कि अनिल के पड़ोसी योगेश्वर मद्धेशिया के दुकान के पीछे स्थित कब्रिस्तान में भी एक कौवा मृत पड़ा है। एक साथ दो कौवों के मरने की सूचना पूरे चौराहे पर आम हो गई। लोग बर्ड फ्लू को लेकर सशंकित हो गए। चौराहे के दुकानदार 112 टोल फ्री नम्बर डायल करने लगे। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष तिवारी ने एसओ को अवगत कराया। कुछ ही देर में एसआई अजय कुमार सिंह हमराहियों के साथ चौराहे पर पहुंचकर अनिल के कटरैन पर मृत मिले कौवे को सुनसान स्थान पर दफन कराया। कब्रिस्तान में मिले मृत कौवे तक पुलिस के पहुंचने के पहले ही उसे किसी ने कहीं दफना दिया था। पुलिस ने दोनों स्थानों पर चूने का छिड़काव कराया। एसआई अजय कुमार सिंह ने बताया कि कौवों को दफनाकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। अधिकारियों के निर्देश पर मिलने आगे की कार्रवाई की जायेगी।

कुशीनगर में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका बहुत कम है। इसके बावजूद सतर्कता बरती जा रही है। तहसील स्तर पर टीम गठित की गई है। कौओं के मरने की जानकारी नहीं है लेकिन दो कौए मरे हैं तो वह स्वाभाविक होगी। बर्ड फ्लू की सम्भावना तब है, जबकि समूह में अचानक दर्जनों-सैकड़ों की संख्या में पक्षी मरने लगे। ऐसी स्थिति कहीं होती है तो तत्काल नोडल अधिकारी डॉ. एचएन सिंह के मोबाइल नम्बर 9415363344 पर सूचना दें। 

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आज ही टास्क फोर्स की मीटिंग में बर्ड फ्लू के लिए टीम गठित की गई है। 10 या अधिक की संख्या में पक्षी एक साथ मरें तो बर्ड फ्लू की आशंका में जांच कराई जाती है। यह मौत स्वाभाविक हो सकती है। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र की टीम को विशेष निगरानी व सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।

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