सिस्टम पर भारी सिपाही की भौकालबाजी
तमकुहीराज सर्किल से रामआधार दृवेदी की खास रिपोर्ट
कुशीनगर। हर जगह -हर क्षेत्र में कुछ खास भौकाली लोग दिखाई दे जाते है। भौकाल तब बढ़ जाता है, जब अपने उच्च पदस्थ की हाथ सर पर रहती है, इस लिये यह कहना गलत नही होता ---की जब साहब मेहरबान, तब गदहा पहलवान! ऐसे में पुलिस वाले भी भौकाल बाजी दिखाने में पीछे क्यो रहे?
जी हाँ इस जनपद के उत्तरप्रदेश -बिहार सीमा पर स्थित चर्चित पुलिस चौकी बहादुरपुर पर कृपा पात्र तैनाती पाए 2020 वेंच की एक सिपाही की भौकाल बाजी सर चढ़ कर बोल रही है।जो अपने कारस्तानी से आमजनो के अलावे विभाग में चर्चा बनाया हुआ है। आँख में काले चश्मे बुलेट की सवारी करने वाले इस भौकाली अपने को इस चौकी का सब कुछ मान बैठा है, इतना ही नही झूठ की महारत की गिनती में अवल रहने के लिये सबसे आगे है,स्थानीय साहब की कृपा पात्र उक्त सिपाही से मिले बेगार आपकी आवेदन ठंडे बस्ते में रहेगी, । जहाँ एक तरफ योगी सरकार पुलिसकर्मियों को आम जनता के साथ मित्रवत ब्यवहार करने का दिशा निर्देश दे रही है। वही यह भौकाल बाज सिपाही इस निर्देश का धज्जियाँ उधेड़ रहा है।
मामला सोमवार का है, चौकी पर ड्यूटी पर तैनात भौकाल बाज सिपाही ने आवेदन लेकर चौकी पर पहुँची हफुआ निवासी सुलेखा से अपना भौकाल गिना रहा था,सुलेखा अपनी पति से परीशान जी बखान सुनाई जा रही थी,सिपाही जी भोकलबाजी बताये जा रहे,थे। इस बीच एक जागरूक ने अपने मोबाइल में इस वाक्य को कैद किया, भौकालबाज सिपाही कह रहे थे,जो चाहूंगा यहाँ वही होगा। पहले पूनिया, फिर काम,उसके बाद दाम देना होगा।
बहरहाल! चर्चाओ पर यकीन करें तो आजकल उक्त सिपाही की कारस्तानी की लम्बी फिरहिस्त है, कृपा पात्र एक कमाऊ पुत्र यहां के साहब के लिये है। विबेचना कि खेल में फारवर्ड पर खेलने वाले इस सिपाही की इतने कम समय की सर्विस में चौकी पर पोस्टिंग भी एक कबिले गौर मसला है??
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