गैर संगीन मामलों मे घर बैठे दर्ज करा सकते है एफआईआर, एक क्लिक में जाने पूरी खबर
बाहरी दवाओं के भरोसे कुशीनगर जिला अस्पताल, सामान्य दवाओं को भी मोहताज हैं मरीज
बाहरी दवाओं के भरोसे कुशीनगर जिला अस्पताल, सामान्य दवाओं को भी मोहताज हैं मरीज
कुशीनगर: कुशीनगर के जिला अस्पताल का हाल बेहाल होता जा रहा है। दलालों का मंहगी दवाएं लिखवाने का दबाव और डॉक्टरों का बाहरी दवाओं में कमीशन होना रोगियों एवं उनके तीमारदारों की कमर तोड़ने का काम कर रहा है। अस्पताल की ऐसी हालत के बावजूद जिला प्रशासन जानबूझकर मुंह फेरे हुए है।
जनपद में बढ़ते संक्रामक रोगों के कारण रोगियों के आने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं अस्पताल निशुल्क दवाओं के नाम पर खोखला हो चुका है। आलम यह है कि साधारण बुखार और दर्द में दी जाने वाली सामान्य दवाईयां भी नहीं हैं। एेसे में जनता को सुलभ चिकित्सा का दावा की पोल खुलती नजर आ रही है। अस्पताल में आए मरीज रोज बाहर से दवाएं लेने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि दवा खत्म होने का यह सिलसिला पिछले वर्ष 2019 से लेकर अभी तक जारी है। बताते चलें कि जिला अस्पताल में आने वाली 138 दवाओं में कुल 18 दवाएं ही शेष रह गई हैं। अब वह भी समाप्ति की ओर हैं। जिले के आला अधिकारी को अस्पताल की इन समास्यायों के बारे में जानने के बावजूद अनजान बनने का प्रयास करते रहते हैं। वहीं जब इस मामले पर असपताल प्रशासन से बात करनी चाही तो किसी ने बात नहीं की और कहते रहे कि पूरे मामले की जानकारी शासन को है फिर भी कुछ कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मरीजो से डॉक्टर साहब का दूरब्यवहार
आपको जानकर हैरानी होगी कि कोई मरीज गलती से भी डाक्टरो से पूछ लें कि दवा अस्पताल में मिलेगी या बाहर तो उस मरीज की खैर नही दिनांक 12 जुलाई 2021 को जिला अस्पताल के वार्ड नम्बर 37 में सुबह से ही भीड़ इकट्ठी रही और डॉक्टर साहब 11 बजे अस्पताल पहुंचे और आधा घण्टा बाद चाय नास्ता करने के बाद मरीजो को बारी बारी देखने का नम्बर आया तो डॉक्टर साहब किसी बात को लेकर परेशान थे और इलाज कराने आये मरीजो को फटकार लगाते हुए मात्र पांच मिनट में ही लगभग 10 मरीजो को इलाज को आस्वासन दे कर लौटा दिए लगभग लगभग सभी वार्ड के डॉक्टर साहब का ब्यहव्हार ऐसा ही है। हमे लगता है किसी को भी इस तरह इलाज कराने का शौक तो नही ही होगा। अधिक जानकारी के लिए जिला अस्पताल में इलाज करने अवश्य पधारे।
कलमकार की कलम से:- Mr. N Ansari
यूपी के 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन की सच्चाई ? जानें वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई
यूपी के 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन की सच्चाई ? जानें वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई
कोरोना के नये अवतार केस को लेकर उत्तर प्रदेश में हर दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कभी मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है तो कभी पॉजिटिव की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। बीच-बीच में कोरोना केसों में गिरावट भी दर्ज की जा रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के 21 जिलाें में 10 मई तक लॉकडाउन का एक मैसेज वायरल हो रहा है। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उत्तर प्रदेश में लाॅकडाउन को लेकर अफवाह चल रही हैं। लॉकडाउन बढ़ाया नहीं जा रहा है।
लॉकडाउन का यह मैसेज वायरल हो रहा है।
मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के नाम से एक मैसेज वायरल हो गया। इसमें बताया गया है कि UP के निम्न 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन रहेगा। ये जिले लखनऊ, आगरा, कानपुर ,बरेली, सीतापुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अलीगढ़,.हाथरस, बुलंदशहर, नोएडा, हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुज़फ्फरनगर, बागपत, शामली,
बिजनौर और प्रयागराज।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहां फर्जी है वायरल मैसेज
#InfoUPFactCheck की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स एवं सोशल मीडिया पर प्रदेश के 21 जिलों में 10 मई 2021 तक लॉकडाउन लगाने की भ्रामक सूचना प्रसारित की जा रही है। यूपी सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कृपया भ्रामक सूचनाओं को सोशल
यूपी के 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन की सच्चाई ? जानें वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई
यूपी के 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन की सच्चाई ? जानें वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई
कोरोना के नये अवतार केस को लेकर उत्तर प्रदेश में हर दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कभी मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है तो कभी पॉजिटिव की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। बीच-बीच में कोरोना केसों में गिरावट भी दर्ज की जा रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के 21 जिलाें में 10 मई तक लॉकडाउन का एक मैसेज वायरल हो रहा है। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उत्तर प्रदेश में लाॅकडाउन को लेकर अफवाह चल रही हैं। लॉकडाउन बढ़ाया नहीं जा रहा है।
लॉकडाउन का यह मैसेज वायरल हो रहा है।
मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के नाम से एक मैसेज वायरल हो गया। इसमें बताया गया है कि UP के निम्न 21 जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन रहेगा। ये जिले लखनऊ, आगरा, कानपुर ,बरेली, सीतापुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अलीगढ़,.हाथरस, बुलंदशहर, नोएडा, हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुज़फ्फरनगर, बागपत, शामली,
बिजनौर और प्रयागराज।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहां फर्जी है वायरल मैसेज
#InfoUPFactCheck की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स एवं सोशल मीडिया पर प्रदेश के 21 जिलों में 10 मई 2021 तक लॉकडाउन लगाने की भ्रामक सूचना प्रसारित की जा रही है। यूपी सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कृपया भ्रामक सूचनाओं को सोशल
UP Panchayat Election 2021 : उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव पर हाईकोर्ट का फैसला, 2015 के आधार पर होगा आरक्षण
UP Panchayat Election 2021 : उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव पर हाईकोर्ट का फैसला, 2015 के आधार पर होगा आरक्षण
यूपी पंचायत चुनाव में सीटों पर आरक्षण व्यवस्था को लेकर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अपना फैसला सुना दिया है। हाईकोर्ट ने कहा कि वर्ष 2015 को आधार मानते हुए सीटों पर आरक्षण लागू किया जाए। इसके पूर्व राज्य सरकार ने कहा कि वह वर्ष 2015 को आधार मानकर आरक्षण व्यवस्था लागू करने के लिए तैयार है। इस पर न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी व न्यायमूर्ति मनीष माथुर की खंडपीठ ने 25 मई तक यूपी पंचायत चुनाव 👈🏻 संपन्न कराने के आदेश दिया है।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका देकर 11 फरवरी 2021 के शासनादेश को चुनौती दी गई थी। याचिका में कहा गया है कि पंचायत चुनाव में आरक्षण लागू किए जाने सम्बंधी नियमावली के नियम 4 के तहत जिला पंचायत, सेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत की सीटों पर आरक्षण लागू किया जाता है। कहा गया कि आरक्षण लागू किए जाने के सम्बंध में वर्ष 1995 को मूल वर्ष मानते हुए 1995, 2000, 2005 व 2010 के चुनाव सम्पन्न कराए गए।
लेटेस्ट खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करे 👈🏻याचिका में आगे कहा गया कि 16 सितम्बर 2015 को एक शासनादेश जारी करते हुए वर्ष 1995 के बजाय वर्ष 2015 को मूल वर्ष मानते हुए आरक्षण लागू किए जाने को कहा गया। उक्त शासनादेश में ही कहा गया कि वर्ष 2001 व 2011 के जनगणना के अनुसार अब बड़ी मात्रा में डेमोग्राफिक बदलाव हो चुका है। लिहाजा वर्ष 1995 को मूल वर्ष मानकर आरक्षण लागू किया जाना उचित नहीं होगा। कहा गया कि 16 सितम्बर 2015 के उक्त शासनादेश को नजरंदाज करते हुए, 11 फरवरी 2021 का शासनादेश लागू कर दिया गया। जिसमें वर्ष 1995 को ही मूल वर्ष माना गया है। यह भी कहा गया कि वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव भी 16 सितम्बर 2015 के शासनादेश के ही अनुसार सम्पन्न हुए थे।
UP Panchayat Election 2021 : उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव पर हाईकोर्ट का फैसला, 2015 के आधार पर होगा आरक्षण
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यूपी पंचायत चुनाव में सीटों पर आरक्षण व्यवस्था को लेकर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अपना फैसला सुना दिया है। हाईकोर्ट ने कहा कि वर्ष 2015 को आधार मानते हुए सीटों पर आरक्षण लागू किया जाए। इसके पूर्व राज्य सरकार ने कहा कि वह वर्ष 2015 को आधार मानकर आरक्षण व्यवस्था लागू करने के लिए तैयार है। इस पर न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी व न्यायमूर्ति मनीष माथुर की खंडपीठ ने 25 मई तक यूपी पंचायत चुनाव 👈🏻 संपन्न कराने के आदेश दिया है।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका देकर 11 फरवरी 2021 के शासनादेश को चुनौती दी गई थी। याचिका में कहा गया है कि पंचायत चुनाव में आरक्षण लागू किए जाने सम्बंधी नियमावली के नियम 4 के तहत जिला पंचायत, सेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत की सीटों पर आरक्षण लागू किया जाता है। कहा गया कि आरक्षण लागू किए जाने के सम्बंध में वर्ष 1995 को मूल वर्ष मानते हुए 1995, 2000, 2005 व 2010 के चुनाव सम्पन्न कराए गए।
लेटेस्ट खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करे 👈🏻याचिका में आगे कहा गया कि 16 सितम्बर 2015 को एक शासनादेश जारी करते हुए वर्ष 1995 के बजाय वर्ष 2015 को मूल वर्ष मानते हुए आरक्षण लागू किए जाने को कहा गया। उक्त शासनादेश में ही कहा गया कि वर्ष 2001 व 2011 के जनगणना के अनुसार अब बड़ी मात्रा में डेमोग्राफिक बदलाव हो चुका है। लिहाजा वर्ष 1995 को मूल वर्ष मानकर आरक्षण लागू किया जाना उचित नहीं होगा। कहा गया कि 16 सितम्बर 2015 के उक्त शासनादेश को नजरंदाज करते हुए, 11 फरवरी 2021 का शासनादेश लागू कर दिया गया। जिसमें वर्ष 1995 को ही मूल वर्ष माना गया है। यह भी कहा गया कि वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव भी 16 सितम्बर 2015 के शासनादेश के ही अनुसार सम्पन्न हुए थे।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, आकाशीय बिजली और घने कोहरे का अलर्ट जारी
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अधिक दाम/काला बाजारी हो तो डायल करे टोल फ्री नम्बर=18001800300
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श्रमिक भरण-पोषण योजना, 20 लाख से ज्यादा मजदूरों को भेजी गई 1 हजार रुपये की पहली किस्त: सीएम
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Breaking पुरे उत्तर प्रदेश को लॉकडाउन किया गया- सीएम,सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसला पूरे
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उत्तर प्रदेश के 15 जिले होंगे लॉकडाउन, सीएम योगी ने किया एलान
उत्तर प्रदेश के 15 जिले होंगे लॉकडाउन, सीएम योगी ने किया एलान
यूपी में 15 जिले हुए लॉकडाउन
सीएम योगी ने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए गोरखपुर सहित प्रदेश के 15 जिलों को लॉकडाउन किया जा रहा है। उन्होंने अपने मीडिया संबोधन में जानकारी दी कि यूपी रोडवेज की बसें न तो यूपी से बाहर जाएंगी और न ही दूसरे राज्यों की बसे इन जिलों में आ पाएंगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह लॉकडाउन 25 मार्च तक लागू रहेगा। इस दौरान जरूरत का सामान जैसे अनाज, दूध, सब्जी व दवा की सभी सेवाएं खुली रहेंगी।वहीं सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने अमर उजाला को बताया कि जनता कर्फ्यू जो 22 मार्च को प्रातः 7बजे से रात्रि 9 बजे तक था, उसकी समय अवधि बढ़ाकर 23 मार्च को प्रातः 6 बजे तक कर दी गई है। जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से अपील है कि जनता कर्फ्यू को शत प्रतिशत सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
बागपत में भी जिलाधिकारी शकुन्तला गौतम ने जनता कर्फ्यू की अवधि कल सुबह (23 मार्च 2020) सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ाए जाने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सभी जनपद वासियों से अपील की है कि जनता कर्फ्यू के लिए सभी सहयोग करें और कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। सावधानियों के प्रति एक दूसरे को जागरूक करें। सभी जनपद वासी सतर्क रहें और सावधान रहें।
कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद व उनकी पत्नी सहित 24 की रिपोर्ट निगेटिव
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की पार्टी में शामिल हुए कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद व उनकी पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्हें कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है। इसके अलावा जिन 51 लोगों के सैंपल लिए गए थे उनमें से 24 की रिपोर्ट निगेटिव आई है जो कि राहत भरी खबर है। जबकि बाकी की रिपोर्ट रात आठ बजे आएगी।बता दें कि लंदन से लखनऊ आने के बाद कनिका कपूर ने लखनऊ व कानपुर में कई पार्टियां की थीं और कई लोगों के सीधे संपर्क में आई थीं। जिसमें कई बड़े नेता व अफसर शामिल हुए थे। ये सभी लोग कनिका के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सकते में आ गए थे।कनिका की पार्टी में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व उनके सांसद बेटे दुष्यंत भी शामिल हुए थे। उन्होंने भी अपनी जांच करवाई और उन्हें भी कोरोना निगेटिव पाया गया।
महराजगंज जिला अस्पताल के इमरजेंसी में बेड ही नहीं, डॉक्टर की कुर्सी भी खाली
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए लोग घरों से नहीं निकले। आलम यह रहा कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लगा बेड भी खाली रहा, वहीं डॉक्टर की कुर्सी भी खाली रही। पास में बैठा एक कर्मी ड्यूटी पर तैनात मिला।सारा दिन बार्डर पर सन्नाटा
इस बार्डर से कर्फ्यू के दौरान नेपाल से आवागमन ठप रहा। सारा दिन बार्डर पर सन्नाटा पसरा रहा। उधर केवल बार्डर से तेल के टैंकर ही नेपाल भेजे गए। उधर बनगवां बाजार भी कर्फ्यू के चलते पूर्ण रूप से बंद रहा।जनता कर्फ्यू को लेकर भारत नेपाल-सीमा गौरीफंटा बार्डर पूर्ण से बंद
वहीं, जनता कर्फ्यू को लेकर भारत नेपाल-सीमा गौरीफंटा बार्डर पूर्ण से बंद रहा। कर्फ्यू के दौरान बार्डर पर आवागवन बंद रहा, लेकिन तेल के टैंकर नेपाल गए। रविवार को जनता कर्फ्यू पर भारत-नेपाल गौरीफंटा बार्डर सुबह 7 बजे से बंद हो गया।रेलवे का बड़ा फैसला, 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनें निरस्त
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फैलने से रोकने और बचाव के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे ने 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनें निरस्त कर दी हैं। मालगाड़ियों का संचालन जारी रहेगा। जो ट्रेनें निरस्त की गई हैं उनका रिफंड 21 जून तक काउंटरों से लिया जा सकता है। जो ट्रेनें चल रही हैं और उनकी यात्रा पूरी नहीं हुई है वह अपने स्टॉपेज पर जाकर रुक जायेंगी। इन ट्रेनों की 31 मार्च के बाद ही वापसी होगी।झांसी में भी जनता कर्फ्यू का असर
झांसी में भी जनता कर्फ्यू का असर दिखाई दे रहा है। सड़कें वीरान पड़ी हुईं हैं। रामराजा की नगरी ओरछा में सन्नाटा पसरा हुआ है।उत्तर प्रदेश के 15 जिले होंगे लॉकडाउन, सीएम योगी ने किया एलान
उत्तर प्रदेश के 15 जिले होंगे लॉकडाउन, सीएम योगी ने किया एलान
यूपी में 15 जिले हुए लॉकडाउन
सीएम योगी ने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए गोरखपुर सहित प्रदेश के 15 जिलों को लॉकडाउन किया जा रहा है। उन्होंने अपने मीडिया संबोधन में जानकारी दी कि यूपी रोडवेज की बसें न तो यूपी से बाहर जाएंगी और न ही दूसरे राज्यों की बसे इन जिलों में आ पाएंगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह लॉकडाउन 25 मार्च तक लागू रहेगा। इस दौरान जरूरत का सामान जैसे अनाज, दूध, सब्जी व दवा की सभी सेवाएं खुली रहेंगी।वहीं सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने अमर उजाला को बताया कि जनता कर्फ्यू जो 22 मार्च को प्रातः 7बजे से रात्रि 9 बजे तक था, उसकी समय अवधि बढ़ाकर 23 मार्च को प्रातः 6 बजे तक कर दी गई है। जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से अपील है कि जनता कर्फ्यू को शत प्रतिशत सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
बागपत में भी जिलाधिकारी शकुन्तला गौतम ने जनता कर्फ्यू की अवधि कल सुबह (23 मार्च 2020) सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ाए जाने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सभी जनपद वासियों से अपील की है कि जनता कर्फ्यू के लिए सभी सहयोग करें और कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। सावधानियों के प्रति एक दूसरे को जागरूक करें। सभी जनपद वासी सतर्क रहें और सावधान रहें।
कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद व उनकी पत्नी सहित 24 की रिपोर्ट निगेटिव
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की पार्टी में शामिल हुए कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद व उनकी पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्हें कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है। इसके अलावा जिन 51 लोगों के सैंपल लिए गए थे उनमें से 24 की रिपोर्ट निगेटिव आई है जो कि राहत भरी खबर है। जबकि बाकी की रिपोर्ट रात आठ बजे आएगी।बता दें कि लंदन से लखनऊ आने के बाद कनिका कपूर ने लखनऊ व कानपुर में कई पार्टियां की थीं और कई लोगों के सीधे संपर्क में आई थीं। जिसमें कई बड़े नेता व अफसर शामिल हुए थे। ये सभी लोग कनिका के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सकते में आ गए थे।कनिका की पार्टी में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व उनके सांसद बेटे दुष्यंत भी शामिल हुए थे। उन्होंने भी अपनी जांच करवाई और उन्हें भी कोरोना निगेटिव पाया गया।
महराजगंज जिला अस्पताल के इमरजेंसी में बेड ही नहीं, डॉक्टर की कुर्सी भी खाली
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए लोग घरों से नहीं निकले। आलम यह रहा कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लगा बेड भी खाली रहा, वहीं डॉक्टर की कुर्सी भी खाली रही। पास में बैठा एक कर्मी ड्यूटी पर तैनात मिला।सारा दिन बार्डर पर सन्नाटा
इस बार्डर से कर्फ्यू के दौरान नेपाल से आवागमन ठप रहा। सारा दिन बार्डर पर सन्नाटा पसरा रहा। उधर केवल बार्डर से तेल के टैंकर ही नेपाल भेजे गए। उधर बनगवां बाजार भी कर्फ्यू के चलते पूर्ण रूप से बंद रहा।जनता कर्फ्यू को लेकर भारत नेपाल-सीमा गौरीफंटा बार्डर पूर्ण से बंद
वहीं, जनता कर्फ्यू को लेकर भारत नेपाल-सीमा गौरीफंटा बार्डर पूर्ण से बंद रहा। कर्फ्यू के दौरान बार्डर पर आवागवन बंद रहा, लेकिन तेल के टैंकर नेपाल गए। रविवार को जनता कर्फ्यू पर भारत-नेपाल गौरीफंटा बार्डर सुबह 7 बजे से बंद हो गया।रेलवे का बड़ा फैसला, 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनें निरस्त
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फैलने से रोकने और बचाव के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे ने 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनें निरस्त कर दी हैं। मालगाड़ियों का संचालन जारी रहेगा। जो ट्रेनें निरस्त की गई हैं उनका रिफंड 21 जून तक काउंटरों से लिया जा सकता है। जो ट्रेनें चल रही हैं और उनकी यात्रा पूरी नहीं हुई है वह अपने स्टॉपेज पर जाकर रुक जायेंगी। इन ट्रेनों की 31 मार्च के बाद ही वापसी होगी।झांसी में भी जनता कर्फ्यू का असर
झांसी में भी जनता कर्फ्यू का असर दिखाई दे रहा है। सड़कें वीरान पड़ी हुईं हैं। रामराजा की नगरी ओरछा में सन्नाटा पसरा हुआ है।SEKNEWS.COM
शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव
शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव। जनपद कुशीनगर के ग्रामसभा ठाड़ीभार ...