राष्ट्रीय राज मार्ग -28 टोल प्लाजा सलेमगढ़ पर ट्रक में अचानक लगी आग, फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद पायी काबू।
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Live Updates: DDU निर्भया को मिला 7 साल 3 महीने 4 दिन बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।
Live Updates: DDU निर्भया को मिला 3 साल 4 महीने बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।
चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.
Delhi: Bodies of 2012 Delhi gangrape case convicts brought to DDU Hospital for postmortem; The postmortem will be done as recommended by the Jail manual and Supreme Court guidelines. After the postmortem, the bodies of the convicts will be handed over to their respective families https://t.co/jOl8mqQQDBpic.twitter.com/lxONR632J7
तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.
निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.
सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.
तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.
डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
अब चारों दोषि का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया की मां आशा देवी ने देश की न्याय व्यवस्था को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है. अपनी बच्चियों के लिए संघर्ष करने का समय है....
आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''
दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''
फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.
चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.
चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.
तिहाड़ जेल में चारों गुनहगारों को सुबह 3:15 बजे जगाया गया. हालांकि किसी भी गुनाहगार को पूरी तरह से नींद नहीं आई. आरोपियों से उनकी इच्छा के मुताबिक अंतिम पूजा पाठ करने को कहा गया. जेल प्रशासन ने अपनी तरफ से पूजा कराने के लिए एक पंडित का इंतजाम भी किया हुआ था....
रात को ही दोषियों की याचका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.
Live Updates: DDU निर्भया को मिला 7 साल 3 महीने 4 दिन बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।
Live Updates: DDU निर्भया को मिला 3 साल 4 महीने बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।
चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.
Delhi: Bodies of 2012 Delhi gangrape case convicts brought to DDU Hospital for postmortem; The postmortem will be done as recommended by the Jail manual and Supreme Court guidelines. After the postmortem, the bodies of the convicts will be handed over to their respective families https://t.co/jOl8mqQQDBpic.twitter.com/lxONR632J7
तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.
निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.
सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.
तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.
डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
अब चारों दोषि का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया की मां आशा देवी ने देश की न्याय व्यवस्था को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है. अपनी बच्चियों के लिए संघर्ष करने का समय है....
आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''
दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''
फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.
चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.
चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.
तिहाड़ जेल में चारों गुनहगारों को सुबह 3:15 बजे जगाया गया. हालांकि किसी भी गुनाहगार को पूरी तरह से नींद नहीं आई. आरोपियों से उनकी इच्छा के मुताबिक अंतिम पूजा पाठ करने को कहा गया. जेल प्रशासन ने अपनी तरफ से पूजा कराने के लिए एक पंडित का इंतजाम भी किया हुआ था....
रात को ही दोषियों की याचका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.
कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।
SEK IN INDIA NEWS
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद अब कमलनाथ सरकार को शुक्रवार शाम पांच बजे तक किसी भी हाल में फ्लोर टेस्ट करना होगा।
SC का 20 मार्च को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट का आदेश
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा आने चाहते हैं तो कर्नाटक और मध्य प्रदेश के डीजीपी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराए। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने पूरी कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने को भी कहा है। कोर्ट ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि विधानसभा का एकमात्र एजेंडा बहुमत साबित करने का होगा और किसी के लिए भी बाधा उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के स्पीकर के फैसले को पलटा
इससे पहले, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने पहले कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। हालांकि, इसके बाद कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के इस फैसले को पलटते हुए शुक्रवार को 5 बजे तक फ्लोट टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
ये भी पढ़ें: MP सरकार: कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट को तैयार नहीं, अब आगे क्या करेगी BJP?
शिवराज बोले- कल गिर जाएगी कमलनाथ सरकार
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर दिए आदेश का शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत किया है। उन्होंन कहा कि इस सरकार ने न सिर्फ अपना बहुमत खोया है इसने मध्य प्रदेश के साथ धोखा किया है। यह सरकार कल फ्लोर टेस्ट में गिर जाएगी।.
उधर, मध्य प्रदेश में प्रतिपक्ष के नेता गोपाल भार्गव कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में सबकुछ साफ हो जाएगा। गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा भिजवा दिया था। उसके बाद लगातार बीजेपी की तरफ से कमलनाथ सरकार पर फ्लोर टेस्ट का दबाव बनाया जा रहा था।
बुधवार को भी कोर्ट में हुई थी सुनवाई
एक दिन पहले फ्लोर टेस्ट कराने की मांग वाली शिवराज सिंह चौहान और अन्य की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को काफी देर तक सुनवाई चली, मगर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया। हालांकि, इस दौरान कोर्ट ने यह संवैधानिक कर्तव्यों का हवाला देकर कहा कि वह फ्लोर टेस्ट में दखल नहीं देगा, क्योंकि उसका काम यह तय करना नहीं है कि सदन में किसके पास बहुमत है या नहीं। यह काम विधायिका का है।
इससे पहले बुधवार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार की किस्मत 16 बागी विधायकों के हाथों में है। कोर्ट ने कहा कि वह विधानसभा द्वारा यह तय करने के बीच में दखल नहीं देगी कि किसके पास विश्वासमत है। अदालत ने कहा कि उसे यह सुनिश्चित करना है कि बागी विधायक स्वतंत्र रूप से अपने अधिकार का इस्तेमाल करें।
कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।
SEK IN INDIA NEWS
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद अब कमलनाथ सरकार को शुक्रवार शाम पांच बजे तक किसी भी हाल में फ्लोर टेस्ट करना होगा।
SC का 20 मार्च को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट का आदेश
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा आने चाहते हैं तो कर्नाटक और मध्य प्रदेश के डीजीपी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराए। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने पूरी कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने को भी कहा है। कोर्ट ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि विधानसभा का एकमात्र एजेंडा बहुमत साबित करने का होगा और किसी के लिए भी बाधा उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के स्पीकर के फैसले को पलटा
इससे पहले, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने पहले कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। हालांकि, इसके बाद कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के इस फैसले को पलटते हुए शुक्रवार को 5 बजे तक फ्लोट टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
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शिवराज बोले- कल गिर जाएगी कमलनाथ सरकार
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर दिए आदेश का शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत किया है। उन्होंन कहा कि इस सरकार ने न सिर्फ अपना बहुमत खोया है इसने मध्य प्रदेश के साथ धोखा किया है। यह सरकार कल फ्लोर टेस्ट में गिर जाएगी।.
उधर, मध्य प्रदेश में प्रतिपक्ष के नेता गोपाल भार्गव कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में सबकुछ साफ हो जाएगा। गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा भिजवा दिया था। उसके बाद लगातार बीजेपी की तरफ से कमलनाथ सरकार पर फ्लोर टेस्ट का दबाव बनाया जा रहा था।
बुधवार को भी कोर्ट में हुई थी सुनवाई
एक दिन पहले फ्लोर टेस्ट कराने की मांग वाली शिवराज सिंह चौहान और अन्य की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को काफी देर तक सुनवाई चली, मगर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया। हालांकि, इस दौरान कोर्ट ने यह संवैधानिक कर्तव्यों का हवाला देकर कहा कि वह फ्लोर टेस्ट में दखल नहीं देगा, क्योंकि उसका काम यह तय करना नहीं है कि सदन में किसके पास बहुमत है या नहीं। यह काम विधायिका का है।
इससे पहले बुधवार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार की किस्मत 16 बागी विधायकों के हाथों में है। कोर्ट ने कहा कि वह विधानसभा द्वारा यह तय करने के बीच में दखल नहीं देगी कि किसके पास विश्वासमत है। अदालत ने कहा कि उसे यह सुनिश्चित करना है कि बागी विधायक स्वतंत्र रूप से अपने अधिकार का इस्तेमाल करें।
अभी नही सम्भले तो इटली बनने में देर नहीं लगेगी।पढ़िए इटली में कोरोना के तांडव की पूरी कहानी।इटली की कहानी।
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शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव
शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव। जनपद कुशीनगर के ग्रामसभा ठाड़ीभार ...