Live Updates: DDU निर्भया को मिला 3 साल 4 महीने बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।
चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.
तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.
निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.
सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.
तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.
डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
अब चारों दोषि का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया की मां आशा देवी ने देश की न्याय व्यवस्था को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है. अपनी बच्चियों के लिए संघर्ष करने का समय है....
आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''
दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''
फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.
चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.
चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.
तिहाड़ जेल में चारों गुनहगारों को सुबह 3:15 बजे जगाया गया. हालांकि किसी भी गुनाहगार को पूरी तरह से नींद नहीं आई. आरोपियों से उनकी इच्छा के मुताबिक अंतिम पूजा पाठ करने को कहा गया. जेल प्रशासन ने अपनी तरफ से पूजा कराने के लिए एक पंडित का इंतजाम भी किया हुआ था....
रात को ही दोषियों की याचका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.
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