SEK IN INDIA NEWS

लॉक डाउन में पड़रौना कोतवाली पुलिस, न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया

लॉक डाउन में कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया
              SEK IN INDIA NEWS
न्यायालय के आदेश का नही हुआ पालन,दबंगो ने तोड़ दी मकान नही हुई कार्यवाही
         फोटो: स्थगन आदेेेश की छायाप्रती
थाना कोतवाली पड़रौना से महज 100 कदम उत्तर स्थित एक दूकान पर माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्षो को यथा स्थिति बनाये रखने का आदेश पारित किया गया है न्यायालय के इस आदेश के बावजूद उभय पक्षो द्वारा मकान तोड़ने का ख़बर प्रकास में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पड़रौना राधिका गारमेंट्स के ठीक सामने एक इलेक्ट्रानिक की दूकान पिछले 20 सालो से चलती आ रही है जिसको लेकर सन् 2004 में न्यायालय सिविल जज (सी0जू0) पड़रौना में वाद संख्या 134/2002 राघवेंद्र बनाम विजय वाद विचाराधीन है और न्यायालय से स्थगन आदेश भी पारित की गई है की मौके पर यथा स्थिति बनाये रखे परंतु बावजूद इसके उभय पक्षो द्वारा बार बार आदेश की धज्जिया उड़ाते हुए मकान का छत तोड़ दिया गया पीड़िता ने स्थानीय कोतवाली पर दर्जनों बार प्रार्थना दे कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाने का अपील किया जा रहा है परंतु कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश का पालन करवाने में नाकामयाब साबित हो रही है। पीड़ित ने एसपी कुशीनगर, डीआईजी,आईजी गोरखपुर मण्डल सहित उच्च अधिकारियो को पार्थना पत्र दे कर कार्यवाही की मांग की गई है परंतु लॉक डाउन में पुलिस हो या दबंग किसी पर भी न्यायालय के आदेश का कोई फर्क नही पड़ रहा है। और सरेआम कानून की धज्जिया उड़ती नजर आ रही है वही पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटक रहा है परंतु महीनो बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे उभय पक्षो का मनोबल बढ़ता जा रहा है पीड़िता ने दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया गया है की उभय पक्षो से जान माल का खतरा है अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके जिमेदार स्थानीय पुलिस प्रशासन और उक्त उभय पक्षो होंगे।

लॉक डाउन में पड़रौना कोतवाली पुलिस, न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया

लॉक डाउन में कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया
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न्यायालय के आदेश का नही हुआ पालन,दबंगो ने तोड़ दी मकान नही हुई कार्यवाही
         फोटो: स्थगन आदेेेश की छायाप्रती
थाना कोतवाली पड़रौना से महज 100 कदम उत्तर स्थित एक दूकान पर माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्षो को यथा स्थिति बनाये रखने का आदेश पारित किया गया है न्यायालय के इस आदेश के बावजूद उभय पक्षो द्वारा मकान तोड़ने का ख़बर प्रकास में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पड़रौना राधिका गारमेंट्स के ठीक सामने एक इलेक्ट्रानिक की दूकान पिछले 20 सालो से चलती आ रही है जिसको लेकर सन् 2004 में न्यायालय सिविल जज (सी0जू0) पड़रौना में वाद संख्या 134/2002 राघवेंद्र बनाम विजय वाद विचाराधीन है और न्यायालय से स्थगन आदेश भी पारित की गई है की मौके पर यथा स्थिति बनाये रखे परंतु बावजूद इसके उभय पक्षो द्वारा बार बार आदेश की धज्जिया उड़ाते हुए मकान का छत तोड़ दिया गया पीड़िता ने स्थानीय कोतवाली पर दर्जनों बार प्रार्थना दे कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाने का अपील किया जा रहा है परंतु कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश का पालन करवाने में नाकामयाब साबित हो रही है। पीड़ित ने एसपी कुशीनगर, डीआईजी,आईजी गोरखपुर मण्डल सहित उच्च अधिकारियो को पार्थना पत्र दे कर कार्यवाही की मांग की गई है परंतु लॉक डाउन में पुलिस हो या दबंग किसी पर भी न्यायालय के आदेश का कोई फर्क नही पड़ रहा है। और सरेआम कानून की धज्जिया उड़ती नजर आ रही है वही पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटक रहा है परंतु महीनो बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे उभय पक्षो का मनोबल बढ़ता जा रहा है पीड़िता ने दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया गया है की उभय पक्षो से जान माल का खतरा है अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके जिमेदार स्थानीय पुलिस प्रशासन और उक्त उभय पक्षो होंगे।

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 60 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए पुलिस के अधिकारों में बढ़ोतरी की है. अब पुलिस स्टेशन ऑफिसर आपदा प्रबंधन अधिनियम में अब सीधे कोर्ट में केस दायर करा सकेंगे. यानी अब थानेदार खुद केस दर्ज करके कोर्ट में ट्रायल शुरू कराएंगे. पहले जिला आपदा समिति की शिकायत पर ही केस दर्ज होता था।

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 60 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए पुलिस के अधिकारों में बढ़ोतरी की है. अब पुलिस स्टेशन ऑफिसर आपदा प्रबंधन अधिनियम में अब सीधे कोर्ट में केस दायर करा सकेंगे. यानी अब थानेदार खुद केस दर्ज करके कोर्ट में ट्रायल शुरू कराएंगे. पहले जिला आपदा समिति की शिकायत पर ही केस दर्ज होता था।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

राशन वितरण में घटतौली, गरीब परेशान

गरीबों को वितरित होने वाले राशन में कदम-कदम पर घटतौली की जा रही है तथा जॉब कार्ड श्रमिक पंजीकृत मजदूरो से पैसा लेकर गल्ला वितरण का समाचार प्रकास में आया है।
कार्ड धारको से भी  गोदाम पर उठान के समय तो कोटेदारों के यहां कार्डधारकों को राशन वितरण के वक्त घटतौली आम हो चुकी है। फिर भी कागज पर शत-प्रतिशत खाद्यान्न वितरण में सबकुछ ठीकठाक दर्शाया जा रहा है।

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्राम सभा बांसगांव के कोटरदार कृष्ण कुमार द्वारा अनाज पर कोटेदार द्वारा कालाबाजारी कर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। घटतौली व कालाबाजारी का खेल बा दस्तूर जारी है। खाद्यान्न उठान से शुरू होता है। गोदाम से एक दो बोरी तौलकर शेष बोरी को औसत किलोग्राम मानकर दे दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार कई कोटेदार द्वारा राशन कार्ड धारकों को तौलने की बजाय नापकर खाद्यान्न बांटा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं कोटेदार द्वारा खाद्यान्न मात्र एक या दो दिन ही बांटा जाता है। यदि किसी कारणवश कार्डधारक ने इन तिथियों में अनाज नहीं लिया तो कोटेदार कागजों पर दर्शाकर अनाज बाजार में बेंच दे रहें हैं। हालांकि खाद्यान्न वितरण के लिए एक अधिकारी की भी नियुक्ति की जाती है। ताकि कालाबाजारी पर विराम लग सके, लेकिन चंद पैसे की खातिर उक्त अधिकारी भी गरीबों का पेट न देखकर आंख मूंदकर वितरण प्रमाणित कर देता है। कुछ यही हाल केरोसिन वितरण का है, जिसमें कार्ड धारकों को जहां प्रतिमाह तीन लीटर केरोसिन नहीं मिल पाता। वहीं इंजन चलाने के लिए कारखाना संचालक को केरोसिन आसानी से मिल जाता है। कोटेदार कृष्ण कुमार के उक्त रवैये को देखते हुए दर्जनों कार्ड धारको द्वारा कुशीनगर जिला कण्ट्रोल रूम में मोबाइल के माध्यम से शिकायत की गई है परंतु कोई कार्यवाही नही हुई।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

राशन वितरण में घटतौली, गरीब परेशान

गरीबों को वितरित होने वाले राशन में कदम-कदम पर घटतौली की जा रही है तथा जॉब कार्ड श्रमिक पंजीकृत मजदूरो से पैसा लेकर गल्ला वितरण का समाचार प्रकास में आया है।
कार्ड धारको से भी  गोदाम पर उठान के समय तो कोटेदारों के यहां कार्डधारकों को राशन वितरण के वक्त घटतौली आम हो चुकी है। फिर भी कागज पर शत-प्रतिशत खाद्यान्न वितरण में सबकुछ ठीकठाक दर्शाया जा रहा है।

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्राम सभा बांसगांव के कोटरदार कृष्ण कुमार द्वारा अनाज पर कोटेदार द्वारा कालाबाजारी कर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। घटतौली व कालाबाजारी का खेल बा दस्तूर जारी है। खाद्यान्न उठान से शुरू होता है। गोदाम से एक दो बोरी तौलकर शेष बोरी को औसत किलोग्राम मानकर दे दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार कई कोटेदार द्वारा राशन कार्ड धारकों को तौलने की बजाय नापकर खाद्यान्न बांटा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं कोटेदार द्वारा खाद्यान्न मात्र एक या दो दिन ही बांटा जाता है। यदि किसी कारणवश कार्डधारक ने इन तिथियों में अनाज नहीं लिया तो कोटेदार कागजों पर दर्शाकर अनाज बाजार में बेंच दे रहें हैं। हालांकि खाद्यान्न वितरण के लिए एक अधिकारी की भी नियुक्ति की जाती है। ताकि कालाबाजारी पर विराम लग सके, लेकिन चंद पैसे की खातिर उक्त अधिकारी भी गरीबों का पेट न देखकर आंख मूंदकर वितरण प्रमाणित कर देता है। कुछ यही हाल केरोसिन वितरण का है, जिसमें कार्ड धारकों को जहां प्रतिमाह तीन लीटर केरोसिन नहीं मिल पाता। वहीं इंजन चलाने के लिए कारखाना संचालक को केरोसिन आसानी से मिल जाता है। कोटेदार कृष्ण कुमार के उक्त रवैये को देखते हुए दर्जनों कार्ड धारको द्वारा कुशीनगर जिला कण्ट्रोल रूम में मोबाइल के माध्यम से शिकायत की गई है परंतु कोई कार्यवाही नही हुई।

दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: कोरोनावायरस के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के झटके.

नई दिल्ली: कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके (Earthquake News) लगभग 5 सेकंड तक महसूस किए गए हैं. बता दें कि देश में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है. भूकंप का केंद्र दिल्ली-यूपी था, वहीं इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई. 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. आशा है कि सभी लोग सुरक्षित हों. मैं आप में से हर एक की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.

भूकंप आने पर क्या करें क्या न करें...
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है लिफ्ट. कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं. झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.

अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो माचिस हरगिज़ न जलाएं क्‍योंकि इस दौरान गैस लीक होने का खतरा हो सकता है. हिलें नहीं, और धूल न उड़ाएं. किसी रूमाल या कपड़े से चेहरा ज़रूर ढक लें. किसी पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके. यदि कोई सीटी उपलब्ध हो तो बजाते रहें. यदि कोई और जरिया न हो, तो चिल्लाते रहें, हालांकि चिल्लाने से धूल मुंह के भीतर जाने का खतरा रहता है, सो, सावधान रहें

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शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव

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