SEK IN INDIA NEWS

Live Updates: DDU निर्भया को मिला 7 साल 3 महीने 4 दिन बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।

Live Updates: DDU निर्भया को मिला 3 साल 4 महीने बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।

8:37 AM SEK | 20 MAR 2020

चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.

8:37 AM SEK | 20 MAR 2020
7:55 AM SEK | 20 MAR 2020

तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.

7:27 AM SEK | 20 MAR 2020

निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.

6:41 AM SEK| 20 MAR 2020

सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.

6:23 AM SEK | 20 MAR 202
 | 7 साल बाद चारों दोषियों को दी गई फांसी, देखिए क्या बोले निर्भया के पिता?
6:13 AM SEK | 20 MAR 2020

तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.

6:11 AM SEK | 20 MAR 2020

डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.

6:02 AM SEK | 20 MAR 2020

अब चारों दोषि का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.

6:12 AM SEK | 20 MAR 2020
5:49 AM IST | 20 MAR 2020

आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''

5:40 AM IST | 20 MAR 2020

दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''

5:37 AM IST | 20 MAR 2020

फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.

5:33 AM IST | 20 MAR 2020

निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.

5:29 AM IST | 20 MAR 2020

चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.

5:26 AM IST | 20 MAR 2020

चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.

5:34 AM | 20 MAR 2020
5:06 AM SEK NEWS  20 MAR 2020

रात को ही दोषियों की याचका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.

Live Updates: DDU निर्भया को मिला 7 साल 3 महीने 4 दिन बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।

Live Updates: DDU निर्भया को मिला 3 साल 4 महीने बाद इंसाफ पोस्टमार्टम, दोषियों को हो गई फांसी।

8:37 AM SEK | 20 MAR 2020

चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.

8:37 AM SEK | 20 MAR 2020
7:55 AM SEK | 20 MAR 2020

तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.

7:27 AM SEK | 20 MAR 2020

निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.

6:41 AM SEK| 20 MAR 2020

सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.

6:23 AM SEK | 20 MAR 202
 | 7 साल बाद चारों दोषियों को दी गई फांसी, देखिए क्या बोले निर्भया के पिता?
6:13 AM SEK | 20 MAR 2020

तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.

6:11 AM SEK | 20 MAR 2020

डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.

6:02 AM SEK | 20 MAR 2020

अब चारों दोषि का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.

6:12 AM SEK | 20 MAR 2020
5:49 AM IST | 20 MAR 2020

आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''

5:40 AM IST | 20 MAR 2020

दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''

5:37 AM IST | 20 MAR 2020

फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.

5:33 AM IST | 20 MAR 2020

निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.

5:29 AM IST | 20 MAR 2020

चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.

5:26 AM IST | 20 MAR 2020

चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.

5:34 AM | 20 MAR 2020
5:06 AM SEK NEWS  20 MAR 2020

रात को ही दोषियों की याचका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.

कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।

कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।

             SEK IN INDIA NEWS

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद अब कमलनाथ सरकार को शुक्रवार शाम पांच बजे तक किसी भी हाल में फ्लोर टेस्ट करना होगा।

SC का 20 मार्च को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट का आदेश

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा आने चाहते हैं तो कर्नाटक और मध्य प्रदेश के डीजीपी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराए। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने पूरी कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने को भी कहा है।  कोर्ट ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि विधानसभा का एकमात्र एजेंडा बहुमत साबित करने का होगा और किसी के लिए भी बाधा उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के स्पीकर के फैसले को पलटा

इससे पहले, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने पहले कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। हालांकि, इसके बाद कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के इस फैसले को पलटते हुए शुक्रवार को 5 बजे तक फ्लोट टेस्ट कराने का आदेश दिया है।

ये भी पढ़ें: MP सरकार: कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट को तैयार नहीं, अब आगे क्या करेगी BJP?

शिवराज बोले- कल गिर जाएगी कमलनाथ सरकार

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर दिए आदेश का शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत किया है। उन्होंन कहा कि इस सरकार ने न सिर्फ अपना बहुमत खोया है इसने मध्य प्रदेश के साथ धोखा किया है। यह सरकार कल फ्लोर टेस्ट में गिर जाएगी।.

उधर, मध्य प्रदेश में प्रतिपक्ष के नेता गोपाल भार्गव कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में सबकुछ साफ हो जाएगा। गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा भिजवा दिया था। उसके बाद लगातार बीजेपी की तरफ से कमलनाथ सरकार पर फ्लोर टेस्ट का दबाव बनाया जा रहा था।

बुधवार को भी कोर्ट में हुई थी सुनवाई

एक दिन पहले फ्लोर टेस्ट कराने की मांग वाली शिवराज सिंह चौहान और अन्य की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को काफी देर तक सुनवाई चली, मगर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया। हालांकि, इस दौरान कोर्ट ने यह संवैधानिक कर्तव्यों का हवाला देकर कहा कि वह फ्लोर टेस्ट में दखल नहीं देगा, क्योंकि उसका काम यह तय करना नहीं है कि सदन में किसके पास बहुमत है या नहीं। यह काम विधायिका का है। 

इससे पहले बुधवार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार की किस्मत 16 बागी विधायकों के हाथों में है। कोर्ट ने कहा कि वह विधानसभा द्वारा यह तय करने के बीच में दखल नहीं देगी कि किसके पास विश्वासमत है। अदालत ने कहा कि उसे यह सुनिश्चित करना है कि बागी विधायक स्वतंत्र रूप से अपने अधिकार का इस्तेमाल करें। 

कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।

कमलनाथ सरकार को सु्प्रीम कोर्ट से मिला झटका, कल शाम पांच बजे से पहले होगा फ्लोर टेस्ट।

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सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद अब कमलनाथ सरकार को शुक्रवार शाम पांच बजे तक किसी भी हाल में फ्लोर टेस्ट करना होगा।

SC का 20 मार्च को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट का आदेश

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा आने चाहते हैं तो कर्नाटक और मध्य प्रदेश के डीजीपी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराए। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने पूरी कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने को भी कहा है।  कोर्ट ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि विधानसभा का एकमात्र एजेंडा बहुमत साबित करने का होगा और किसी के लिए भी बाधा उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के स्पीकर के फैसले को पलटा

इससे पहले, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने पहले कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। हालांकि, इसके बाद कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के इस फैसले को पलटते हुए शुक्रवार को 5 बजे तक फ्लोट टेस्ट कराने का आदेश दिया है।

ये भी पढ़ें: MP सरकार: कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट को तैयार नहीं, अब आगे क्या करेगी BJP?

शिवराज बोले- कल गिर जाएगी कमलनाथ सरकार

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर दिए आदेश का शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत किया है। उन्होंन कहा कि इस सरकार ने न सिर्फ अपना बहुमत खोया है इसने मध्य प्रदेश के साथ धोखा किया है। यह सरकार कल फ्लोर टेस्ट में गिर जाएगी।.

उधर, मध्य प्रदेश में प्रतिपक्ष के नेता गोपाल भार्गव कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में सबकुछ साफ हो जाएगा। गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा भिजवा दिया था। उसके बाद लगातार बीजेपी की तरफ से कमलनाथ सरकार पर फ्लोर टेस्ट का दबाव बनाया जा रहा था।

बुधवार को भी कोर्ट में हुई थी सुनवाई

एक दिन पहले फ्लोर टेस्ट कराने की मांग वाली शिवराज सिंह चौहान और अन्य की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को काफी देर तक सुनवाई चली, मगर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया। हालांकि, इस दौरान कोर्ट ने यह संवैधानिक कर्तव्यों का हवाला देकर कहा कि वह फ्लोर टेस्ट में दखल नहीं देगा, क्योंकि उसका काम यह तय करना नहीं है कि सदन में किसके पास बहुमत है या नहीं। यह काम विधायिका का है। 

इससे पहले बुधवार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार की किस्मत 16 बागी विधायकों के हाथों में है। कोर्ट ने कहा कि वह विधानसभा द्वारा यह तय करने के बीच में दखल नहीं देगी कि किसके पास विश्वासमत है। अदालत ने कहा कि उसे यह सुनिश्चित करना है कि बागी विधायक स्वतंत्र रूप से अपने अधिकार का इस्तेमाल करें। 

अभी नही सम्भले तो इटली बनने में देर नहीं लगेगी।पढ़िए इटली में कोरोना के तांडव की पूरी कहानी।इटली की कहानी।

अभी नही सम्भले तो इटली बनने में देर नहीं लगेगी।
पढ़िए इटली में कोरोना के तांडव की पूरी कहानी।
इटली की कहानी।
              SEK IN INDIA NEWS
मेरा मकसद आपको डराना नहीं बस सचेत करना है. आपको ये पढ़ना चाहिए, क्योंकि ये मैसेज आपको ये समझायेगा कि CORONA VIRUS कितना खतरनाक है. इससे आप समझ पाएंगे कि इटली में कितनी तेजी और भयानक तरीके से कोरोना फैला है. ये मैसेज अंग्रेजी में लिखा एक ट्विटर थ्रेड (मैसेज श्रंखला) है, जिसे ताबिश सिद्दीकी ने हिंदी में ट्रांसलेट किया है. पढ़िए और समझिये कि हमारा और आपका सामना किससे हुआ है 👇

भाग 1

अगर आप अभी भी अपने दोस्तों के साथ घूम रहे हैं, होटल जा रहे हैं, पार्टी कर रहे हैं और ऐसे दिखा रहे हैं जैसे ये (कोरोनावायरस) आपके लिए कोई बड़ी मुसीबत नहीं है, तो आप बहुत बड़े भ्रम में हैं.. अपने आप को संभाल लीजिये.. नीचे का सारा मैसेज एक इटालियन लोगों के द्वारा पोस्ट किया गया है.. जो कुछ भी उन्होंने जैसा भी लिखा है उसे वैसा ही लिखा जा रहा है:

“सारी दुनिया के लिए सन्देश,, जिन्हें ये पता नहीं है कि उनका सामना किस आपदा से होने वाला है”

जैसा कि मैं समझता हूँ इस वक़्त सारी दुनिया को पता है कि इस वक़्त सारा इटली क्वारंटाइन किया जा चूका है.. यानि उसे पूरी तरह से बंद किया जा चुका है.. ये स्थिति बहुत बुरी है.. मगर उन लोगों के लिए ज़्यादा बुरी है जो ये सोचते हैं कि ये उनके साथ नहीं होगा

हमे पता है कि आप कैसा सोच रहे हैं.. क्यूंकि हम भी पहले ऐसे ही सोच रहे थे..

आईये देखें कि ये सब कैसे शुरू हुवा:

स्टेज प्रथम (पहला चरण):

आपको पता होता है कि कोरोना वायरस ऐसी कोई चीज़ है.. मगर आपके देश में ये अभी अभी दिखना शुरू हुवा है.. इसलिए आप सोचते हैं कि डरने की कोई बात नहीं हैं.. क्यूंकि ये बस एक तरह का ज़ुकाम है.. और वैसे भी मैं 75+ साल का हूँ नहीं इसलिए मुझे इस से क्या डरना

फिर प्रथम चरण आगे बढ़ता है:

और आप सोचते हैं कि ये क्या हर कोई पागल हो रहा है मास्क और टॉयलेट पेपर के लिए.. ऐसा कुछ तो होने वाला है नहीं.. मेरी ज़िन्दगी तो आराम से चलती रहेगी

फिर आता है..

स्टेज द्वितीय (दूसरा चरण)

धीरे धीरे.. देश में मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है.. और सरकार एक दो शहरों कि सीमाएं प्रतिबंधित कर देती है.. और आपको ये समझाती है कि डरने की कोई बात नहीं है.. सब कुछ ठीक है (22 फ़रवरी को ऐसा इटली में हुवा था)

द्वितीय चरण यानि दूसरा चरण आगे बढ़ता है:

कुछ लोगों की मौतें होती हैं.. मगर वो सब बूढ़े लोग होते हैं.. और मीडिया उस पर हाय तौबा मचाता है... हम सोचते हैं कि ये अच्छी बात नहीं है.. लोग अपने दोस्तों यारों से मिलते रहते हैं.. नार्मल ज़िन्दगी चलती रहती है.. और हमे ये लगता है कि हमे कुछ नहीं होगा

त्रित्तीय चरण (तीसरा चरण)

धीरे धीरे संक्रमित लोगों का आंकडा बढ़ने लगता है.. एक दिन में ही दुगने लोग संक्रमित हो जाते हैं.. मौतों का आंकड़ा बढ़ जाता है.. और सरकार चार बड़े इलाक़ों को प्रतिबंधित कर देती है जहाँ से सब से ज्यादा केस हैं (ये 7 मार्च को इटली में होता है).. फिर इटली के पच्चीस 25% लोगों को घरों में बंद कर दिया जाता है

____________________________________

भाग 2

फिर आता है..

स्टेज तृतीय (तीसरा चरण)

फिर कुछ क्षेत्रों में स्कूल, बार और रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाते हैं.. मगर ऑफिस अभी भी खुले हैं.. सरकारी नियमों को मीडिया और अखबार पहले ही प्रकाशित कर देते हैं

स्टेज तृतीय आगे बढ़ता है:

इटली के क़रीब दस हज़ार लोग, जिन्हें दूसरे इलाक़ों में सरकार ने रोक कर रखा था वो एक ही रात में वहां से निकलकर अपने अपने घर वापस पहुँच जाते हैं.. और इटली के लगभग पिछत्तर प्रतिशत लोग अपने रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त रहते हैं

स्टेज तृतीय यानि तीसरा चरण और आगे बढ़ता है:

इटली के लोग अभी भी इस वायरस की आपदा नहीं समझ पा रहे हैं.. हर जगह इटली में लोगों को ये बताया जा रहा है कि थोड़ी थोड़ी देर में अपने हाथ धुलें.. लोग ग्रुप में या भीड़ में न खड़े हों.. टीवी पर हर दस मिनट में ये समझाया जा रहा है.. मगर ये बातें लोगों के दिमाग़ में नहीं बैठ रही हैं

फिर आता है..

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण):

इटली में हर जगह स्कूल और कॉलेज कम से कम एक महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं.. नेशनल हेल्थ इमरजेंसी लगा दी जाती है.. सारे अस्पतालों को ख़ाली करवा के कोरोनावायरस के मरीजों के लिए जगह बना दी जाती है

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) और आगे बढ़ता है:

अब इटली में डॉक्टर और नर्सों की कमी पड़ने लगी है.. अब जितने भी डॉक्टर रिटायर हो चुके हैं उन्हें भी वापस नौकरी पर बुला लिया जाता है.. जिस छात्रों कि डॉक्टरी की पढाई का दूसरा साल हुवा है उन्हें भी नौकरी पर बुला लिया जाता है.. किसी भी डॉक्टर और नर्स के लिए कोई भी शिफ्ट नहीं है.. चौबीस घंटे काम करना है सबको अब.. डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हो रहे हैं अब और उन लोगों से उनके परिवारों को भी वायरस अपनी चपेट में ले रहा है

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) और आगे बढ़ता है:

अब निमोनिया के बहुत ही ज्यादा मरीज़ बढ़ गए हैं... और बहुत सारे लोगों को ICU की ज़रूरत है और अब ICU में सबके लिए जगह नहीं है.. इटली में अब वो स्थिति आ चुकी है जहाँ डॉक्टर अब सिर्फ़ उन्हीं का इलाज कर रहे हैं जिनके बचने की उम्मीद होती है.. मतलब अब बूढ़े, और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों का इलाज डॉक्टर नहीं कर पा रहे हैं क्यूंकि अब डॉक्टर को क्रोना वायरस वाले मरीजों को ही बचाना है.. क्यूंकि अब अस्पताल में सभी के लिए जगह नहीं बची है

_____________________________________

भाग 3

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) आगे बढ़ता है:

अब लोग मर रहे हैं क्यूंकि अस्पतालों और ICU में जगह नहीं है.. मेरे एक डॉक्टर दोस्त ने मुझे कॉल कर के बताया कि उसने तीन लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया क्यूंकि जगह नहीं थी.. नर्स रो रही हैं क्यूंकि वो मरते हुवे लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकती हैं सिवाए उन्हें ऑक्सीजन देने के

मेरे एक दोस्त का रिश्तेदार कल मर गया क्यूंकि उसका इलाज नहीं हो पाया.. अब क्रोना वायरस हर तरफ़ पूरी तरह से फैल चुका है
फिर आता है..
स्टेज पांच (पाँचवाँ चरण):
याद कीजिये उन बेवकूफों को जिन्हें सरकार ने शुरुवात इटली के कुछ राज्यों में रोक के रखा था, क्वारंटाइन किया था मगर वो अपने अपने घर वापस चले आये थे? उन्हीं की वजह से अब सारी इटली को मार्च 9 को क्वारंटाइन कर दिया गया।
अब सरकार का एक ही लक्ष्य है कि कैसे इसे ज्यादा से ज्यादा फैलने से रोका जाय।
लोगों को अपने काम पर जाने दिया जा रहा है.. ज़रूरी सामान की खरीदारी करने दी जा रही है.. व्यापार सारे खोल के रखे गए हैं.. क्यूंकि अगर ऐसा न किया तो सारी इकॉनमी धराशायी हो जायेगी.. मगर अभी भी आप अपने इलाक़े से बाहर नहीं जा सकते हैं जब तक आपके पास उसके लिए कोई बहुत ज़रूरी वजह न हो।
मगर अभी भी एक समस्या बनी हुई है.. क्यूंकि कुछ लोग समझते हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा.. वो अभी भी दोस्तों के साथ बाहर जा रहे हैं... घूम रहे हैं ग्रुप में.. शराब पी रहे हैं और ऐश कर रहे हैं
फिर आता है..
स्टेज छः (छठां चरण):
दो दिन पहले ये घोषणा कर दी गयी कि अब सारे व्यापार, शौपिंग माल, रेस्टोरेंट, बार और हर तरह की दुकाने बंद रहेंगी.. सिर्फ़ सुपर मार्केट और दवाखाने के अलावा.. और अब आप सिर्फ़ तभी अपने इलाके से कहीं बाहर जा सकते हैं अगर आपके पास उसकी कोई बहुत बड़ी वजह है और उसके लिए आपके पास एक सर्टिफिकेट होना चाहिए।
उस सर्टिफिकेट में आपके बारे में सारी जानकारी होती है.. जिसमे आपका नाम, पता और आप कहाँ से आ रहे हैं और कहाँ जा रहे हैं ये लिखा होता है।
जगह जगह पुलिस के चेक पॉइंट बने हैं जहाँ आपको चेक किया जाता है।
इटली में अगर अब आप अपने घर से बाहर अब पकडे जाते हैं तो आपके ऊपर 206 पौंड का जुर्माना लगाया जाता है.. अगर आप बहार निकलते हैं और आप क्रोना वायरस से संक्रमित हैं तो आपको एक से लेकर बारह साल की जेल होगी।
आख़िरी सन्देश:
ये मैं १२ मार्च को लिख रहा हूं और इस वक़्त तक के ये हालात है जो मैंने ऊपर बताया.. इसका ध्यान रखिये कि ये सब बस हमारे यहाँ दो हफ्ते के अंदर हो गया.. सिर्फ़ पांच दिन लगे स्टेज तीन से आज तक के दिन तक आने में हमे।
दुनिया के दूसरे देश अभी धीरे धीरे उन चरणों में पहुँच रहे हैं जिनसे हम गुज़र चुके हैं.. इसलिए मुझे आप लोगों से ये कहना है कि “आपको कोई अंदाज़ा नहीं है कि आप के साथ क्या होने वाला है”
क्यूंकि दो हफ्ते पहले मैं आपके ही जैसा सोचता था और मुझे लगता था कि हमे कुछ नहीं होगा.. और ये सब इस वजह से नहीं हो रहा है कि ये वायरस बहुत खतरनाक है.. बल्कि ये सब इस वजह से हो रहा है कि ये वायरस ऐसी परिस्थितियां पैदा कर देता है जिसका सामना करने में हम सक्षम नहीं हैं।
ये देख कर बहुत दुःख हो रहा है क्यूंकि कुछ देश ये सोच रहे हैं कि उनको कुछ नहीं होगा.. और वो इसके लिए ज़रूरी बचाव नहीं कर रहे हैं.. जबकि वो समय रहते अगर बचाव कर लें तो बहुत फायदा होगा।
इसलिए.. कृपया अगर आप इसको पढ़ रहे हैं तो सजग हो जाईये.. क्यूंकि इसको इग्नोर करने पर इस समस्या का हल नहीं निकलेगा.. अमेरिका जैसे देशों में ऐसे कितने लोग होंगे जो संक्रमित होंगे और उनका पता नहीं चल पाया होगा।
हमारी इटली की सरकार ने इस बारे में बहुत अच्छा काम किया.. और वो ये किया कि उन्होंने पूरी कोशिश की अब इस वायरस को जहाँ भी हो रोक दिया जाए.. उसके लिए उन्हें बहुत कठोर क़दम उठाये मगर वो सही थे.. चाइना ने भी इस तरह से इस पर क़ाबू पाया था... सारे इलाके बंद कर के लोगों को घरों में क़ैद कर दिया था।
सरकार लोगों की मदद कर रही है.. उनके बैंक की किश्त माफ़ करके और लोगों के व्यापार में मदद कर के.. मुझे ये चीज़ परेशान कर रही है कि अगर ये सारे देशों में हो गया तो क्या होगा।
इसलिए अगर आप ऐसे इलाक़े में हैं जहाँ आपके आसपास क्रोना वायरस से संक्रमित मरीज़ हैं.. तो आप बस एक या दो हफ्ते हम से पीछे हैं.. और आप हमारी सारी बातों को धीरे धीरे समझेंगे.. इसलिए मेरी आप लोगों से यही गुजारिश हैं कि आप अपना बचाव ख़ुद करें.. और ऐसा व्यवहार मत कीजिये कि आपको कुछ नहीं होगा.. इसलिए अगर आप रह सकते हैं तो “घरों में ही बंद रहिये

अभी नही सम्भले तो इटली बनने में देर नहीं लगेगी।पढ़िए इटली में कोरोना के तांडव की पूरी कहानी।इटली की कहानी।

अभी नही सम्भले तो इटली बनने में देर नहीं लगेगी।
पढ़िए इटली में कोरोना के तांडव की पूरी कहानी।
इटली की कहानी।
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मेरा मकसद आपको डराना नहीं बस सचेत करना है. आपको ये पढ़ना चाहिए, क्योंकि ये मैसेज आपको ये समझायेगा कि CORONA VIRUS कितना खतरनाक है. इससे आप समझ पाएंगे कि इटली में कितनी तेजी और भयानक तरीके से कोरोना फैला है. ये मैसेज अंग्रेजी में लिखा एक ट्विटर थ्रेड (मैसेज श्रंखला) है, जिसे ताबिश सिद्दीकी ने हिंदी में ट्रांसलेट किया है. पढ़िए और समझिये कि हमारा और आपका सामना किससे हुआ है 👇

भाग 1

अगर आप अभी भी अपने दोस्तों के साथ घूम रहे हैं, होटल जा रहे हैं, पार्टी कर रहे हैं और ऐसे दिखा रहे हैं जैसे ये (कोरोनावायरस) आपके लिए कोई बड़ी मुसीबत नहीं है, तो आप बहुत बड़े भ्रम में हैं.. अपने आप को संभाल लीजिये.. नीचे का सारा मैसेज एक इटालियन लोगों के द्वारा पोस्ट किया गया है.. जो कुछ भी उन्होंने जैसा भी लिखा है उसे वैसा ही लिखा जा रहा है:

“सारी दुनिया के लिए सन्देश,, जिन्हें ये पता नहीं है कि उनका सामना किस आपदा से होने वाला है”

जैसा कि मैं समझता हूँ इस वक़्त सारी दुनिया को पता है कि इस वक़्त सारा इटली क्वारंटाइन किया जा चूका है.. यानि उसे पूरी तरह से बंद किया जा चुका है.. ये स्थिति बहुत बुरी है.. मगर उन लोगों के लिए ज़्यादा बुरी है जो ये सोचते हैं कि ये उनके साथ नहीं होगा

हमे पता है कि आप कैसा सोच रहे हैं.. क्यूंकि हम भी पहले ऐसे ही सोच रहे थे..

आईये देखें कि ये सब कैसे शुरू हुवा:

स्टेज प्रथम (पहला चरण):

आपको पता होता है कि कोरोना वायरस ऐसी कोई चीज़ है.. मगर आपके देश में ये अभी अभी दिखना शुरू हुवा है.. इसलिए आप सोचते हैं कि डरने की कोई बात नहीं हैं.. क्यूंकि ये बस एक तरह का ज़ुकाम है.. और वैसे भी मैं 75+ साल का हूँ नहीं इसलिए मुझे इस से क्या डरना

फिर प्रथम चरण आगे बढ़ता है:

और आप सोचते हैं कि ये क्या हर कोई पागल हो रहा है मास्क और टॉयलेट पेपर के लिए.. ऐसा कुछ तो होने वाला है नहीं.. मेरी ज़िन्दगी तो आराम से चलती रहेगी

फिर आता है..

स्टेज द्वितीय (दूसरा चरण)

धीरे धीरे.. देश में मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है.. और सरकार एक दो शहरों कि सीमाएं प्रतिबंधित कर देती है.. और आपको ये समझाती है कि डरने की कोई बात नहीं है.. सब कुछ ठीक है (22 फ़रवरी को ऐसा इटली में हुवा था)

द्वितीय चरण यानि दूसरा चरण आगे बढ़ता है:

कुछ लोगों की मौतें होती हैं.. मगर वो सब बूढ़े लोग होते हैं.. और मीडिया उस पर हाय तौबा मचाता है... हम सोचते हैं कि ये अच्छी बात नहीं है.. लोग अपने दोस्तों यारों से मिलते रहते हैं.. नार्मल ज़िन्दगी चलती रहती है.. और हमे ये लगता है कि हमे कुछ नहीं होगा

त्रित्तीय चरण (तीसरा चरण)

धीरे धीरे संक्रमित लोगों का आंकडा बढ़ने लगता है.. एक दिन में ही दुगने लोग संक्रमित हो जाते हैं.. मौतों का आंकड़ा बढ़ जाता है.. और सरकार चार बड़े इलाक़ों को प्रतिबंधित कर देती है जहाँ से सब से ज्यादा केस हैं (ये 7 मार्च को इटली में होता है).. फिर इटली के पच्चीस 25% लोगों को घरों में बंद कर दिया जाता है

____________________________________

भाग 2

फिर आता है..

स्टेज तृतीय (तीसरा चरण)

फिर कुछ क्षेत्रों में स्कूल, बार और रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाते हैं.. मगर ऑफिस अभी भी खुले हैं.. सरकारी नियमों को मीडिया और अखबार पहले ही प्रकाशित कर देते हैं

स्टेज तृतीय आगे बढ़ता है:

इटली के क़रीब दस हज़ार लोग, जिन्हें दूसरे इलाक़ों में सरकार ने रोक कर रखा था वो एक ही रात में वहां से निकलकर अपने अपने घर वापस पहुँच जाते हैं.. और इटली के लगभग पिछत्तर प्रतिशत लोग अपने रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त रहते हैं

स्टेज तृतीय यानि तीसरा चरण और आगे बढ़ता है:

इटली के लोग अभी भी इस वायरस की आपदा नहीं समझ पा रहे हैं.. हर जगह इटली में लोगों को ये बताया जा रहा है कि थोड़ी थोड़ी देर में अपने हाथ धुलें.. लोग ग्रुप में या भीड़ में न खड़े हों.. टीवी पर हर दस मिनट में ये समझाया जा रहा है.. मगर ये बातें लोगों के दिमाग़ में नहीं बैठ रही हैं

फिर आता है..

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण):

इटली में हर जगह स्कूल और कॉलेज कम से कम एक महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं.. नेशनल हेल्थ इमरजेंसी लगा दी जाती है.. सारे अस्पतालों को ख़ाली करवा के कोरोनावायरस के मरीजों के लिए जगह बना दी जाती है

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) और आगे बढ़ता है:

अब इटली में डॉक्टर और नर्सों की कमी पड़ने लगी है.. अब जितने भी डॉक्टर रिटायर हो चुके हैं उन्हें भी वापस नौकरी पर बुला लिया जाता है.. जिस छात्रों कि डॉक्टरी की पढाई का दूसरा साल हुवा है उन्हें भी नौकरी पर बुला लिया जाता है.. किसी भी डॉक्टर और नर्स के लिए कोई भी शिफ्ट नहीं है.. चौबीस घंटे काम करना है सबको अब.. डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हो रहे हैं अब और उन लोगों से उनके परिवारों को भी वायरस अपनी चपेट में ले रहा है

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) और आगे बढ़ता है:

अब निमोनिया के बहुत ही ज्यादा मरीज़ बढ़ गए हैं... और बहुत सारे लोगों को ICU की ज़रूरत है और अब ICU में सबके लिए जगह नहीं है.. इटली में अब वो स्थिति आ चुकी है जहाँ डॉक्टर अब सिर्फ़ उन्हीं का इलाज कर रहे हैं जिनके बचने की उम्मीद होती है.. मतलब अब बूढ़े, और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों का इलाज डॉक्टर नहीं कर पा रहे हैं क्यूंकि अब डॉक्टर को क्रोना वायरस वाले मरीजों को ही बचाना है.. क्यूंकि अब अस्पताल में सभी के लिए जगह नहीं बची है

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भाग 3

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) आगे बढ़ता है:

अब लोग मर रहे हैं क्यूंकि अस्पतालों और ICU में जगह नहीं है.. मेरे एक डॉक्टर दोस्त ने मुझे कॉल कर के बताया कि उसने तीन लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया क्यूंकि जगह नहीं थी.. नर्स रो रही हैं क्यूंकि वो मरते हुवे लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकती हैं सिवाए उन्हें ऑक्सीजन देने के

मेरे एक दोस्त का रिश्तेदार कल मर गया क्यूंकि उसका इलाज नहीं हो पाया.. अब क्रोना वायरस हर तरफ़ पूरी तरह से फैल चुका है
फिर आता है..
स्टेज पांच (पाँचवाँ चरण):
याद कीजिये उन बेवकूफों को जिन्हें सरकार ने शुरुवात इटली के कुछ राज्यों में रोक के रखा था, क्वारंटाइन किया था मगर वो अपने अपने घर वापस चले आये थे? उन्हीं की वजह से अब सारी इटली को मार्च 9 को क्वारंटाइन कर दिया गया।
अब सरकार का एक ही लक्ष्य है कि कैसे इसे ज्यादा से ज्यादा फैलने से रोका जाय।
लोगों को अपने काम पर जाने दिया जा रहा है.. ज़रूरी सामान की खरीदारी करने दी जा रही है.. व्यापार सारे खोल के रखे गए हैं.. क्यूंकि अगर ऐसा न किया तो सारी इकॉनमी धराशायी हो जायेगी.. मगर अभी भी आप अपने इलाक़े से बाहर नहीं जा सकते हैं जब तक आपके पास उसके लिए कोई बहुत ज़रूरी वजह न हो।
मगर अभी भी एक समस्या बनी हुई है.. क्यूंकि कुछ लोग समझते हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा.. वो अभी भी दोस्तों के साथ बाहर जा रहे हैं... घूम रहे हैं ग्रुप में.. शराब पी रहे हैं और ऐश कर रहे हैं
फिर आता है..
स्टेज छः (छठां चरण):
दो दिन पहले ये घोषणा कर दी गयी कि अब सारे व्यापार, शौपिंग माल, रेस्टोरेंट, बार और हर तरह की दुकाने बंद रहेंगी.. सिर्फ़ सुपर मार्केट और दवाखाने के अलावा.. और अब आप सिर्फ़ तभी अपने इलाके से कहीं बाहर जा सकते हैं अगर आपके पास उसकी कोई बहुत बड़ी वजह है और उसके लिए आपके पास एक सर्टिफिकेट होना चाहिए।
उस सर्टिफिकेट में आपके बारे में सारी जानकारी होती है.. जिसमे आपका नाम, पता और आप कहाँ से आ रहे हैं और कहाँ जा रहे हैं ये लिखा होता है।
जगह जगह पुलिस के चेक पॉइंट बने हैं जहाँ आपको चेक किया जाता है।
इटली में अगर अब आप अपने घर से बाहर अब पकडे जाते हैं तो आपके ऊपर 206 पौंड का जुर्माना लगाया जाता है.. अगर आप बहार निकलते हैं और आप क्रोना वायरस से संक्रमित हैं तो आपको एक से लेकर बारह साल की जेल होगी।
आख़िरी सन्देश:
ये मैं १२ मार्च को लिख रहा हूं और इस वक़्त तक के ये हालात है जो मैंने ऊपर बताया.. इसका ध्यान रखिये कि ये सब बस हमारे यहाँ दो हफ्ते के अंदर हो गया.. सिर्फ़ पांच दिन लगे स्टेज तीन से आज तक के दिन तक आने में हमे।
दुनिया के दूसरे देश अभी धीरे धीरे उन चरणों में पहुँच रहे हैं जिनसे हम गुज़र चुके हैं.. इसलिए मुझे आप लोगों से ये कहना है कि “आपको कोई अंदाज़ा नहीं है कि आप के साथ क्या होने वाला है”
क्यूंकि दो हफ्ते पहले मैं आपके ही जैसा सोचता था और मुझे लगता था कि हमे कुछ नहीं होगा.. और ये सब इस वजह से नहीं हो रहा है कि ये वायरस बहुत खतरनाक है.. बल्कि ये सब इस वजह से हो रहा है कि ये वायरस ऐसी परिस्थितियां पैदा कर देता है जिसका सामना करने में हम सक्षम नहीं हैं।
ये देख कर बहुत दुःख हो रहा है क्यूंकि कुछ देश ये सोच रहे हैं कि उनको कुछ नहीं होगा.. और वो इसके लिए ज़रूरी बचाव नहीं कर रहे हैं.. जबकि वो समय रहते अगर बचाव कर लें तो बहुत फायदा होगा।
इसलिए.. कृपया अगर आप इसको पढ़ रहे हैं तो सजग हो जाईये.. क्यूंकि इसको इग्नोर करने पर इस समस्या का हल नहीं निकलेगा.. अमेरिका जैसे देशों में ऐसे कितने लोग होंगे जो संक्रमित होंगे और उनका पता नहीं चल पाया होगा।
हमारी इटली की सरकार ने इस बारे में बहुत अच्छा काम किया.. और वो ये किया कि उन्होंने पूरी कोशिश की अब इस वायरस को जहाँ भी हो रोक दिया जाए.. उसके लिए उन्हें बहुत कठोर क़दम उठाये मगर वो सही थे.. चाइना ने भी इस तरह से इस पर क़ाबू पाया था... सारे इलाके बंद कर के लोगों को घरों में क़ैद कर दिया था।
सरकार लोगों की मदद कर रही है.. उनके बैंक की किश्त माफ़ करके और लोगों के व्यापार में मदद कर के.. मुझे ये चीज़ परेशान कर रही है कि अगर ये सारे देशों में हो गया तो क्या होगा।
इसलिए अगर आप ऐसे इलाक़े में हैं जहाँ आपके आसपास क्रोना वायरस से संक्रमित मरीज़ हैं.. तो आप बस एक या दो हफ्ते हम से पीछे हैं.. और आप हमारी सारी बातों को धीरे धीरे समझेंगे.. इसलिए मेरी आप लोगों से यही गुजारिश हैं कि आप अपना बचाव ख़ुद करें.. और ऐसा व्यवहार मत कीजिये कि आपको कुछ नहीं होगा.. इसलिए अगर आप रह सकते हैं तो “घरों में ही बंद रहिये

निर्भया काण्ड: मां आखिरी बार खिलाना चाहती है बेटे को ‘पूड़ी, सब्जी, कचौड़ी’ SEK IN INDIA NEWS

Nirbhaya case: मां आखिरी बार खिलाना चाहती है बेटे को ‘पूड़ी, सब्जी, कचौड़ी’

निर्भया केस : विनय शर्मा (फाइल फोटो)               SEK IN INDIA NEWS
निर्भया केस : विनय शर्मा (फाइल फोटो) SEK NEWS
अदालत में खारिज होती हर एक याचिका के साथ निर्भया के दोषियों की उम्मीद और फांसी के फंदे से उनकी दूरी भी घटती जा रही है। शायद अब दोषियों के परिजनों को भी कहीं यह एहसास हो गया है अब परिवार के बेटों के बचने की कोई उम्मीद नहीं है। इसी को देखते हुए चारों दोषियों में से एक की मां बताया है कि वह बेटे को आखिरी बार क्या खिलाना चाहती हैं। इसे लेकर प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 
चारों दोषियों मुकेश, अक्षय, विनय और पवन को 20 मार्च को सुबह 5.30 बजे फांसी होनी है। ऐसे में विनय की मां चाहती हैं कि उन्हें आखिरी बार बेटे को पूड़ी, सब्जी और कचौड़ी खिलाने का मौका दिया जाए। जब उनसे उनका नाम पूछा गया तो उन्होंने बताने से मना कर दिया और वह चाहती हैं कि उन्हें लोग सिर्फ 'विनय शर्मा की मां' के नाम से जाना जाए।
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nirbhaya case - फोटो : SEK IN INDIA NEWS
वह लगातार खारिज हो रहे केस से निराश हो चुकी हैं। रविदास कैंप में रहने वाली विनय की मां ने पत्रकार को देखते ही सवाल किया, 'आप कौन हैं? क्या चाहते हैं? अंदर कोई भी नहीं है। मेरे पति काम पर गए हैं। मैं विनय की मां हूं।'

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शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव

शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव।   जनपद कुशीनगर के ग्रामसभा ठाड़ीभार ...