प्रशासन और पब्लिक के बिच बवाल होने का खतरा टला, भाजपा सरकार में तहसीलदार के सौतेले ब्यवहार से लोगो मे आक्रोष
भाजपा सरकार में दलित विधवा बुजुर्ग महिला के साथ तहसीलदार के सौतेले ब्यवहार से लोगो मे आक्रोष ब्याप्त है
कुशीनगर जनपद के नव निर्मित नगर पंचायत दूदही के जिरात में वर्षो से रह रही एक बुजुर्ग दलित विधवा महिला के साथ तहसीलदार तमकुहीराज के द्वारा सौतेला ब्यवहार करते हुए दलित महिला का घर तोड़वाने का आदेश दिए जाने का सनसनीखेज खबर प्रकाश में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पडरौन मडूरही जिरात के सीलिंग की भूमि पर वैसे तो हजारो के तादात में पक्के घर बने हुए है यहाँ के लोगो ने बताया कि दिलीप नगर कुडवा स्टेट के आश्रितों के द्वारा बारी बारी से पडरौन मडूरही जिरात सीलिंग के जमीन को मोटी रकम लेकर बेचा जाता है जो जग जाहिर है। आपको बताते चले कि कुछ बिचौलियों द्वारा सीलिंग का सैकड़ो एकड़ जमीन अवैध तरीके से बेची जा चुकी है जिस पर हजारो की संख्या में आज बड़े बड़े पक्के मकान बने हुए है। सीलिंग के सटे आराजी नम्बर 562 परती की जमीन में एक विधवा बुजुर्ग दलित महिला ने भी अपना घर बना कर बर्षो से गुजर बसर कर रही है पीड़िता के अनुसार महेंद्र सिंह के द्वारा महिला से पैसा मांगा गया था जैसा कि और लोगे ने भी पैसा दे कर अपना घर बनाया है पीड़ित महिला का कहना है कि मैंने भी 5 लाख 60 हजार रुपया जमीन के बदौलत मजबूर करके लिया गया है पीड़ित से और पैसों की मांग की जा रही थी महिला पैसा नही दे पायी तो इन बडे राजाओ के रसूख बड़े बड़े लोगो से होने के वजह तहसीलदार तमकुहीराज से महिला का घर सीलिंग की जमीन में बता कर घर तोड़वाने का आदेश देने के मामले में लोगो गुस्सा फूटा। मजे की बात तो यह है कि यहाँ सीलिंग में हजारो घर बने है और बन रहे है लेकिन सबका मकान छोड़ कर सिर्फ इस दलित बुजुर्ग विधवा महिला का घर तोड़ने का तहसीलदार के द्वारा आदेश दिये जाने का मामला सामने आया है। इस आदेश से साफ है कि दलित महिला के साथ सौतेला ब्यवहार हो रहा है क्यो महिला के घर के अगल बगल सैकड़ो पक्के मकान बने हुए है परंतु सबका घर छोड़ कर सिर्फ गरीब असहाय दलित महिला का घर तोड़ने के आदेश से कस्बा में खलबली मची हुई इस आदेश को लेकर लोगो मे काफी आक्रोश ब्याप्त है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि रविवार को तहसीलदार के आदेश पर कई थानो की फोर्स विशुनपुरा थाने पहुंची थी परंतु कस्बा के लोगो का आक्रोष की भनक बड़े बड़े भाजपा के नेताओ को हुई और नेताओं ने मामले का संज्ञान लेकर उच्च अधिकारियों से बात चित की जिसके बाद प्रशासन को पीछे हटना पड़ा तब जा कर स्थानीय लोगो का गुस्सा सांत हुआ। लोगो का कहना है कि सिर्फ पीड़ित महिला पर कार्यवाही हुई होती तो भारी बवाल होने का अंदेशा था जो अब लगभग टल गया है।
उपजिलाधिकारी का आदेश
पीड़ित महिला ने उपजिलाधिकारी तमकुहीराज को ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई थी जिस पर उपजिलाधिकारी के द्वारा तहसीलदार को आदेशित किया गया है कि नियमानुसार कार्यवाही करें।
भाजपा प्रवक्ताओ ने हिस्सा लिया।
1- राजन जायसवाल ने कहा कि किसी भी कीमत पर भाजपा सरकार में किसी के साथ ना इंसाफी हुई तो बर्दाश्त नही किया जाएगा।
2- भाजपा प्रवक्ता मनोज कुंदन ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए मनोज कुंदन की टीम ने तहसीदार से मिल कर हाल का जायजा लिया और नियमानुसार कार्यवाही करने की बात कही और कहा कि किसी के साथ प्रशासन सौतेला रवैया अपनाता है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
3- पूर्व प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा ने भी गुस्साए लोगो को सांत कराया और हर सम्भव मदद करने का आश्वासन देते हुए पीड़ित महिला के साथ खड़े रह कर हौसला बढ़ाये।
इसी क्रम में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और तहसीलदार के सौतेले रवैये की सख्त शब्दो मे निंदा की। समाचार लिखे जाने तक मौके पर शांति ब्यवस्था कायम रही।