आश्रय केंद्र में नही मिल रहा पशुओं को शरण पावर हाउस में पशुओं ने डाला डेरा
गोंडा पवन कुमार द्विवेदी
सरकार छुट्टा पशुओं को संरक्षण देने के लिए आश्रय केंद्रों पर हर महीने करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा रही है इसके बावजूद भी क्षेत्र में आश्रय केंद्र से अधिक मवेशी सड़कों पर घूमते नज़र आ रहे हैं, मुज़ेहना ब्लॉक क्षेत्र में बनी प्रदेश की मॉडल गौ शाला में छुट्टा मवेशियों को शरण ना मिलने की वजह से मवेशियों ने पावर हॉउस को अपना बसेरा बना लिया है, शाम होते ही ये पशुओ अपना पेट भरने के लिए आस पास के खेतों में अपना तांडव शुरू कर देते है, इन छुट्टा पशुओं से ग्राम सिंहपुर बेलहरी, जोतिया, सरजू पुरवा, लालक पुरवा, सहित इर्द गिर्द के किसान अपनी फसलें बचाने के लिए रात भर जागने को मजबूर हैं।
ऐसे में ये बड़ा सवाल है की अगर किसानों को इन पशुओं की वजह से उतपन्न संकट से बचाया नही जा सकता तो फिर आश्रय केंद्र पर करोणों रूपये खर्च करने का आशय क्या है, इस परिस्थिति में यह कहा जाना अतिशयोक्ति नही होगी की जिला व स्थानीय प्रशासन छुट्टा मवेशियों से किसान की फसलें बचाने में बड़ी लापरवाही करता नज़र आ रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें