नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi CAA Clash) में बीते सोमवार को हुई हिंसा में 7 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल रतनलाल भी थे, जो गोकुलपुरी में तैनात थे. घटना में 48 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 100 से ज्यादा आम लोग घायल हुए हैं. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधियों और समर्थकों के बीच विवाद शुरू हुआ था, जिसने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया. भजनपुरा, चांदबाग, मौजपुर, गोकुलपुरी समेत इससे सटे कई इलाकों में आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट की वारदातें सामने आईं. पुलिस ने सभी संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लगा दी है. वहां भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. अब इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज (मंगलवार) एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. इस हाई लेवल मीटिंग में दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी शामिल होंगे. उनके अलावा कई अन्य दलों के नेता और जनप्रतिनिधि भी इस बैठक में पहुंचेंगे.
अमित शाह ने सोमवार रात भी दिल्ली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक बैठक की थी. आज बुलाई मीटिंग से अलग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों के विधायकों और अधिकारियों की अपने आवास पर एक बैठक बुलाई है. बता दें कि सोमवार को जिस समय दिल्ली में हिंसा की खबरें मिलनी शुरू हुईं, उस समय अमित शाह गुजरात के अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के स्वागत समारोह में शरीक हो रहे थे. राजधानी में हिंसा की खबर मिलते ही उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से बात की. इसके बाद गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के तहत साजिशन हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया है.
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