फ़ाइल फोटो 👆बिहार में शब्जी छुपकर ले जाया जा रहा शराब।
पुलिस संरक्षण में कुशीनगर में तस्करों द्वारा शराब की शब्जी में धुंवाधार तस्करी, अधिकारी मौन,प्रशासन ध्यान दें,। राधेश्याम शास्त्री की खास रिपोर्ट
बिहार में शराब बंदी के बाद मांग को देखते हुए नैपाल और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद के रास्ते भर दिन बड़े पैमाने पर अवैध रूप से बिहार में शराब भेजी जा रही है। तस्करों ने आज कल सब्जी के बोरों में शराब भरकर भेजने का नया खेल शुरू कर दिया है।
यही नहीं कुशीनगर जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना बिशुनपुरा, सेवरही,तरयांसुजान,,पटहेरवा, चौकी सम उर बाजार, तमकुही राज, बहादुर पुर,डिबनी बाजार,लतवा बाजार, पश्चिमी गंडक नहर,दाहूगंज,टड़वामोड़, अहिरौली दान,पिपराघाट,शिवाघाट,हुआ जीवन,सलेमगढ़, आदि रास्ते से बड़े पैमाने पर अवैध शराब की खेप मोटरसाइकिल, लग्जरी कार,पिकप, मछली बाभन,डी०सी०एम०आदि वाहनों से होली त्योहार पर बिहार प्रान्त में शराब भेजे जाने की सूचना प्राप्त हुई है।यही नहीं जनपद के थाना तरयासुजान क्षेत्र के ग्राम तिनफेडिया,जमसडिया, रामपुर बंगरा, तुलसी पट्टी, चौपठिया, शिवराज पुर,दनियाडी, डुमरिया,मैरवा, में ग्राम के कुछ तथाकथित दबंग तस्करों द्वारा अपने घरों में तस्करी का सामान छिपाकर अड्डा बना कर भोर में सामान,देवी शराब बिभिन साधनों के माध्यम से बिहार में प्रतिदिन भेजी जा रही है।
यही नहीं बिहार के तस्करों द्वारा तिनफेडिया बाजार से रेलवे लाइन पार करके बथना बिहार के तरफ नेचुआ जलालपुर, बिहार के तरफ भेजवाने का इसी मार्ग द्वारा भेजवाने का काम करते हैं। तरयासुजान थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बहादुर पुर पुलिस चौकी व तिनफेडिया पुलिस चौकी इनके सहारे पर खेल हो रहा है।
यही नहीं यह भी पता चला है कि तरयासुजान, सेवरही व पटहेरवा व बिशुनपुरा थाना क्षेत्र के रास्ते विहार के पश्चिमी चम्पारण जिले में आवागमन हो रहा है। बिहार में शराब बंदी कानून लागू होने के बाद से ही इस क्षेत्र से ट्रेन, सड़क और नदी के मार्ग से शराब की तस्करी होने लगी है। ट्रेन व नाव से ले जायी जा रही शराब पकड़े जाने के बाद अब तस्करों ने सब्जी कारोबारियों को इस खेल में मिला लिया है। सूत्रों की मानें तो अक्सर ही हरी सब्जियों के बोरों के बीच में शराब की बोतलें बिहार को भेजी जा रही हैं। सूत्रों की मानें तो रात को गोरखपुर से
थावें व सिवान जाने वाली ट्रेनों में सक्रिय तस्कर शराब की बोतलें गत्ते में भरकर सब्जियों के बोरों के बीच में रख देते हैं और उन्हें टेन में छिपा कर विहार के स्टेशनों पर उतार कर गांवों के रास्ते कस्बों तक पहुंचा देते हैं।
यही नहीं तस्कर उपर्युक्त थाना क्षेत्र से होते हुए विशुनपुरा थाना क्षेत्र से होते हुए नौगांवा घाट से पार करके विहार के रेंड़हा होंते मुंडा़डीह बाजार होते हुए धनहां से चबुतरवा के लिए चले जाते हैं।यही नहीं थाना बिशुनपुरा क्षेत्र के रास्ते गोड़रिया बाजार होते हुए आ नरहवाडीह से बरवाबभनौली जंगल लुअठहां होते हुए विहार को तस्करों द्वारा शराब पहुंचाया जाता है।
यही नहीं बिशुनपुरा थाना क्षेत्र के दुदही बाजार से उत्तर बड़हरा गांव होते बैकुंठपुर कोठी से अहिरौली नरहवां अचरज दूबे बरवाबभनौली से उत्तर सीमा नौगांवां घाट पार कर बिहार के ग्राम बिनही होते हुए हथुवहवां ,रुपहीं ,रेंड़हा ,मुड़ाडीह बाजार होते धनहां होते हुए चबुतरवा के तरफ शराब पहुंचाया जाता है।
यही नहीं थाना बिशुनपुरा क्षेत्र के ग्राम दुदही बाजार से होते हुए गौरीश्रीराम होते पांडेय पट्टी रामपुर जमुनियां रामपुर पट्टी होते हुए विहार ठकाराहां को चला जाता है।
सब कुछ मिलाकर कुशीनगर जनपद के थाना बिशुनपुरा,सेवरही,,तरयांसुजान व पटहेरवा पुलिस संरक्षण के साथ ही साथ पुलिस चौकियों के जिम्मेदारों की मिली भगत कहें या संरक्षण में तस्करों द्वारा बिभिन प्रकार की शराबों की अंधाधुंध अवाधगति से स्वच्छंद रुप से तस्करी की जा रही है।
यही नहीं थाना बिशुनपुरा, सेवरही होते तरयांसुजान होते बिहार को तस्करों द्वारा पुलिस संरक्षण की देख देख में स्वच्छंद रुप से बिना किसी रोक-टोक प्रतिदिन बिभिन तौर-तरीकों से शराब की अन्धा धुंध तस्करी की जा रही है। ऐसा क्षेत्र में पुरजोर चर्चा है। लेकिन बिहार की सीमावर्ती अपराधिक क्षेत्र होने के कारण ग्रामीणों द्वारा अपना मुंह नहीं खोला जा रहा है। उन्हें हमेशा भर सताता रहता है।
यही नहीं सेवरही थाना क्षेत्र से बिहार के ठाकाराहां थाना क्षेत्र में अवैध शराब की खेप अवाधगति से चालू है। एवं तरयांसुजान थाना क्षेत्र के पूर्वोत्तर में विहार प्रान्त में शराब की खेप शराब के बड़े-बड़े तस्करों द्वारा भेजा जाता है।
कुशीनगर जनपद के पूर्वोत्तर के थाना क्षेत्रों में अपराध व भ्रष्टाचार की जड़ें जमा चुके तस्करों पर पुलिस का नियंत्रण नाकामी साबित हो रहा है। बिहार से सटे इन थाना क्षेत्रों से तस्करी के यू०पी०पुलिस व जी आर पी तक की भूमिका भी बतायी जा रही है।
इसके अलावा बड़ी गंडक नहर के रास्ते नैपाल से आ रही शराब खड्डा थाना क्षेत्र के सिसवा गोपाल गांव के पास से निकाल कर उसे बिहार भेजा जा रहा है। तस्करी के इस खेल में जी० आर०पी० से लेकर स्थानीय पुलिस तक की भूमिका भी बताती जा रही है।
बतातें चलें कि बिहार प्रान्त से सटे यूं पी के इन थाना क्षेत्रों के तरयासुजान,तिनफेडिया,सेवरही,, तमकुही राज, दुदही बाजार
खडा,नेबुआ नौरंगिया,कठकुइयां बाजार,गोडरिया बाजारों से रातों रात,रातों दिन शराब के बड़े-बड़े तस्करों द्वारा भारी मात्रा में बिहार को शराब की धुंवाधार तस्करी कर शराब की खेप पहुंचाई जाती है।इन थाना क्षेत्रों में शराब के तस्करों का एक बड़ा रैकैट सक्रिय हैं।जो तस्करी का धंधा अवाधिगति से पुलिस व विभागीय मिली भगत से पूर्व से करता आ रहा है। विभागीय अधिकारियों के सक्रिय होने तथा इस भ्रष्टाचार पर काफी अंकुश लगाने के बावजूद भी तस्करों व पुलिस की संयुक्त मिली भगत से इन अधिकारियों को दिशा भ्रमित होना पड़ता है। अधिकारियों के लाख चाहने के बावजूद भी सफलता हासिल नहीं हो पाती। काश! क्या तस्करों का रैकेट पुलिस के गिरफ्त में आयेगा ?
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