SEK IN INDIA NEWS: अप्रैल 2020

कोरोना योद्धाओ के अथक प्रयास से कुशीनगर जनपद अब तक सुरक्षित।

कोरोना योद्धाओ के अथक प्रयास से कुशीनगर जनपद अब तक सुरक्षित
              SEK IN INDIA NEWS
एसपी की सख्ती व निगरानी से कही सख्त दिखी तो कही संवेदनशील नजर आई पुलिस

हर पल पुलिस रख रही नजर,लाकडाउन का करा रही पालन

कुशीनगर । एक ऐसा जनपद जो बिहार बार्डर के निकट है तो बौद्ध धर्म का अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थली होने के चलते विदेशी पर्यटकों के आने से कोरोना के संक्रमण लिहाज से बेहद संवेदनशील है। बीते आठ मार्च को जिले में जब  मुख्यमंत्री आये थे तो उन्होंने भी बिहार बार्डर व बौद्ध पर्यटक स्थल को ध्यान में रखते हुए पहले से एहतियाती उपाय करने का निर्देश दे रखा था। कप्तान की सख्ती व भ्रमण, पुलिस की मुस्तैदी और लोगों की जागरूकता का ही नतीजा है कि अब तक कुशीनगर जिला कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित बना हुआ है। इसके बावजूद भी प्रशासन लगातार सक्रियता बरत रहा है और लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने से लेकर संदिग्धों की जांच कराने तक में तत्परता बरत रहा है।
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थी और 17 मार्च को ही कुशीनगर के सभी मंदिरों व होटलों में आवागमन को प्रतिबंधित करते हुए वहां थर्मल स्क्रीनिंग भी शुरू करा दी थी। होटलों में पहले से हुई बुकिंग को रद्द कर दी गई थी। वही देश के दूसरे हिस्सों से घूमने आए लोगों की जांच कराकर वापस लौटा दिया गया । 22 मार्च को प्रधानमंत्री की अपील के बाद पूरा जिला पूर्णरुप से बंद रहा। जब कि अगले दिन से शुरू हुए लॉकडाउन का भी प्रशासन ने सख्ती से पालन कराया।  लॉकडाउन के बाद सबसे बड़ी समस्या थी कि यहां के अधिकतर लोग मजदूरी करने दूसरे प्रदेश में गये थे। देश के बड़े शहरों व औद्योगिक क्षेत्रों से शुरू हुए मजदूरों के पलायन के दौरान भी सबसे गंभीर संकट कुशीनगर के लिए ही था, क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं। लगभग 12 हजार श्रमिक अपने घरों को वापस लौटे। प्रशासन ने वापस लौटने वाले अपने जिलों के लोगों की सूची बनाने के साथ ही पड़ोसी राज्य बिहार के लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराकर वाहनों के जरिए जल्दी से जल्दी बार्डर पार कराया। इस दौरान आम लोगों व बाहर से आने वालों के बीच दूरी बनी रहे, इसका ध्यान रखते हुए स्थानीय लोगों पर पूरी सख्ती बरती गई। जिला प्रशासन ने मार्च में विदेश से लौटे करीब डेढ़ सौ लोगों के घर टीम भेजकर उनकी जांच कराई। ओमान से लौटे कप्तानगंज क्षेत्र के एक व्यक्ति के साथी व बिहार प्रांत निवासी युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना पर तुरंत ही उस व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड भेजने के साथ ही उसका कोरोना टेस्ट कराया गया और 14 दिन तक होम क्वारंटीन किया गया। इसके अलावा सोशल मीडिया समेत अन्य किसी भी माध्यम से संक्रमित होने की चर्चा में आए लोगों की भी जांच कराई गई। क्षय रोग विभाग के सुपरवाइजरों की टीम लगाकर विदेश से लौटे लगभग सभी लोगों की जांच कर रिपोर्ट तैयार हुई।
इन सब उपायों के बाद जैैसे जमात से जुड़े लोगों की सूचना मिली तो पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए मस्जिदों, मदरसों व अन्य संभावित जगहों पर जांच शुरू कर दी। इसका परिणाम यह हुआ कि कार्रवाई की डर से जमात से जुड़े लोगों को आश्रय मिलना बंद हो गया। पहले रामकोला क्षेत्र में नेपाल के रहने वाले अहमद हुसैन पुत्र ओली मुहम्मद, एमडी कमरुल हुसैन पुत्र अली हुसैन, मजेबुर रहमान पुत्र ताहिर, मो. तैयब पुत्र मो. दुखी, मो. रफीद रहमान पुत्र देवीलाल  मियां, इस्लाम मियां पुत्र नबुद मियां, मो. जावेद अख्तर पुत्र सफीउर्रहमान, नजीर पुत्र इस्लाम सहित बिहार के मधुबनी जिले के अब्दुल गफ्फार पुत्र गुल्ली को पकड़ सा. स्वास्थ्य केन्द्र सेवरही में क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया तो वही तब्लीगी जमात के कार्यकर्ताओं को संरक्षण देने वाले हाटा कोतवाली क्षेत्र के शाकिर अली पुत्र हाजी हामिद अली, हाजी हामिद अली पुत्र स्व. महबूब अली, पडरौना क्षेत्र के सलाउद्दीन पुत्र खुदादीन, मो. साहिल पुत्र स्व. मु. अली व नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के निवासी रहमतुल्लाह पुत्र वसीर व शकीहुन नेशा पत्नी रहमतुल्लाह को पडरौना में क्वारंटाइन के लिए रखा गया हैं । इसके बाद असम प्रांत के रहने वाले हासिम पुत्र नाजीमुद्दीन, अशोदर अली पुत्र मजहर, सकीना खातून पत्नी हासिम,  जोहरा खातून पत्नी अजीमुल्लाह,रहीमा खातून पत्नी अरसद अली, मुस्मात फिरोजा खातून पत्नी फकरुद्दीन, अब्दुल सलाम पुत्र आमिर हुसेन, फखरुद्दीन पुत्र शेख अबुल कासिम, ऐजुलहक पुत्र जब्बार अली को गिरफ्तार कर उन्हें उदित नारायण डिग्री कालेज पडरौना में  क्वारंटाइन के लिए भेजा गया। इसके बाद भी जांच में ढिलाई नहीं हुई और इधर-उधर भटक रहे 11 लोगों को तुर्कपट्टी क्षेत्र से पकड़ा गया। इन सभी का कोरोना टेस्ट कराने के साथ ही क्वारंटीन किया गया। जिला प्रशासन ने एक तरफ जहां लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पूरी सख्ती बरती तो वहीं जरूरी सेवाओं की कमी के कारण लोग परेशान होकर घरों से बाहर न निकलें, इसके लिए सभी शहरी क्षेत्रों में राशन, सब्जी, दूध आदि के सुचारु वितरण के लिए ठेला वालों को लगाया गया। शुरूआत में थोड़ी दिक्कत आई लेकिन अब तो यह व्यवस्था इतना सुविधाजनक हो गया है कि लोगों को लॉक डाउन के दूसरे चरण में भी कहीं जरूरी सामानों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ रहा है। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से की गई सारी कवायद तब तक निरर्थक होती, जब तक इसे लोगों का सहयोग नहीं मिलता। इस मामले में प्रशासन भी लोगों की तारीफ कर रहा है। बैंक से रुपया निकालने की बात छोड़ दें तो अधिकांश लोग स्वत: ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। घरों से बहुत जरूरी होने पर ही लोग बाहर निकल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में भी प्रशासन को भीड़ नियंत्रित करने में अपेक्षाकृत कम मशक्कत करनी पड़ रही है। संकट काल में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों, डॉक्टरों आदि पर लोग पुष्प वर्षा कर उत्साह बढ़ाने में जुटे हैं। सभी का यह समन्वित प्रयास जिले को निरोग रखने में मददगार साबित हो रहा है। वही पुलिस कप्तान हर पल क्षेत्र का भ्रमण कर खुद ही निगरानी कर रहे हैं जिसका नतीजा है कि पुलिस भी सजग है और अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन करते हुए लाकडाउन का पालन कराने के लिए कही सख्ती दिखा रही है तो कही लाचार, भूखे, गरीबो की मदद कर मानवीय संवेदना भी प्रकट कर रही है। जिसके चलते लोग भी पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते निर्देशो का पालन कर रहे हैं। पुलिस कप्तान विनोद मिश्रा ने कहा कि आम लोगों की जान की हिफाजत के लिए ही प्रशासन 24 घंटे कार्य कर रहा है। सभी को पता है कि अभी तक इस बीमारी का कोई समुचित इलाज नहीं है। ऐसे में लोगों की सतर्कता व सावधानी ही बीमारी से विजय पाने का एकमात्र उपाय है। इसलिए संकट के इस दौर में सभी को अपनी जान की सुरक्षा के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व स्वच्छता के लिए प्रेरित करना है। जैसे ही अगल-बगल कोई संदिग्ध दिखे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। साथ ही इस बात का ख्याल जरूर रखें कि संकट काल में प्रशासन को सही सूचना दें, जिससे कि समय व साधन का समुचित उपयोग हा सके।  लॉक डाउन जीवन के लिए जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस को सख्त उपाय अपनाने पड़ रहे हैं। इसे असुविधा न मानकर व्यवस्था का एक हिस्सा मानें। बेवजह बाहर न निकलें। इलाज व दवा के लिए जो जरूरी छूट दी गई है, उसका दुरुपयोग कत्तई न करें। कहीं एक छोटी सी चूक हजारों लोगों के लिए भारी पड़ सकती है। इसलिए धैर्य व समझदारी से काम लें। झूठी सूचना देकर या अफवाह फैलाकर व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास न करें। उन्होंने कहा कि शासन के निदेशों के अक्षरशः पालन कराया जा रहा है, सोसल डिस्टेंन्टिंग के साथ ही आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड करने की अपील करते हुए लोगो को जागरूक भी किया जा रहा है। पुलिस का यही मिशन हैं कि कुशीनगर को कोरोना से मुक्त रखना है इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते शासन के निर्देशो का अनुपालन कराया जा रहा है।

कोरोना योद्धाओ के अथक प्रयास से कुशीनगर जनपद अब तक सुरक्षित।

कोरोना योद्धाओ के अथक प्रयास से कुशीनगर जनपद अब तक सुरक्षित
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एसपी की सख्ती व निगरानी से कही सख्त दिखी तो कही संवेदनशील नजर आई पुलिस

हर पल पुलिस रख रही नजर,लाकडाउन का करा रही पालन

कुशीनगर । एक ऐसा जनपद जो बिहार बार्डर के निकट है तो बौद्ध धर्म का अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थली होने के चलते विदेशी पर्यटकों के आने से कोरोना के संक्रमण लिहाज से बेहद संवेदनशील है। बीते आठ मार्च को जिले में जब  मुख्यमंत्री आये थे तो उन्होंने भी बिहार बार्डर व बौद्ध पर्यटक स्थल को ध्यान में रखते हुए पहले से एहतियाती उपाय करने का निर्देश दे रखा था। कप्तान की सख्ती व भ्रमण, पुलिस की मुस्तैदी और लोगों की जागरूकता का ही नतीजा है कि अब तक कुशीनगर जिला कोरोना के संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित बना हुआ है। इसके बावजूद भी प्रशासन लगातार सक्रियता बरत रहा है और लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने से लेकर संदिग्धों की जांच कराने तक में तत्परता बरत रहा है।
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थी और 17 मार्च को ही कुशीनगर के सभी मंदिरों व होटलों में आवागमन को प्रतिबंधित करते हुए वहां थर्मल स्क्रीनिंग भी शुरू करा दी थी। होटलों में पहले से हुई बुकिंग को रद्द कर दी गई थी। वही देश के दूसरे हिस्सों से घूमने आए लोगों की जांच कराकर वापस लौटा दिया गया । 22 मार्च को प्रधानमंत्री की अपील के बाद पूरा जिला पूर्णरुप से बंद रहा। जब कि अगले दिन से शुरू हुए लॉकडाउन का भी प्रशासन ने सख्ती से पालन कराया।  लॉकडाउन के बाद सबसे बड़ी समस्या थी कि यहां के अधिकतर लोग मजदूरी करने दूसरे प्रदेश में गये थे। देश के बड़े शहरों व औद्योगिक क्षेत्रों से शुरू हुए मजदूरों के पलायन के दौरान भी सबसे गंभीर संकट कुशीनगर के लिए ही था, क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं। लगभग 12 हजार श्रमिक अपने घरों को वापस लौटे। प्रशासन ने वापस लौटने वाले अपने जिलों के लोगों की सूची बनाने के साथ ही पड़ोसी राज्य बिहार के लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराकर वाहनों के जरिए जल्दी से जल्दी बार्डर पार कराया। इस दौरान आम लोगों व बाहर से आने वालों के बीच दूरी बनी रहे, इसका ध्यान रखते हुए स्थानीय लोगों पर पूरी सख्ती बरती गई। जिला प्रशासन ने मार्च में विदेश से लौटे करीब डेढ़ सौ लोगों के घर टीम भेजकर उनकी जांच कराई। ओमान से लौटे कप्तानगंज क्षेत्र के एक व्यक्ति के साथी व बिहार प्रांत निवासी युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना पर तुरंत ही उस व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड भेजने के साथ ही उसका कोरोना टेस्ट कराया गया और 14 दिन तक होम क्वारंटीन किया गया। इसके अलावा सोशल मीडिया समेत अन्य किसी भी माध्यम से संक्रमित होने की चर्चा में आए लोगों की भी जांच कराई गई। क्षय रोग विभाग के सुपरवाइजरों की टीम लगाकर विदेश से लौटे लगभग सभी लोगों की जांच कर रिपोर्ट तैयार हुई।
इन सब उपायों के बाद जैैसे जमात से जुड़े लोगों की सूचना मिली तो पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए मस्जिदों, मदरसों व अन्य संभावित जगहों पर जांच शुरू कर दी। इसका परिणाम यह हुआ कि कार्रवाई की डर से जमात से जुड़े लोगों को आश्रय मिलना बंद हो गया। पहले रामकोला क्षेत्र में नेपाल के रहने वाले अहमद हुसैन पुत्र ओली मुहम्मद, एमडी कमरुल हुसैन पुत्र अली हुसैन, मजेबुर रहमान पुत्र ताहिर, मो. तैयब पुत्र मो. दुखी, मो. रफीद रहमान पुत्र देवीलाल  मियां, इस्लाम मियां पुत्र नबुद मियां, मो. जावेद अख्तर पुत्र सफीउर्रहमान, नजीर पुत्र इस्लाम सहित बिहार के मधुबनी जिले के अब्दुल गफ्फार पुत्र गुल्ली को पकड़ सा. स्वास्थ्य केन्द्र सेवरही में क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया तो वही तब्लीगी जमात के कार्यकर्ताओं को संरक्षण देने वाले हाटा कोतवाली क्षेत्र के शाकिर अली पुत्र हाजी हामिद अली, हाजी हामिद अली पुत्र स्व. महबूब अली, पडरौना क्षेत्र के सलाउद्दीन पुत्र खुदादीन, मो. साहिल पुत्र स्व. मु. अली व नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के निवासी रहमतुल्लाह पुत्र वसीर व शकीहुन नेशा पत्नी रहमतुल्लाह को पडरौना में क्वारंटाइन के लिए रखा गया हैं । इसके बाद असम प्रांत के रहने वाले हासिम पुत्र नाजीमुद्दीन, अशोदर अली पुत्र मजहर, सकीना खातून पत्नी हासिम,  जोहरा खातून पत्नी अजीमुल्लाह,रहीमा खातून पत्नी अरसद अली, मुस्मात फिरोजा खातून पत्नी फकरुद्दीन, अब्दुल सलाम पुत्र आमिर हुसेन, फखरुद्दीन पुत्र शेख अबुल कासिम, ऐजुलहक पुत्र जब्बार अली को गिरफ्तार कर उन्हें उदित नारायण डिग्री कालेज पडरौना में  क्वारंटाइन के लिए भेजा गया। इसके बाद भी जांच में ढिलाई नहीं हुई और इधर-उधर भटक रहे 11 लोगों को तुर्कपट्टी क्षेत्र से पकड़ा गया। इन सभी का कोरोना टेस्ट कराने के साथ ही क्वारंटीन किया गया। जिला प्रशासन ने एक तरफ जहां लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पूरी सख्ती बरती तो वहीं जरूरी सेवाओं की कमी के कारण लोग परेशान होकर घरों से बाहर न निकलें, इसके लिए सभी शहरी क्षेत्रों में राशन, सब्जी, दूध आदि के सुचारु वितरण के लिए ठेला वालों को लगाया गया। शुरूआत में थोड़ी दिक्कत आई लेकिन अब तो यह व्यवस्था इतना सुविधाजनक हो गया है कि लोगों को लॉक डाउन के दूसरे चरण में भी कहीं जरूरी सामानों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ रहा है। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से की गई सारी कवायद तब तक निरर्थक होती, जब तक इसे लोगों का सहयोग नहीं मिलता। इस मामले में प्रशासन भी लोगों की तारीफ कर रहा है। बैंक से रुपया निकालने की बात छोड़ दें तो अधिकांश लोग स्वत: ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। घरों से बहुत जरूरी होने पर ही लोग बाहर निकल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में भी प्रशासन को भीड़ नियंत्रित करने में अपेक्षाकृत कम मशक्कत करनी पड़ रही है। संकट काल में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों, डॉक्टरों आदि पर लोग पुष्प वर्षा कर उत्साह बढ़ाने में जुटे हैं। सभी का यह समन्वित प्रयास जिले को निरोग रखने में मददगार साबित हो रहा है। वही पुलिस कप्तान हर पल क्षेत्र का भ्रमण कर खुद ही निगरानी कर रहे हैं जिसका नतीजा है कि पुलिस भी सजग है और अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन करते हुए लाकडाउन का पालन कराने के लिए कही सख्ती दिखा रही है तो कही लाचार, भूखे, गरीबो की मदद कर मानवीय संवेदना भी प्रकट कर रही है। जिसके चलते लोग भी पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते निर्देशो का पालन कर रहे हैं। पुलिस कप्तान विनोद मिश्रा ने कहा कि आम लोगों की जान की हिफाजत के लिए ही प्रशासन 24 घंटे कार्य कर रहा है। सभी को पता है कि अभी तक इस बीमारी का कोई समुचित इलाज नहीं है। ऐसे में लोगों की सतर्कता व सावधानी ही बीमारी से विजय पाने का एकमात्र उपाय है। इसलिए संकट के इस दौर में सभी को अपनी जान की सुरक्षा के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व स्वच्छता के लिए प्रेरित करना है। जैसे ही अगल-बगल कोई संदिग्ध दिखे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। साथ ही इस बात का ख्याल जरूर रखें कि संकट काल में प्रशासन को सही सूचना दें, जिससे कि समय व साधन का समुचित उपयोग हा सके।  लॉक डाउन जीवन के लिए जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस को सख्त उपाय अपनाने पड़ रहे हैं। इसे असुविधा न मानकर व्यवस्था का एक हिस्सा मानें। बेवजह बाहर न निकलें। इलाज व दवा के लिए जो जरूरी छूट दी गई है, उसका दुरुपयोग कत्तई न करें। कहीं एक छोटी सी चूक हजारों लोगों के लिए भारी पड़ सकती है। इसलिए धैर्य व समझदारी से काम लें। झूठी सूचना देकर या अफवाह फैलाकर व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास न करें। उन्होंने कहा कि शासन के निदेशों के अक्षरशः पालन कराया जा रहा है, सोसल डिस्टेंन्टिंग के साथ ही आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड करने की अपील करते हुए लोगो को जागरूक भी किया जा रहा है। पुलिस का यही मिशन हैं कि कुशीनगर को कोरोना से मुक्त रखना है इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते शासन के निर्देशो का अनुपालन कराया जा रहा है।

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने लॉक डाउन पर छूट की खबरों को बताया भ्रामक,बिना पास के बाहर निकलने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने लॉक डाउन पर छूट की खबरों को बताया भ्रामक
SEK IN INDIA NEWS संवादाता रामआधार द्रिवेदी
 बिना पास के बाहर निकलने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

चल रहे लॉक डाउन के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 20 अप्रैल से स्थानीय प्रशासन के द्वारा समीक्षा करते हुए कुछ आवश्यक छूट उपलब्ध कराने की बात कही गई थी जिसको लेकर आम जनमानस में अलग-अलग तरह की चर्चाएं जारी थी *जिलाधिकारी कुशीनगर भूपेंद्र एस चौधरी ने उक्त संदर्भ में स्पष्ट निर्देश देते हुए बताया की ऐसे छोटे उद्योग जिनके सभी कर्मियों को एक ही कैंपस में रखने एवं उनके भोजन आदि की व्यवस्था कैंपस के भीतर ही सुनिश्चित कराने की सभी सुविधाएं उपलब्ध है उनको संचालित करने के लिए आवश्यक शर्तों पर अनुमति दी जा सकती है* परंतु इसके लिए संबंधित संचालकों के द्वारा वेबसाइट का पूर्ण अध्ययन करते हुए उसके मानकों पर खरा उतर कर अनुमति हेतु आवेदन करना होगा तत्पश्चात कि उन्हें अनुमति दी जा सकेगी यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति के किसी प्रकार के संस्था उद्योग को संचालित करता हुआ पाया गया तो उस पर कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी 


*पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र लॉक डाउन में किसी भी प्रकार की छूट देने संबंधी बातों को भ्रामक बताया है और इसका खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि कहीं भी कोई लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो* सुसंगत धाराओं में कठोर कार्रवाई की जायेगी

*पुलिस अधीक्षक श्री मिश्र के द्वारा जनपद के सभी थाना के प्रभारी  निरीक्षकों चौकी प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहां गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बैंक को तथा उस पर लगे सीसीटीवी कैमरा सायरन एवं आसपास के संदिग्ध व्यक्तियों वाहनों को चेक करें तथा कोरोनावायरस से बचाव लाक डाउन तथा सोशल डिस्टेंसइन का पालन करने हेतु आम जनमानस को जागरूक करें सभी को यह भी बताएं कि बिना मास्क या फेस कवर लगाए कोई बाहर नहीं निकल सकता अन्यथा उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जाएगी इस संदर्भ में जनपद पुलिस द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में अनुपालन करना सुनिश्चित किया गया।*

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने लॉक डाउन पर छूट की खबरों को बताया भ्रामक,बिना पास के बाहर निकलने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने लॉक डाउन पर छूट की खबरों को बताया भ्रामक
SEK IN INDIA NEWS संवादाता रामआधार द्रिवेदी
 बिना पास के बाहर निकलने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

चल रहे लॉक डाउन के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 20 अप्रैल से स्थानीय प्रशासन के द्वारा समीक्षा करते हुए कुछ आवश्यक छूट उपलब्ध कराने की बात कही गई थी जिसको लेकर आम जनमानस में अलग-अलग तरह की चर्चाएं जारी थी *जिलाधिकारी कुशीनगर भूपेंद्र एस चौधरी ने उक्त संदर्भ में स्पष्ट निर्देश देते हुए बताया की ऐसे छोटे उद्योग जिनके सभी कर्मियों को एक ही कैंपस में रखने एवं उनके भोजन आदि की व्यवस्था कैंपस के भीतर ही सुनिश्चित कराने की सभी सुविधाएं उपलब्ध है उनको संचालित करने के लिए आवश्यक शर्तों पर अनुमति दी जा सकती है* परंतु इसके लिए संबंधित संचालकों के द्वारा वेबसाइट का पूर्ण अध्ययन करते हुए उसके मानकों पर खरा उतर कर अनुमति हेतु आवेदन करना होगा तत्पश्चात कि उन्हें अनुमति दी जा सकेगी यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति के किसी प्रकार के संस्था उद्योग को संचालित करता हुआ पाया गया तो उस पर कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी 


*पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र लॉक डाउन में किसी भी प्रकार की छूट देने संबंधी बातों को भ्रामक बताया है और इसका खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि कहीं भी कोई लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो* सुसंगत धाराओं में कठोर कार्रवाई की जायेगी

*पुलिस अधीक्षक श्री मिश्र के द्वारा जनपद के सभी थाना के प्रभारी  निरीक्षकों चौकी प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहां गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बैंक को तथा उस पर लगे सीसीटीवी कैमरा सायरन एवं आसपास के संदिग्ध व्यक्तियों वाहनों को चेक करें तथा कोरोनावायरस से बचाव लाक डाउन तथा सोशल डिस्टेंसइन का पालन करने हेतु आम जनमानस को जागरूक करें सभी को यह भी बताएं कि बिना मास्क या फेस कवर लगाए कोई बाहर नहीं निकल सकता अन्यथा उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जाएगी इस संदर्भ में जनपद पुलिस द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में अनुपालन करना सुनिश्चित किया गया।*

जिलाधिकारी औऱ पुलिस अधीक्षक ने किया टोल प्लाजा सलेमगढ़ का निरीक्षण

जिलाधिकारी औऱ पुलिस अधीक्षक ने किया टोल प्लाजा  सलेमगढ़ का निरीक्षण

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अभी अभी टोल प्लाजा राष्ट्रीय राज मार्ग 28 सलेमगढ़ का निरीक्षण जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने किया निरीक्षण। *पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र ने टोल प्लाजा पर *सीमा सील डियूटी पर तैनात निरीक्षक करूरेश प्रताप सिंह से लिया आवश्यक जानकारियां, बोले किसी कीमत पर बंगाल और प्रदेश से आने वाले लोगो को प्रबेश पर लगें, रोक, वाहनों की हो सघन जांच। बिना पास वाले वाहनों को सीमा में प्रबेश न होने दी जाय ।*
DM व SP KSN द्वारा कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जनपद के राष्ट्रीय राजमार्ग 28 सलेमगढ़ टोला प्लाजा का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा अन्य राज्यों से आने वाले लोगों/ वाहनों का सघन जाँच व सतर्क दृष्टि रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

जिलाधिकारी औऱ पुलिस अधीक्षक ने किया टोल प्लाजा सलेमगढ़ का निरीक्षण

जिलाधिकारी औऱ पुलिस अधीक्षक ने किया टोल प्लाजा  सलेमगढ़ का निरीक्षण

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अभी अभी टोल प्लाजा राष्ट्रीय राज मार्ग 28 सलेमगढ़ का निरीक्षण जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने किया निरीक्षण। *पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र ने टोल प्लाजा पर *सीमा सील डियूटी पर तैनात निरीक्षक करूरेश प्रताप सिंह से लिया आवश्यक जानकारियां, बोले किसी कीमत पर बंगाल और प्रदेश से आने वाले लोगो को प्रबेश पर लगें, रोक, वाहनों की हो सघन जांच। बिना पास वाले वाहनों को सीमा में प्रबेश न होने दी जाय ।*
DM व SP KSN द्वारा कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जनपद के राष्ट्रीय राजमार्ग 28 सलेमगढ़ टोला प्लाजा का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा अन्य राज्यों से आने वाले लोगों/ वाहनों का सघन जाँच व सतर्क दृष्टि रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

इंसानियत की मिसाल बना युवा शक्ति संगठन

इंसानियत की मिसाल बना युवा शक्ति संगठन
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दुदही(कुशीनगर)कोरोना महामारी से जहाँ प्रत्येक व्यक्ति सरकार के निर्देश का पालन करते हुए घर मे रह कर अपने अपने  जीवन को सुरक्षित करने मे लगा है वहीं समाजसेवी संगठन पुरी क्षमता से लोगों की सेवा करने मे लगे हैं।युवा शक्ति संगठन दुदही सामुदायिक सहयोग से लाक डाउन से प्रभावित गरीब तबके के लोगों को जहां एक ओर राशन सामग्री उपलब्ध कराने का काम कर रहा है वही समाज मे सोशल डिस्टेंस का पालन करने, आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की सलाह दे रहा है।इसी क्रम में एक अनजान व्यक्ति की जान बचाने के लिए रक्त उपलब्ध कराने की सूचना पर संगठन के संयोजक मनोज कुंदन ने अपने युवा साथियों के साथ तीन युनिट रक्त दान करके मानवता की ज्वलंत मिसाल प्रस्तुत किया है।बताते चले कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर मे भर्ती पडरौना निवासी जमशेद पुत्र महबूब अली के किडनी डायलिसिस के लिए एक युनिट ब्लड की तत्काल आवश्यकता की सूचना युवा शक्ति संगठन को मिली थी।जिस संबंध में संगठन की आपात बैठक बुला कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती जमशेद की सहायता का निर्णय लिया गया।तथा इस संबंध मे विशुनपुरा थानाध्यक्ष से अनुमति पत्र बनवा कर निजी गाड़ी से गोरखपुर पहुंच कर तीन युनिट रक्त उपलब्ध कराया।जिसमें संयोजक मनोज कुंदन, समन्वयक सतीश गुप्ता, सदस्यता प्रमुख नितीश प्रजापति का योगदान रहा।इस संबंध मे बात करते हुए मनोज कुंदन ने कहा कि रक्त दान सर्वश्रेष्ठ दान है और इंसान का जीवन बचाने से बड़ा पुण्य इस जीवन मे कुछ भी नहीं है इस लिए नर सेवा नारायण सेवा का मूल सिद्धांत के आधार पर बीमार जमशेद की सहायता करने का निर्णय लिया गया।संगठन के इस कार्य की सर्वत्र सराहना हो रही है।

इंसानियत की मिसाल बना युवा शक्ति संगठन

इंसानियत की मिसाल बना युवा शक्ति संगठन
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दुदही(कुशीनगर)कोरोना महामारी से जहाँ प्रत्येक व्यक्ति सरकार के निर्देश का पालन करते हुए घर मे रह कर अपने अपने  जीवन को सुरक्षित करने मे लगा है वहीं समाजसेवी संगठन पुरी क्षमता से लोगों की सेवा करने मे लगे हैं।युवा शक्ति संगठन दुदही सामुदायिक सहयोग से लाक डाउन से प्रभावित गरीब तबके के लोगों को जहां एक ओर राशन सामग्री उपलब्ध कराने का काम कर रहा है वही समाज मे सोशल डिस्टेंस का पालन करने, आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की सलाह दे रहा है।इसी क्रम में एक अनजान व्यक्ति की जान बचाने के लिए रक्त उपलब्ध कराने की सूचना पर संगठन के संयोजक मनोज कुंदन ने अपने युवा साथियों के साथ तीन युनिट रक्त दान करके मानवता की ज्वलंत मिसाल प्रस्तुत किया है।बताते चले कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर मे भर्ती पडरौना निवासी जमशेद पुत्र महबूब अली के किडनी डायलिसिस के लिए एक युनिट ब्लड की तत्काल आवश्यकता की सूचना युवा शक्ति संगठन को मिली थी।जिस संबंध में संगठन की आपात बैठक बुला कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती जमशेद की सहायता का निर्णय लिया गया।तथा इस संबंध मे विशुनपुरा थानाध्यक्ष से अनुमति पत्र बनवा कर निजी गाड़ी से गोरखपुर पहुंच कर तीन युनिट रक्त उपलब्ध कराया।जिसमें संयोजक मनोज कुंदन, समन्वयक सतीश गुप्ता, सदस्यता प्रमुख नितीश प्रजापति का योगदान रहा।इस संबंध मे बात करते हुए मनोज कुंदन ने कहा कि रक्त दान सर्वश्रेष्ठ दान है और इंसान का जीवन बचाने से बड़ा पुण्य इस जीवन मे कुछ भी नहीं है इस लिए नर सेवा नारायण सेवा का मूल सिद्धांत के आधार पर बीमार जमशेद की सहायता करने का निर्णय लिया गया।संगठन के इस कार्य की सर्वत्र सराहना हो रही है।

क्षेत्राधिकारी नितेश प्रताप सिंह ने पेश किये एक अनोखा मिसाल

क्षेत्राधिकारी कसया ने  पेश किया एक अनोखा मिसाल
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कुशीनगर में विनोद कुमार मिश्र की पुलिस  द्वारा लगातार कोरोना वायरस के बचाव के साथ ही लॉक डाउन को शत प्रतिशत पालन कराने के लिये दिनरात प्रयास किया जा रहा है। जिसका परिणाम है  की अब तक जनपद कुशीनगर में एक भी ब्यक्ति कोरोना वायरस से सम्बंधित सामने नही आया है।
इस क्रम में आज क्षेत्राधिकारी कसया नितेश प्रताप सिंह ने कस्बा कसया में एक अनोखा मिशाल पेश किये। हुआ यह की पुलिस टीम के साथ कसया कस्बा में लॉक डाउन को पालन कराने के लिये भ्रमण पर थे , तब तक मोटरसाइकिल सवार दो युवक मिल गए, जिनसे लॉक डाउन के समय मे घर से बाहर निकलने का कारण पूछा, लेकिन चालक कोई संतोषजनक उत्तर नही दे पाए। उन्होंने मोटरसाइकिल चालक से कहा की आपना मोबाइल निकालो ,क्या? तुमने अपने मोबाइल में आरोग्य ऐप डाउन लोड किया है, उसने कहा नही सर। तो उन्होंने कहा की तुमको यही दंड है की पहले यह ऐप डाउनलोड करो, फिर यहाँ खड़े रहो, औऱ आने जाने वाले लोगो को आरोग्य ऐप* के बिषय में बताओ, व पाँच लोगो को यह ऐप लोड कराओ।चाहे यहाँ जितना समय लगें। *मोटरसाइकिल चालक यह प्रक्रिया पूरा किया, वही पुलिस टीम की साधुबाद, बोलते हुये अपने गंतब्य को गया। इस बात की चर्चा चहुओर हो रही है। की इस महामारी के समय कुशीनगर की पुलिस आम लोगो के सुरक्षा के लिये कितना सक्रिय है।

क्षेत्राधिकारी नितेश प्रताप सिंह ने पेश किये एक अनोखा मिसाल

क्षेत्राधिकारी कसया ने  पेश किया एक अनोखा मिसाल
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कुशीनगर में विनोद कुमार मिश्र की पुलिस  द्वारा लगातार कोरोना वायरस के बचाव के साथ ही लॉक डाउन को शत प्रतिशत पालन कराने के लिये दिनरात प्रयास किया जा रहा है। जिसका परिणाम है  की अब तक जनपद कुशीनगर में एक भी ब्यक्ति कोरोना वायरस से सम्बंधित सामने नही आया है।
इस क्रम में आज क्षेत्राधिकारी कसया नितेश प्रताप सिंह ने कस्बा कसया में एक अनोखा मिशाल पेश किये। हुआ यह की पुलिस टीम के साथ कसया कस्बा में लॉक डाउन को पालन कराने के लिये भ्रमण पर थे , तब तक मोटरसाइकिल सवार दो युवक मिल गए, जिनसे लॉक डाउन के समय मे घर से बाहर निकलने का कारण पूछा, लेकिन चालक कोई संतोषजनक उत्तर नही दे पाए। उन्होंने मोटरसाइकिल चालक से कहा की आपना मोबाइल निकालो ,क्या? तुमने अपने मोबाइल में आरोग्य ऐप डाउन लोड किया है, उसने कहा नही सर। तो उन्होंने कहा की तुमको यही दंड है की पहले यह ऐप डाउनलोड करो, फिर यहाँ खड़े रहो, औऱ आने जाने वाले लोगो को आरोग्य ऐप* के बिषय में बताओ, व पाँच लोगो को यह ऐप लोड कराओ।चाहे यहाँ जितना समय लगें। *मोटरसाइकिल चालक यह प्रक्रिया पूरा किया, वही पुलिस टीम की साधुबाद, बोलते हुये अपने गंतब्य को गया। इस बात की चर्चा चहुओर हो रही है। की इस महामारी के समय कुशीनगर की पुलिस आम लोगो के सुरक्षा के लिये कितना सक्रिय है।

समाज सेवा की मिसाल बनकर उभरे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा,डोर टू डोर फ्री में राहत सामग्री वितरण कर रहे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

समाज सेवा की मिसाल बनकर उभरे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा।
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डोर टू डोर फ्री में राहत सामग्री वितरण कर रहे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्रामसभा पड़रौन मडुरही में अपने आवास पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा के द्वारा अपने आवास पर आज पुनः लगभग एक हजार पैकेट तैयार किया गया है। इन पैकेटो में आलू,प्याज,हरी मिर्च,बैगन,सरसों का तेल,नमक आदि पैक किया गया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा वैश्विक महामारी के बाद लगे लॉक डाउन की मार झेल रहे गरीब परिवारो को लगातार राहत सामग्री वितरण करते आ रहे है। प्रधान प्रतिनिधि ने बताये की मैं भी एक गरीब परिवार से विलांग करता हूँ इस लिए गरीबो की पीड़ा मैं समझ सकता हूँ। उन्होंने ने बताया की हमारे ग्राम सभा और आस पास के ग्राम सभाओ में लाखो लोग ऐसे है जो दिन मजदूरी करके शाम को चावल सब्जी खरीद कर घर ले जाते है जिससे उनका और उनके परिवार का भरण पोषण होता था परंतु लॉक डाउन के बाद ऐसे गरीब परिवारो का भरण पोषण नही हो पा रहा था जिसको लेकर ग्राम प्रधान ऐसे गरीब परिवारो को रोज मर्रा की साग सब्जी आदि जरूरत के सम्मान वितरित कर रहे है। इसी क्रम में आज भी अपने आवास पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने लगभग एक हजार पैकेट तैयार करवा कर वितरण किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के नेतृव में राहत सामग्री वितरित किया जा रहा है और लगातार वितरण किया जायेगा। कुशवाहा जी ने अब तक दो लाख की राहत सामग्री वितरण की गई है।
इन जगहों पर आज वितरण किये जाएंगे सामग्री आंकड़ो में।

नौका टोला में 49 परिवार
चटनगवा में 110 परिवार
विरति टोला 80 परिवार
पश्चिम टोला 50 परिवार
यादय टोला 50 परिवार
दुसा टोला 150 परिवार
मदुरही ख़ास 172 परिवार
प्रधान का टोला 18 परिवार
ढाला 15 पर परिवार
बड़हरा बुजुर्ग 20 परिवार आदि।

समाज सेवा की मिसाल बनकर उभरे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा,डोर टू डोर फ्री में राहत सामग्री वितरण कर रहे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

समाज सेवा की मिसाल बनकर उभरे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा।
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डोर टू डोर फ्री में राहत सामग्री वितरण कर रहे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्रामसभा पड़रौन मडुरही में अपने आवास पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा के द्वारा अपने आवास पर आज पुनः लगभग एक हजार पैकेट तैयार किया गया है। इन पैकेटो में आलू,प्याज,हरी मिर्च,बैगन,सरसों का तेल,नमक आदि पैक किया गया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवशंकर कुशवाहा वैश्विक महामारी के बाद लगे लॉक डाउन की मार झेल रहे गरीब परिवारो को लगातार राहत सामग्री वितरण करते आ रहे है। प्रधान प्रतिनिधि ने बताये की मैं भी एक गरीब परिवार से विलांग करता हूँ इस लिए गरीबो की पीड़ा मैं समझ सकता हूँ। उन्होंने ने बताया की हमारे ग्राम सभा और आस पास के ग्राम सभाओ में लाखो लोग ऐसे है जो दिन मजदूरी करके शाम को चावल सब्जी खरीद कर घर ले जाते है जिससे उनका और उनके परिवार का भरण पोषण होता था परंतु लॉक डाउन के बाद ऐसे गरीब परिवारो का भरण पोषण नही हो पा रहा था जिसको लेकर ग्राम प्रधान ऐसे गरीब परिवारो को रोज मर्रा की साग सब्जी आदि जरूरत के सम्मान वितरित कर रहे है। इसी क्रम में आज भी अपने आवास पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने लगभग एक हजार पैकेट तैयार करवा कर वितरण किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के नेतृव में राहत सामग्री वितरित किया जा रहा है और लगातार वितरण किया जायेगा। कुशवाहा जी ने अब तक दो लाख की राहत सामग्री वितरण की गई है।
इन जगहों पर आज वितरण किये जाएंगे सामग्री आंकड़ो में।

नौका टोला में 49 परिवार
चटनगवा में 110 परिवार
विरति टोला 80 परिवार
पश्चिम टोला 50 परिवार
यादय टोला 50 परिवार
दुसा टोला 150 परिवार
मदुरही ख़ास 172 परिवार
प्रधान का टोला 18 परिवार
ढाला 15 पर परिवार
बड़हरा बुजुर्ग 20 परिवार आदि।

फरार चल रहे दस हजार के इनामी अभियुक्त को विशुनपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया।

02:50 pm 17 apr 2020 SEK IN INDIA NEWS

कुशीनगर जनपद के थाना विशुनपुरा क्षेत्र में फरार चल रहे 10 हजार के इनामी बदमाश को विशुनपुरा पुलिस ने धर दबोच लिया लिया है।
       गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र के दिशा निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज के नेतृत्व में शुक्रवार को थानाध्यक्ष विशुनपुरा अनिल कुमार अपने हमराही हेड कांस्टेबल पवन सिंह, कांस्टेबल यशवंत यादव, कांस्टेबल अजीत सिंह यादव, महिला कांस्टेबल रविता बर्मा के साथ क्षेत्र भ्रमण के दौरान दस हजार के इनामी अभियुक्त बुटाई पुत्र धर्मू गुप्ता निवासी मिश्रौली थाना विशुनपुरा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त मु0 अ0 सं0 245/2017 धारा 3(1) उ0प्र0 गैंगेस्टरएक्ट थाना विशुनपुरा जनपद कुशीनगर में वांछित होने के साथ ही शासन के द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए 10,000 रुपये के इनाम को भी घोषित किया गया था।परंतु अभियुक्त अपने गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने को छुपा रहा था। अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त करने के उपरांत स्थानीय थाने पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

फरार चल रहे दस हजार के इनामी अभियुक्त को विशुनपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया।

02:50 pm 17 apr 2020 SEK IN INDIA NEWS

कुशीनगर जनपद के थाना विशुनपुरा क्षेत्र में फरार चल रहे 10 हजार के इनामी बदमाश को विशुनपुरा पुलिस ने धर दबोच लिया लिया है।
       गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र के दिशा निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज के नेतृत्व में शुक्रवार को थानाध्यक्ष विशुनपुरा अनिल कुमार अपने हमराही हेड कांस्टेबल पवन सिंह, कांस्टेबल यशवंत यादव, कांस्टेबल अजीत सिंह यादव, महिला कांस्टेबल रविता बर्मा के साथ क्षेत्र भ्रमण के दौरान दस हजार के इनामी अभियुक्त बुटाई पुत्र धर्मू गुप्ता निवासी मिश्रौली थाना विशुनपुरा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त मु0 अ0 सं0 245/2017 धारा 3(1) उ0प्र0 गैंगेस्टरएक्ट थाना विशुनपुरा जनपद कुशीनगर में वांछित होने के साथ ही शासन के द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए 10,000 रुपये के इनाम को भी घोषित किया गया था।परंतु अभियुक्त अपने गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने को छुपा रहा था। अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त करने के उपरांत स्थानीय थाने पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत/2 माह का बच्चा भी घायल, दुदही है मायका

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत/2 माह का बच्चा भी घायल

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत


कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पडरौन मडूरही निवासी मरियम खातून का सड़क दुर्घटना में मौत।
बताते चलें कि ग्राम पडरौन मडूरही निवासी मरियम खातून पुत्री अहमद मियां की शादी करीब डेढ़ साल पहले थाना तुर्कपट्टी के ग्राम सभा लव कुश निवासी गुल मोहम्मद से हुई थी। जिसकी 2 माह की एक बच्ची है। आज दिनांक 16 अप्रैल 2020 को गुल मोहम्मद अपनी पत्नी को मायके से बुलाकर साइकिल से अपने घर ले जा रहा था। तभी गुरवलिया के एसआर पेट्रोल पंप के पास अचानक ट्रक की चपेट में आ गया। जिसमें मरियम की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना की सूचना पाकर तुर्कपट्टी पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्यवाही करने मे जुट गयी। मौत की खबर सुनकर मरियम के घर वालों का रो रो कर बुरा हाल है। वही उसका पति गुल मोहम्मद अपने आप को संभाल नहीं पा रहा है।

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत/2 माह का बच्चा भी घायल, दुदही है मायका

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत/2 माह का बच्चा भी घायल

सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता की मौत


कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पडरौन मडूरही निवासी मरियम खातून का सड़क दुर्घटना में मौत।
बताते चलें कि ग्राम पडरौन मडूरही निवासी मरियम खातून पुत्री अहमद मियां की शादी करीब डेढ़ साल पहले थाना तुर्कपट्टी के ग्राम सभा लव कुश निवासी गुल मोहम्मद से हुई थी। जिसकी 2 माह की एक बच्ची है। आज दिनांक 16 अप्रैल 2020 को गुल मोहम्मद अपनी पत्नी को मायके से बुलाकर साइकिल से अपने घर ले जा रहा था। तभी गुरवलिया के एसआर पेट्रोल पंप के पास अचानक ट्रक की चपेट में आ गया। जिसमें मरियम की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना की सूचना पाकर तुर्कपट्टी पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्यवाही करने मे जुट गयी। मौत की खबर सुनकर मरियम के घर वालों का रो रो कर बुरा हाल है। वही उसका पति गुल मोहम्मद अपने आप को संभाल नहीं पा रहा है।

लापरवाही किसी भी दशा में क्षम्य नही पुलिस कप्तान, थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिस कर्मी हुए निलम्बित।

लापरवाही किसी भी दशा में क्षम्य नही पुलिस कप्तान, थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिस कर्मी हुए निलम्बित।
             SEK IN INDIA NEWS
कोरोना नामक वायरस के कारण फैल रहे संक्रमण को लेकर जहां शाशन प्रशाशन सतर्क है और कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहता है वही पुलिस कप्तान कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र के द्वारा लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्यवाई जारी है।
       उल्लेखनीय है कि पुलिस कप्तान कुशीनगर के द्वारा कानून ब्यवस्था को लेकर मातहतों को जहॉं बार बार कर्तब्य एवं कानून ब्यवस्था का पाठ पढ़ाया जाता है वही कुछ पुलिस कर्मियों को कप्तान के द्वारा पढाया जाने वाला यह पाठ शायद भूल जाता है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है जिसके क्रम में लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष नेबुआ नॉरंगिया, संजय कुमार मिश्रा,,उपनिरीक्षक राजेश कुमार यादव,,हेड कॉन्स्टेबल अरविन्द सिंह, विजय कुमार को निलम्बित करदिया है ताकि कानून ब्यवस्था कायम रहे।

लापरवाही किसी भी दशा में क्षम्य नही पुलिस कप्तान, थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिस कर्मी हुए निलम्बित।

लापरवाही किसी भी दशा में क्षम्य नही पुलिस कप्तान, थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिस कर्मी हुए निलम्बित।
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कोरोना नामक वायरस के कारण फैल रहे संक्रमण को लेकर जहां शाशन प्रशाशन सतर्क है और कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहता है वही पुलिस कप्तान कुशीनगर विनोद कुमार मिश्र के द्वारा लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्यवाई जारी है।
       उल्लेखनीय है कि पुलिस कप्तान कुशीनगर के द्वारा कानून ब्यवस्था को लेकर मातहतों को जहॉं बार बार कर्तब्य एवं कानून ब्यवस्था का पाठ पढ़ाया जाता है वही कुछ पुलिस कर्मियों को कप्तान के द्वारा पढाया जाने वाला यह पाठ शायद भूल जाता है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है जिसके क्रम में लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष नेबुआ नॉरंगिया, संजय कुमार मिश्रा,,उपनिरीक्षक राजेश कुमार यादव,,हेड कॉन्स्टेबल अरविन्द सिंह, विजय कुमार को निलम्बित करदिया है ताकि कानून ब्यवस्था कायम रहे।

आशा बहु ने गरीबो की मदद में आईं आगे, दिए सैकड़ो गरीब परिवारो को दिए गए राहत सामग्री

आशा बहु ने गरीबो की मदद में आईं आगे, दिए सैकड़ो गरीब परिवारो को दिए गए राहत सामग्री

              SEK IN INDIA NEWS

कुशीनगर के वि0ख0 दुदही अंतर्गत ग्रामसभा पडरौन मडुरही निवासनी एव् आशा बहु गीता सिंह ने सैकड़ो गरीब परिवारो को राहत सामग्री उपलब्ध करवाई है।
गौरतलब है की पूरा देश वैश्विक महामारी के कारण पुरे देश में लॉक डाऊन किया गया है जिससे देश के तकरीबन 30/40 फीसद मजदूर तबको का परिवार भुखमरी के कागार पर आ गया है गरीब मजदूरो के लिए सरकारे भी विभिन्न तरह के राहत कार्य चला रही है परंतु सरकार की राहत नाकाफी नजर आ रही है। गाँव स्व शहर तक के बड़े छोटे ब्यपारी, समाजसेवी गरीबो को राहत सामग्री दी जा रही है। लेकिन दुदही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के क्षेत्र अंतर्गत आशा बहु के पद पर तैनात श्रीमती गीता सिंह ने गरीबो की परेशान हालत को देखते हुए सराहनीय कदम उठाई है और अब तक सैकड़ो परिवारो को रोज इस्तेमाल होने वाली राहत सामग्री जैसे चावल,सब्जी,दाल,तेल, साबुन आदि सामग्री बांटी गई। कहते है, *दौलत बढ़ने से कुछ नही होता दिल बड़ा होना चाहिए''* आशा बहु के इस कार्य से गीता सिंग के चर्चे आम है।

आशा बहु ने गरीबो की मदद में आईं आगे, दिए सैकड़ो गरीब परिवारो को दिए गए राहत सामग्री

आशा बहु ने गरीबो की मदद में आईं आगे, दिए सैकड़ो गरीब परिवारो को दिए गए राहत सामग्री

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कुशीनगर के वि0ख0 दुदही अंतर्गत ग्रामसभा पडरौन मडुरही निवासनी एव् आशा बहु गीता सिंह ने सैकड़ो गरीब परिवारो को राहत सामग्री उपलब्ध करवाई है।
गौरतलब है की पूरा देश वैश्विक महामारी के कारण पुरे देश में लॉक डाऊन किया गया है जिससे देश के तकरीबन 30/40 फीसद मजदूर तबको का परिवार भुखमरी के कागार पर आ गया है गरीब मजदूरो के लिए सरकारे भी विभिन्न तरह के राहत कार्य चला रही है परंतु सरकार की राहत नाकाफी नजर आ रही है। गाँव स्व शहर तक के बड़े छोटे ब्यपारी, समाजसेवी गरीबो को राहत सामग्री दी जा रही है। लेकिन दुदही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के क्षेत्र अंतर्गत आशा बहु के पद पर तैनात श्रीमती गीता सिंह ने गरीबो की परेशान हालत को देखते हुए सराहनीय कदम उठाई है और अब तक सैकड़ो परिवारो को रोज इस्तेमाल होने वाली राहत सामग्री जैसे चावल,सब्जी,दाल,तेल, साबुन आदि सामग्री बांटी गई। कहते है, *दौलत बढ़ने से कुछ नही होता दिल बड़ा होना चाहिए''* आशा बहु के इस कार्य से गीता सिंग के चर्चे आम है।

बहादुरपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में कच्ची के ठिकाने पर चला पुलिस की चाबुक

बहादुरपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में कच्ची के ठिकाने पर चला   पुलिस की चाबुक
SEK IN INDIA NEWS: निज संवादाता: रामआधार द्रिवेदी

छः हजार लीटर लहन नष्ट, अभी भी कार्यवाही जारी

पुलिस क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज व उप जिलाधिकारी तमकुहीराज के नेतृत्व में आबकारी विभाग की संयुक्त कार्यवाही

जनपद कुशीनगर के पुलिस चौकी बहादरपुर के अंतर्गत सलेमगढ़ पठानी टोला में अभी अभी *पुलिस क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज संदीप कुमार बर्मा व उप जिलाधिकारी तमकुहीराज ए आर फारुखी के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक तरयासुजान सुनील कुमार सिंह के टीम द्वारा आबकारी निरीक्षक अमरनाथ की संयुक्त अभियान* में लगभग छः हजार लीटर हुआ लहन नष्ट। कार्यवाही समाचार प्रेषण तक जारी। *प्रभारी निरीक्षक  सुनील कुमार सिंह ने बताया की कारोबारियों पर अभियोग पंजीकृत कर दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित होगी।*

बहादुरपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में कच्ची के ठिकाने पर चला पुलिस की चाबुक

बहादुरपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में कच्ची के ठिकाने पर चला   पुलिस की चाबुक
SEK IN INDIA NEWS: निज संवादाता: रामआधार द्रिवेदी

छः हजार लीटर लहन नष्ट, अभी भी कार्यवाही जारी

पुलिस क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज व उप जिलाधिकारी तमकुहीराज के नेतृत्व में आबकारी विभाग की संयुक्त कार्यवाही

जनपद कुशीनगर के पुलिस चौकी बहादरपुर के अंतर्गत सलेमगढ़ पठानी टोला में अभी अभी *पुलिस क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज संदीप कुमार बर्मा व उप जिलाधिकारी तमकुहीराज ए आर फारुखी के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक तरयासुजान सुनील कुमार सिंह के टीम द्वारा आबकारी निरीक्षक अमरनाथ की संयुक्त अभियान* में लगभग छः हजार लीटर हुआ लहन नष्ट। कार्यवाही समाचार प्रेषण तक जारी। *प्रभारी निरीक्षक  सुनील कुमार सिंह ने बताया की कारोबारियों पर अभियोग पंजीकृत कर दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित होगी।*

लॉक डाउन में पड़रौना कोतवाली पुलिस, न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया

लॉक डाउन में कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया
              SEK IN INDIA NEWS
न्यायालय के आदेश का नही हुआ पालन,दबंगो ने तोड़ दी मकान नही हुई कार्यवाही
         फोटो: स्थगन आदेेेश की छायाप्रती
थाना कोतवाली पड़रौना से महज 100 कदम उत्तर स्थित एक दूकान पर माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्षो को यथा स्थिति बनाये रखने का आदेश पारित किया गया है न्यायालय के इस आदेश के बावजूद उभय पक्षो द्वारा मकान तोड़ने का ख़बर प्रकास में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पड़रौना राधिका गारमेंट्स के ठीक सामने एक इलेक्ट्रानिक की दूकान पिछले 20 सालो से चलती आ रही है जिसको लेकर सन् 2004 में न्यायालय सिविल जज (सी0जू0) पड़रौना में वाद संख्या 134/2002 राघवेंद्र बनाम विजय वाद विचाराधीन है और न्यायालय से स्थगन आदेश भी पारित की गई है की मौके पर यथा स्थिति बनाये रखे परंतु बावजूद इसके उभय पक्षो द्वारा बार बार आदेश की धज्जिया उड़ाते हुए मकान का छत तोड़ दिया गया पीड़िता ने स्थानीय कोतवाली पर दर्जनों बार प्रार्थना दे कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाने का अपील किया जा रहा है परंतु कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश का पालन करवाने में नाकामयाब साबित हो रही है। पीड़ित ने एसपी कुशीनगर, डीआईजी,आईजी गोरखपुर मण्डल सहित उच्च अधिकारियो को पार्थना पत्र दे कर कार्यवाही की मांग की गई है परंतु लॉक डाउन में पुलिस हो या दबंग किसी पर भी न्यायालय के आदेश का कोई फर्क नही पड़ रहा है। और सरेआम कानून की धज्जिया उड़ती नजर आ रही है वही पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटक रहा है परंतु महीनो बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे उभय पक्षो का मनोबल बढ़ता जा रहा है पीड़िता ने दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया गया है की उभय पक्षो से जान माल का खतरा है अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके जिमेदार स्थानीय पुलिस प्रशासन और उक्त उभय पक्षो होंगे।

लॉक डाउन में पड़रौना कोतवाली पुलिस, न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया

लॉक डाउन में कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश की उड़ा रही है धज्जिया
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न्यायालय के आदेश का नही हुआ पालन,दबंगो ने तोड़ दी मकान नही हुई कार्यवाही
         फोटो: स्थगन आदेेेश की छायाप्रती
थाना कोतवाली पड़रौना से महज 100 कदम उत्तर स्थित एक दूकान पर माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्षो को यथा स्थिति बनाये रखने का आदेश पारित किया गया है न्यायालय के इस आदेश के बावजूद उभय पक्षो द्वारा मकान तोड़ने का ख़बर प्रकास में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पड़रौना राधिका गारमेंट्स के ठीक सामने एक इलेक्ट्रानिक की दूकान पिछले 20 सालो से चलती आ रही है जिसको लेकर सन् 2004 में न्यायालय सिविल जज (सी0जू0) पड़रौना में वाद संख्या 134/2002 राघवेंद्र बनाम विजय वाद विचाराधीन है और न्यायालय से स्थगन आदेश भी पारित की गई है की मौके पर यथा स्थिति बनाये रखे परंतु बावजूद इसके उभय पक्षो द्वारा बार बार आदेश की धज्जिया उड़ाते हुए मकान का छत तोड़ दिया गया पीड़िता ने स्थानीय कोतवाली पर दर्जनों बार प्रार्थना दे कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाने का अपील किया जा रहा है परंतु कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश का पालन करवाने में नाकामयाब साबित हो रही है। पीड़ित ने एसपी कुशीनगर, डीआईजी,आईजी गोरखपुर मण्डल सहित उच्च अधिकारियो को पार्थना पत्र दे कर कार्यवाही की मांग की गई है परंतु लॉक डाउन में पुलिस हो या दबंग किसी पर भी न्यायालय के आदेश का कोई फर्क नही पड़ रहा है। और सरेआम कानून की धज्जिया उड़ती नजर आ रही है वही पीड़ित न्याय के लिए दर दर भटक रहा है परंतु महीनो बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे उभय पक्षो का मनोबल बढ़ता जा रहा है पीड़िता ने दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया गया है की उभय पक्षो से जान माल का खतरा है अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके जिमेदार स्थानीय पुलिस प्रशासन और उक्त उभय पक्षो होंगे।

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 60 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए पुलिस के अधिकारों में बढ़ोतरी की है. अब पुलिस स्टेशन ऑफिसर आपदा प्रबंधन अधिनियम में अब सीधे कोर्ट में केस दायर करा सकेंगे. यानी अब थानेदार खुद केस दर्ज करके कोर्ट में ट्रायल शुरू कराएंगे. पहले जिला आपदा समिति की शिकायत पर ही केस दर्ज होता था।

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

UP सरकार का बड़ा फैसला, बढ़ाए गए पुलिस के अधिकार/लॉक डाउन का उलंघन करने पर होगी सख्त कार्यवाही

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 60 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए पुलिस के अधिकारों में बढ़ोतरी की है. अब पुलिस स्टेशन ऑफिसर आपदा प्रबंधन अधिनियम में अब सीधे कोर्ट में केस दायर करा सकेंगे. यानी अब थानेदार खुद केस दर्ज करके कोर्ट में ट्रायल शुरू कराएंगे. पहले जिला आपदा समिति की शिकायत पर ही केस दर्ज होता था।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

राशन वितरण में घटतौली, गरीब परेशान

गरीबों को वितरित होने वाले राशन में कदम-कदम पर घटतौली की जा रही है तथा जॉब कार्ड श्रमिक पंजीकृत मजदूरो से पैसा लेकर गल्ला वितरण का समाचार प्रकास में आया है।
कार्ड धारको से भी  गोदाम पर उठान के समय तो कोटेदारों के यहां कार्डधारकों को राशन वितरण के वक्त घटतौली आम हो चुकी है। फिर भी कागज पर शत-प्रतिशत खाद्यान्न वितरण में सबकुछ ठीकठाक दर्शाया जा रहा है।

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्राम सभा बांसगांव के कोटरदार कृष्ण कुमार द्वारा अनाज पर कोटेदार द्वारा कालाबाजारी कर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। घटतौली व कालाबाजारी का खेल बा दस्तूर जारी है। खाद्यान्न उठान से शुरू होता है। गोदाम से एक दो बोरी तौलकर शेष बोरी को औसत किलोग्राम मानकर दे दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार कई कोटेदार द्वारा राशन कार्ड धारकों को तौलने की बजाय नापकर खाद्यान्न बांटा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं कोटेदार द्वारा खाद्यान्न मात्र एक या दो दिन ही बांटा जाता है। यदि किसी कारणवश कार्डधारक ने इन तिथियों में अनाज नहीं लिया तो कोटेदार कागजों पर दर्शाकर अनाज बाजार में बेंच दे रहें हैं। हालांकि खाद्यान्न वितरण के लिए एक अधिकारी की भी नियुक्ति की जाती है। ताकि कालाबाजारी पर विराम लग सके, लेकिन चंद पैसे की खातिर उक्त अधिकारी भी गरीबों का पेट न देखकर आंख मूंदकर वितरण प्रमाणित कर देता है। कुछ यही हाल केरोसिन वितरण का है, जिसमें कार्ड धारकों को जहां प्रतिमाह तीन लीटर केरोसिन नहीं मिल पाता। वहीं इंजन चलाने के लिए कारखाना संचालक को केरोसिन आसानी से मिल जाता है। कोटेदार कृष्ण कुमार के उक्त रवैये को देखते हुए दर्जनों कार्ड धारको द्वारा कुशीनगर जिला कण्ट्रोल रूम में मोबाइल के माध्यम से शिकायत की गई है परंतु कोई कार्यवाही नही हुई।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

जॉब कार्ड धारको से पैसा लेकर कोटेदार दे रहे गल्ला घटतौली बा दस्तूर जारी।

राशन वितरण में घटतौली, गरीब परेशान

गरीबों को वितरित होने वाले राशन में कदम-कदम पर घटतौली की जा रही है तथा जॉब कार्ड श्रमिक पंजीकृत मजदूरो से पैसा लेकर गल्ला वितरण का समाचार प्रकास में आया है।
कार्ड धारको से भी  गोदाम पर उठान के समय तो कोटेदारों के यहां कार्डधारकों को राशन वितरण के वक्त घटतौली आम हो चुकी है। फिर भी कागज पर शत-प्रतिशत खाद्यान्न वितरण में सबकुछ ठीकठाक दर्शाया जा रहा है।

कुशीनगर जनपद के वि0ख0 दुदही के ग्राम सभा बांसगांव के कोटरदार कृष्ण कुमार द्वारा अनाज पर कोटेदार द्वारा कालाबाजारी कर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। घटतौली व कालाबाजारी का खेल बा दस्तूर जारी है। खाद्यान्न उठान से शुरू होता है। गोदाम से एक दो बोरी तौलकर शेष बोरी को औसत किलोग्राम मानकर दे दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार कई कोटेदार द्वारा राशन कार्ड धारकों को तौलने की बजाय नापकर खाद्यान्न बांटा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं कोटेदार द्वारा खाद्यान्न मात्र एक या दो दिन ही बांटा जाता है। यदि किसी कारणवश कार्डधारक ने इन तिथियों में अनाज नहीं लिया तो कोटेदार कागजों पर दर्शाकर अनाज बाजार में बेंच दे रहें हैं। हालांकि खाद्यान्न वितरण के लिए एक अधिकारी की भी नियुक्ति की जाती है। ताकि कालाबाजारी पर विराम लग सके, लेकिन चंद पैसे की खातिर उक्त अधिकारी भी गरीबों का पेट न देखकर आंख मूंदकर वितरण प्रमाणित कर देता है। कुछ यही हाल केरोसिन वितरण का है, जिसमें कार्ड धारकों को जहां प्रतिमाह तीन लीटर केरोसिन नहीं मिल पाता। वहीं इंजन चलाने के लिए कारखाना संचालक को केरोसिन आसानी से मिल जाता है। कोटेदार कृष्ण कुमार के उक्त रवैये को देखते हुए दर्जनों कार्ड धारको द्वारा कुशीनगर जिला कण्ट्रोल रूम में मोबाइल के माध्यम से शिकायत की गई है परंतु कोई कार्यवाही नही हुई।

दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: कोरोनावायरस के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के झटके.

नई दिल्ली: कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके (Earthquake News) लगभग 5 सेकंड तक महसूस किए गए हैं. बता दें कि देश में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है. भूकंप का केंद्र दिल्ली-यूपी था, वहीं इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई. 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. आशा है कि सभी लोग सुरक्षित हों. मैं आप में से हर एक की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.

भूकंप आने पर क्या करें क्या न करें...
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है लिफ्ट. कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं. झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.

अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो माचिस हरगिज़ न जलाएं क्‍योंकि इस दौरान गैस लीक होने का खतरा हो सकता है. हिलें नहीं, और धूल न उड़ाएं. किसी रूमाल या कपड़े से चेहरा ज़रूर ढक लें. किसी पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके. यदि कोई सीटी उपलब्ध हो तो बजाते रहें. यदि कोई और जरिया न हो, तो चिल्लाते रहें, हालांकि चिल्लाने से धूल मुंह के भीतर जाने का खतरा रहता है, सो, सावधान रहें

दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.5 मापी गई तीव्रता

Earthquake News: कोरोनावायरस के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के झटके.

नई दिल्ली: कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके (Earthquake News) लगभग 5 सेकंड तक महसूस किए गए हैं. बता दें कि देश में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है. भूकंप का केंद्र दिल्ली-यूपी था, वहीं इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई. 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. आशा है कि सभी लोग सुरक्षित हों. मैं आप में से हर एक की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.

भूकंप आने पर क्या करें क्या न करें...
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है लिफ्ट. कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं. झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.

अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो माचिस हरगिज़ न जलाएं क्‍योंकि इस दौरान गैस लीक होने का खतरा हो सकता है. हिलें नहीं, और धूल न उड़ाएं. किसी रूमाल या कपड़े से चेहरा ज़रूर ढक लें. किसी पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके. यदि कोई सीटी उपलब्ध हो तो बजाते रहें. यदि कोई और जरिया न हो, तो चिल्लाते रहें, हालांकि चिल्लाने से धूल मुंह के भीतर जाने का खतरा रहता है, सो, सावधान रहें

पत्रकारों की जिंदगी दिहाड़ी मजदूर से भी बद से बदतर हालात

पत्रकारों की जिंदगी दिहाड़ी मजदूर से भी बद से बदतर हालात
                 SEK IN INDIA NEWS
       वेतन बोर्ड अ‎धिनियम 1955 वेतन बोर्ड
1950 और 60 के दशक में, जब संग‎ठित श्रम क्षेत्रक पर्याप्त संघीकरण या पर्याप्त सौदेबाजी क्षमता से र‎हित ट्रेड यू‎नियनों के ‎बिना अपने ‎विकास के उदयीमान चरण में था, सरकार ने वेतन ‎निर्धारण के क्षेत्र में उठने वाली समस्याओं के मूल्यांकन के ‎लिए अनेक वेतन बोर्डो का गठन ‎किया। वेतन बोर्ड ‎त्रिकाणीय प्रकृ‎ति के होते हैं ‎जिनमें श्र‎मिकों, कर्मचा‎रियों और स्वतंत्र सदस्यों की भागीदारी होती है और अनुशंसाओं को अं‎तिम रुप ‎दिया जाता है। समय के साथ–साथ, यह महसूस ‎किया गया ‎कि ‎‎विभिन्न क्षेत्रकों में कर्मचा‎रियों के संदर्भ में सरकार को वेतन दर ‎निर्धा‎रित करने की जरुरत नहीं है तथा यह ‎जिम्मेदारी उद्योग पर भी सौंपी जा सकती है। हालां‎कि, पत्रकारों, गैर-पत्रकार समाचारपत्रों तथा न्यूज एजेंसी के कर्मचा‎रियों के ‎लिए वेतनों का भुगतान अभी भी वेतन बोर्डों द्वारा की ‎किया जाता है क्यों‎कि वेतन बोर्डों द्वारा ‎दिया गया पा‎रितो‎षिक असं‎विधिक प्रकृ‎ति का होता है, इन वेतन बोर्डों द्वारा की गई अनुशंसाएं कानून के अंतर्गत प्रवर्तनीय नहीं होतीं।
असं‎विधिक वेतन बोर्ड की अह‎मियत समय के साथ–साथ ‎गिरती गई और 1966 के बाद गन्ना उद्योग के अलावा ‎किसी भी असं‎विधिक बोर्ड का गठन नहीं हुआ। इस प्रकार के अं‎तिम बोर्ड का गठन 1985 मे हुआ था। ट्रेड यू‎नियन, जो इन उद्योगों में मजबूती के साथ ‎विक‎सित हुए, प्रबंधन के साथ खुद से वेतन समझौता करने के ‎लिए सक्षम हैं। इस प्रचलन के भ‎विष्य में भी लगातार जारी रहने की संभावना है।
श्रमजीवी और अन्य समाचार पत्र कर्मचारी (सेवा की शर्तें) ‎विविध प्रावधान अ‎धिनियम, 1955 (1955 का 45) (संक्षेप में अ‎धिनियम) श्रमजीवी पत्रकारों और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों की सेवा की शर्तों के ‎लिए ‎विनियमन प्रदान करता है। इस अ‎धिनियम की धारा 9 और 13सी, अन्य ‎विषयों में क्रमश: श्रमजीवी पत्रकार और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों के संबंध में वेतन दरों के ‎निर्धारण अथवा सुधार के ‎लिए दो वेतन बोर्डों के गठन के ‎लिए कानून का प्रावधान मुहैया करता है। केन्द्र सरकार आवश्यकता पड़ने पर, वेतन बोर्डों का गठन करेगी ‎जिसमें समाचारपत्र प्र‎तिष्ठानों से संबं‎धित तीन व्य‎क्तियों का प्र‎तिनिधित्व होगा;
तीन व्य‎क्ति समाचार पत्र प्र‎तिष्ठानों के संबंध में ‎नियोक्ताओं का प्र‎तिनि‎धित्व करेंगे;
तीन व्य‎क्ति इस अ‎धिनियम की धारा 9 के अंतर्गत वेतन बोर्ड के ‎लिए श्रमजीवी पत्रकारों का प्र‎तिनिधित्व करेंगे और तीन व्य‎क्ति धारा 13सी के इंतर्गत गैर-पत्रकार समाचार पत्र कर्मचा‎रियों का प्र‎तिनिधित्व करेंगे।
चार स्वतंत्र व्य‎क्ति, उनमें से एक वह व्य‎क्ति होंगे जो उच्च न्यायालय अथवा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं अथवा रह चुके हैं तथा उनकी ‎नियु‎क्ति अध्यक्ष के रुप में सरकार द्वारा की जाएगी।
1955 से सरकार ने श्रमजीवी पत्रकार और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों के ‎लिए 6 वेतन बोर्डों का गठन कर चुकी है। ‎निम्न‎लिखित ता‎लिका में वेतन बोर्ड के गठन के ‎विवरण एवं अन्य संबं‎धित ‎विवरण ‎दिए गए हैं।
भारत सरकार ने 2007 में श्रमजीवी पत्रकार और अन्य समाचार पत्र कर्मचारी (सेवा की शर्तें) ‎विविध प्रावधान अ‎धिनियम, 1955 के प्रावधान के अनुसार छठे वेतन बोर्ड के रुप में न्यायाधीश कुरुप की अध्यक्षता में दो वेतन बोर्डों (मजी‎ठिया) का गठन ‎किया, एक श्रमजीवी पत्रकार तथा दूसरा गैर-पत्रकार समाचार पत्र कर्मचा‎रियों के ‎लिए। अध्यक्ष, न्यायाधीश के. नारायण कुरुप ने 31 जुलाई 2008 को त्यागपत्र दे ‎दिया। इसके बाद, न्यायधीश जी. आर. मजी‎ठिया ने 4 मार्च 2009 की अध्यक्ष के रुप में पदभार संभाला। माजी‎तिया वेतन बोर्ड ने भारत सरकार को 31 ‎दिसम्बर 2010 को अपनी अं‎तिम ‎रिपोर्ट सौंपी ।
सरकार ने मजी‎ठिया वेतन बोर्ड की अनुशंसाओं को स्वीकार ‎किया और इसी के अनुसार इसे प्रका‎शित ‎किया गया, दे‎खिए एस.ओ. संख्या 2532 (ई) ‎दिनांक 11/11/2011. इन अनुशंसाओं को मंत्रालय की वेबसाइट पर तथा प‎ब्लिक डोमेन में अपलोड कर ‎दिया गया। यह अ‎धिसूचना एबीपी प्राइवेट ‎लिमिटेड और एएन आर बनाम भारत संघ तथा अन्य के मामले में 2011 की ‎रिट या‎चिका (‎सिविल) संख्या 246 के प‎रिणाम के अधीन है। इसके अ‎तिरिक्त, वेतन बोर्ड की कानूनी वैधता तथा माजी‎तिया वेतन बोर्ड की अनुशसाओं को ‎‎क्रिया‎न्वित न करने के संबंध में ‎विभिन्न समाचार पत्र कर्मचा‎रियों द्वारा ‎सितम्बर 2012 तक 11 अन्य ‎रिट या‎चिकाएं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष दायर की गईं। मजी‎ठिया वेतन बोर्ड की अनुशंसाओं के ‎क्रियान्वयन पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का कोई स्थगन आदेश नहीं है। सभी रिट याचिकाओं की सुनवाई 05.02.2013 को शुरू हुई और उक्त मामले समय-समय पर सुनवाई के लिए 09 जनवरी, 2014 तक जब तक कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने फैसले को सुरक्षित रखा है, प्रस्तुत होते रहे। 2011 के डब्ल्यूपी नंबर 246 और अन्य इंगित कोर्ट केसों में माननीय उच्चतम न्यायालय ने 07.02.2014 को इस निर्देश के साथ अपना फैसला सुनाया है कि:
“सभी रिट याचिकाएं खारिज कर दी गई है और मजदूरी यथा परिशोधित/निर्धारित रूप से 11.11.2011 से जब भारत सरकार ने मजिठिया वेतनबोर्ड की सिफारिशों को अधिसूचित किया है, देय होगा। सभी बकाये राशि को मार्च, 2014 तक सभी पात्र व्य‎‎‎क्तियों में चार समान किस्तों में 07.02.2014 से एक वर्ष के भीतर भुगतान किया जाएगा और अप्रैल, 2014 के बाद से परिशोधित मजदूरी का भुगतान जारी रखा जाएगा।”

माननीय उच्चतम न्यायालय के उपरोक्त फैसले से सभी राज्य सरकारों/केन्द्र शासित प्रदेशों को मार्च, 2014 में सूचित कर दिया गया है।

अनुशंसाओं के ‎क्रियांवयन की प्राथ‎मिक ‎जिम्मेदारी राज्य सरकार/केन्द्र शा‎सित प्रदेश की है। इसी अनुसार, अ‎धिसूचना की एक प्र‎ति (‎हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनों में) सभी राज्य सरकारों/केन्द्र शा‎सित प्रदेशों को इस मंत्रालय की ‎चिट्ठी ‎दिनां‎कित 24/11/2011 को भेज दी गई थी। अ‎धिसूचना के ‎क्रियान्वयन की ‎निगरानी हेतु प्रधान श्रम एवं रोजगार सलाहकार की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति का गठन ‎किया गया है ‎जिसमें संयुक्त स‎चिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं प्रधान श्रम आयुक्त (केंद्रीय) सदस्य के तौर पर हैं तथा उप महा‎निदेशक सदस्य स‎चिव हैं। ‎त्रिपक्षीय अनुवीक्षण स‎मिति के गठन से संबं‎धित श्रम और रोजगार मंत्रालय का ‎दिनांक 24.04.2012 का आदेश राज्यों/संघ शा‎सित प्रदेशों के सभी श्रम स‎चिवों को पृष्ठां‎कित करते हुए स‎मिति के सभी सदस्यों को भेज ‎दिया गया है।
केन्द्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति की प्रथम बैठक प्रधान श्रम एवं रोजगार सलाहकार की अध्यक्षता में 24/09/2012 को हैदराबार में आयो‎जित की गई थी। त‎मिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश राज्यों से आए अ‎धिकारी बैठक में उप‎स्थित हुए। 5 पूर्वी राज्यों नामत: ‎बिहार, छत्तीसगढ़, प‎श्चिम बंगाल, झारखण्ड और उड़ीसा के संबंध में वेतन बोर्ड ‎निर्णयों के कार्यान्वयन की सं‎विधियों की समीक्षा करने के ‎लिए भुवनेश्वर में 13/09/2013 को केंद्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति की दूसरी बैठक आयो‎जित की गई थी।पश्चिमी क्षेत्र के सात राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों अर्थात् राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा, दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के लिए 21.04.2014 को इसकी तीसरी बैठक मुंबई (महाराष्ट्र) में आयोजित हुई। उतरी क्षेत्र के आठ राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों अर्थात् जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के संबंध में सीएलएमसी की चौथी बैठक दिनांक 10.06.2014 को दिल्ली (श्रम शक्ति भवन) में आयोजित की गई।

पत्रकारों की जिंदगी दिहाड़ी मजदूर से भी बद से बदतर हालात

पत्रकारों की जिंदगी दिहाड़ी मजदूर से भी बद से बदतर हालात
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       वेतन बोर्ड अ‎धिनियम 1955 वेतन बोर्ड
1950 और 60 के दशक में, जब संग‎ठित श्रम क्षेत्रक पर्याप्त संघीकरण या पर्याप्त सौदेबाजी क्षमता से र‎हित ट्रेड यू‎नियनों के ‎बिना अपने ‎विकास के उदयीमान चरण में था, सरकार ने वेतन ‎निर्धारण के क्षेत्र में उठने वाली समस्याओं के मूल्यांकन के ‎लिए अनेक वेतन बोर्डो का गठन ‎किया। वेतन बोर्ड ‎त्रिकाणीय प्रकृ‎ति के होते हैं ‎जिनमें श्र‎मिकों, कर्मचा‎रियों और स्वतंत्र सदस्यों की भागीदारी होती है और अनुशंसाओं को अं‎तिम रुप ‎दिया जाता है। समय के साथ–साथ, यह महसूस ‎किया गया ‎कि ‎‎विभिन्न क्षेत्रकों में कर्मचा‎रियों के संदर्भ में सरकार को वेतन दर ‎निर्धा‎रित करने की जरुरत नहीं है तथा यह ‎जिम्मेदारी उद्योग पर भी सौंपी जा सकती है। हालां‎कि, पत्रकारों, गैर-पत्रकार समाचारपत्रों तथा न्यूज एजेंसी के कर्मचा‎रियों के ‎लिए वेतनों का भुगतान अभी भी वेतन बोर्डों द्वारा की ‎किया जाता है क्यों‎कि वेतन बोर्डों द्वारा ‎दिया गया पा‎रितो‎षिक असं‎विधिक प्रकृ‎ति का होता है, इन वेतन बोर्डों द्वारा की गई अनुशंसाएं कानून के अंतर्गत प्रवर्तनीय नहीं होतीं।
असं‎विधिक वेतन बोर्ड की अह‎मियत समय के साथ–साथ ‎गिरती गई और 1966 के बाद गन्ना उद्योग के अलावा ‎किसी भी असं‎विधिक बोर्ड का गठन नहीं हुआ। इस प्रकार के अं‎तिम बोर्ड का गठन 1985 मे हुआ था। ट्रेड यू‎नियन, जो इन उद्योगों में मजबूती के साथ ‎विक‎सित हुए, प्रबंधन के साथ खुद से वेतन समझौता करने के ‎लिए सक्षम हैं। इस प्रचलन के भ‎विष्य में भी लगातार जारी रहने की संभावना है।
श्रमजीवी और अन्य समाचार पत्र कर्मचारी (सेवा की शर्तें) ‎विविध प्रावधान अ‎धिनियम, 1955 (1955 का 45) (संक्षेप में अ‎धिनियम) श्रमजीवी पत्रकारों और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों की सेवा की शर्तों के ‎लिए ‎विनियमन प्रदान करता है। इस अ‎धिनियम की धारा 9 और 13सी, अन्य ‎विषयों में क्रमश: श्रमजीवी पत्रकार और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों के संबंध में वेतन दरों के ‎निर्धारण अथवा सुधार के ‎लिए दो वेतन बोर्डों के गठन के ‎लिए कानून का प्रावधान मुहैया करता है। केन्द्र सरकार आवश्यकता पड़ने पर, वेतन बोर्डों का गठन करेगी ‎जिसमें समाचारपत्र प्र‎तिष्ठानों से संबं‎धित तीन व्य‎क्तियों का प्र‎तिनिधित्व होगा;
तीन व्य‎क्ति समाचार पत्र प्र‎तिष्ठानों के संबंध में ‎नियोक्ताओं का प्र‎तिनि‎धित्व करेंगे;
तीन व्य‎क्ति इस अ‎धिनियम की धारा 9 के अंतर्गत वेतन बोर्ड के ‎लिए श्रमजीवी पत्रकारों का प्र‎तिनिधित्व करेंगे और तीन व्य‎क्ति धारा 13सी के इंतर्गत गैर-पत्रकार समाचार पत्र कर्मचा‎रियों का प्र‎तिनिधित्व करेंगे।
चार स्वतंत्र व्य‎क्ति, उनमें से एक वह व्य‎क्ति होंगे जो उच्च न्यायालय अथवा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं अथवा रह चुके हैं तथा उनकी ‎नियु‎क्ति अध्यक्ष के रुप में सरकार द्वारा की जाएगी।
1955 से सरकार ने श्रमजीवी पत्रकार और गैर-पत्रकार समाचारपत्र कर्मचा‎रियों के ‎लिए 6 वेतन बोर्डों का गठन कर चुकी है। ‎निम्न‎लिखित ता‎लिका में वेतन बोर्ड के गठन के ‎विवरण एवं अन्य संबं‎धित ‎विवरण ‎दिए गए हैं।
भारत सरकार ने 2007 में श्रमजीवी पत्रकार और अन्य समाचार पत्र कर्मचारी (सेवा की शर्तें) ‎विविध प्रावधान अ‎धिनियम, 1955 के प्रावधान के अनुसार छठे वेतन बोर्ड के रुप में न्यायाधीश कुरुप की अध्यक्षता में दो वेतन बोर्डों (मजी‎ठिया) का गठन ‎किया, एक श्रमजीवी पत्रकार तथा दूसरा गैर-पत्रकार समाचार पत्र कर्मचा‎रियों के ‎लिए। अध्यक्ष, न्यायाधीश के. नारायण कुरुप ने 31 जुलाई 2008 को त्यागपत्र दे ‎दिया। इसके बाद, न्यायधीश जी. आर. मजी‎ठिया ने 4 मार्च 2009 की अध्यक्ष के रुप में पदभार संभाला। माजी‎तिया वेतन बोर्ड ने भारत सरकार को 31 ‎दिसम्बर 2010 को अपनी अं‎तिम ‎रिपोर्ट सौंपी ।
सरकार ने मजी‎ठिया वेतन बोर्ड की अनुशंसाओं को स्वीकार ‎किया और इसी के अनुसार इसे प्रका‎शित ‎किया गया, दे‎खिए एस.ओ. संख्या 2532 (ई) ‎दिनांक 11/11/2011. इन अनुशंसाओं को मंत्रालय की वेबसाइट पर तथा प‎ब्लिक डोमेन में अपलोड कर ‎दिया गया। यह अ‎धिसूचना एबीपी प्राइवेट ‎लिमिटेड और एएन आर बनाम भारत संघ तथा अन्य के मामले में 2011 की ‎रिट या‎चिका (‎सिविल) संख्या 246 के प‎रिणाम के अधीन है। इसके अ‎तिरिक्त, वेतन बोर्ड की कानूनी वैधता तथा माजी‎तिया वेतन बोर्ड की अनुशसाओं को ‎‎क्रिया‎न्वित न करने के संबंध में ‎विभिन्न समाचार पत्र कर्मचा‎रियों द्वारा ‎सितम्बर 2012 तक 11 अन्य ‎रिट या‎चिकाएं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष दायर की गईं। मजी‎ठिया वेतन बोर्ड की अनुशंसाओं के ‎क्रियान्वयन पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का कोई स्थगन आदेश नहीं है। सभी रिट याचिकाओं की सुनवाई 05.02.2013 को शुरू हुई और उक्त मामले समय-समय पर सुनवाई के लिए 09 जनवरी, 2014 तक जब तक कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने फैसले को सुरक्षित रखा है, प्रस्तुत होते रहे। 2011 के डब्ल्यूपी नंबर 246 और अन्य इंगित कोर्ट केसों में माननीय उच्चतम न्यायालय ने 07.02.2014 को इस निर्देश के साथ अपना फैसला सुनाया है कि:
“सभी रिट याचिकाएं खारिज कर दी गई है और मजदूरी यथा परिशोधित/निर्धारित रूप से 11.11.2011 से जब भारत सरकार ने मजिठिया वेतनबोर्ड की सिफारिशों को अधिसूचित किया है, देय होगा। सभी बकाये राशि को मार्च, 2014 तक सभी पात्र व्य‎‎‎क्तियों में चार समान किस्तों में 07.02.2014 से एक वर्ष के भीतर भुगतान किया जाएगा और अप्रैल, 2014 के बाद से परिशोधित मजदूरी का भुगतान जारी रखा जाएगा।”

माननीय उच्चतम न्यायालय के उपरोक्त फैसले से सभी राज्य सरकारों/केन्द्र शासित प्रदेशों को मार्च, 2014 में सूचित कर दिया गया है।

अनुशंसाओं के ‎क्रियांवयन की प्राथ‎मिक ‎जिम्मेदारी राज्य सरकार/केन्द्र शा‎सित प्रदेश की है। इसी अनुसार, अ‎धिसूचना की एक प्र‎ति (‎हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनों में) सभी राज्य सरकारों/केन्द्र शा‎सित प्रदेशों को इस मंत्रालय की ‎चिट्ठी ‎दिनां‎कित 24/11/2011 को भेज दी गई थी। अ‎धिसूचना के ‎क्रियान्वयन की ‎निगरानी हेतु प्रधान श्रम एवं रोजगार सलाहकार की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति का गठन ‎किया गया है ‎जिसमें संयुक्त स‎चिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं प्रधान श्रम आयुक्त (केंद्रीय) सदस्य के तौर पर हैं तथा उप महा‎निदेशक सदस्य स‎चिव हैं। ‎त्रिपक्षीय अनुवीक्षण स‎मिति के गठन से संबं‎धित श्रम और रोजगार मंत्रालय का ‎दिनांक 24.04.2012 का आदेश राज्यों/संघ शा‎सित प्रदेशों के सभी श्रम स‎चिवों को पृष्ठां‎कित करते हुए स‎मिति के सभी सदस्यों को भेज ‎दिया गया है।
केन्द्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति की प्रथम बैठक प्रधान श्रम एवं रोजगार सलाहकार की अध्यक्षता में 24/09/2012 को हैदराबार में आयो‎जित की गई थी। त‎मिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश राज्यों से आए अ‎धिकारी बैठक में उप‎स्थित हुए। 5 पूर्वी राज्यों नामत: ‎बिहार, छत्तीसगढ़, प‎श्चिम बंगाल, झारखण्ड और उड़ीसा के संबंध में वेतन बोर्ड ‎निर्णयों के कार्यान्वयन की सं‎विधियों की समीक्षा करने के ‎लिए भुवनेश्वर में 13/09/2013 को केंद्रीय स्तर की अनुवीक्षण स‎मिति की दूसरी बैठक आयो‎जित की गई थी।पश्चिमी क्षेत्र के सात राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों अर्थात् राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा, दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के लिए 21.04.2014 को इसकी तीसरी बैठक मुंबई (महाराष्ट्र) में आयोजित हुई। उतरी क्षेत्र के आठ राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों अर्थात् जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के संबंध में सीएलएमसी की चौथी बैठक दिनांक 10.06.2014 को दिल्ली (श्रम शक्ति भवन) में आयोजित की गई।

ई-पास के लिए उत्तर प्रदेश में ऐसे करें अप्लाई

ई-पास के लिए उत्तर प्रदेश में ऐसे करें अप्लाई

              SEK IN INDIA NEWS
लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में 21 दिनों का लाॉकडाउन किया है। यानी इस दौरान लोग घरों में रह रहे हैं। इस दौरान लगभग सभी कमर्शल और प्राइवेट सर्विसेज बंद हैं। कुछ जरूरी सेवाएं जैसे किराना दुकानें, मेडिकल स्टोर, अस्पताल, पेट्रोल पंप, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व टेलिकम्युनिकेशन सर्विसेज को खुला रखा गया है। लेकिन इन सेवाओं को मुहैया कराने वाले लोगों को भी कर्फ्यू पास के साथ ही कहीं आने-जाने की अनुमति दी गई है।
UP में ई-पास कौन कर सकता है अप्लाई
जैसा कि हमने बताया कि सरकार ने ई-पास लॉन्च किया है। इसका मकसद उन लोगों के लिए आने-जाने और ट्रांसपोर्टेशन में मदद करना है जो लोग जरूरी सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ट्रैवल कर रहे हैं। इसके अलावा किसी इमरजेंसी काम के लिए भी कर्फ्यू पास अप्लाई किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि पास अप्लाई करने के लिए वैलिड रीजन होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश में ई-पास अप्लाई करने का तरीका

1. सबसे पहले अपने स्मार्टफोन या पीसी पर ‘http://164.100.68.164/UPePass2/’ई पास अप्लाई करने के लिए क्लिक करे खोलें

2. अब सबसे ऊपर दांये कोने में दिए ePassऑप्शन पर क्लिक करें

3. अब अपना फोन नंबर का इस्तेमाल कर खुद को रजिस्टर करें और अगले स्टेप के लिए OTP एंटर करें

4. इसके बाद एक ऐप्लिकेशन खुलेगा जिसमें नाम, जन्मतिथि, जेंडर, जिला, तहसील जैसी आदि जानकारी डालनी होंगी

5. अब declaration स्वीकार करे और Submit बटन पर क्लिक करें

6. भविष्य में स्टेटस ट्रैक करने के लिए ईपासआईडी को सेव कर लें

ई-पास के लिए उत्तर प्रदेश में ऐसे करें अप्लाई

ई-पास के लिए उत्तर प्रदेश में ऐसे करें अप्लाई

              SEK IN INDIA NEWS
लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में 21 दिनों का लाॉकडाउन किया है। यानी इस दौरान लोग घरों में रह रहे हैं। इस दौरान लगभग सभी कमर्शल और प्राइवेट सर्विसेज बंद हैं। कुछ जरूरी सेवाएं जैसे किराना दुकानें, मेडिकल स्टोर, अस्पताल, पेट्रोल पंप, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व टेलिकम्युनिकेशन सर्विसेज को खुला रखा गया है। लेकिन इन सेवाओं को मुहैया कराने वाले लोगों को भी कर्फ्यू पास के साथ ही कहीं आने-जाने की अनुमति दी गई है।
UP में ई-पास कौन कर सकता है अप्लाई
जैसा कि हमने बताया कि सरकार ने ई-पास लॉन्च किया है। इसका मकसद उन लोगों के लिए आने-जाने और ट्रांसपोर्टेशन में मदद करना है जो लोग जरूरी सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ट्रैवल कर रहे हैं। इसके अलावा किसी इमरजेंसी काम के लिए भी कर्फ्यू पास अप्लाई किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि पास अप्लाई करने के लिए वैलिड रीजन होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश में ई-पास अप्लाई करने का तरीका

1. सबसे पहले अपने स्मार्टफोन या पीसी पर ‘http://164.100.68.164/UPePass2/’ई पास अप्लाई करने के लिए क्लिक करे खोलें

2. अब सबसे ऊपर दांये कोने में दिए ePassऑप्शन पर क्लिक करें

3. अब अपना फोन नंबर का इस्तेमाल कर खुद को रजिस्टर करें और अगले स्टेप के लिए OTP एंटर करें

4. इसके बाद एक ऐप्लिकेशन खुलेगा जिसमें नाम, जन्मतिथि, जेंडर, जिला, तहसील जैसी आदि जानकारी डालनी होंगी

5. अब declaration स्वीकार करे और Submit बटन पर क्लिक करें

6. भविष्य में स्टेटस ट्रैक करने के लिए ईपासआईडी को सेव कर लें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय बैठक,14 के बाद क्या खुलेगा क्या बन्द रहेगा, जाने

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय बैठक

               SEK IN INDIA NEWS

प्रदेश सरकार ने यह किया तय_
_*1*. सभी जिलों में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। जिलों के दो वर्ग होंगे। ए वर्ग में वे जिले होंगे जहां 14 अप्रैल तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है। वर्ग बी में वह जिलेे होंगे जहां पॉजिटिव केस मिल चुके हैं या 14 अप्रैल तक और मिलने की आशंका है।_
ए वर्ग वाले जिलों में कुछ रियायतें दी जाएंगी।_
बी वर्ग वाले जिलों में प्रतिबंध पूरी तरह से जारी रहेगा।
2. जिलों में चिह्नित किए गए हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह का मूवमेंट पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। यहां प्रशासन राशन और अन्य जरूरी सामान की व्यवस्था करेगा।_
-3 30 अप्रैल तक प्रदेश में कहीं भी पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध रहेेगा और धारा 144 लागू रहेगी।_
4. 31 मई तक पूरे प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग की नीति भी इसी तारीख तक लागू रहेगी।__
6. वर्ग बी के जिलों की सीमाएं सील रहेंगी और सामान का परिवहन भी जिलों की सीमा के अंदर नहीं होगा। वर्ग ए के जिलों में जिलाधिकारी की अनुमति से परिवहन में रियायत दी जा सकती है। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच कोई आवागमन नहीं होगा। वर्तमान में लागू पास मान्य होंगे। स्वास्थ्य परीक्षण आदि जारी रहेगा।_
7. हॉटस्पॉट वाले इलाकों को छोड़कर जोखिम का आकलन कर डीएम निर्माण, औद्योगिक उत्पादन और खनन की अनुमति दे सकेंगे।_
8. स्टांप एवं रजिट्रेशन की सभी जिलों में नियमों के अधीन अनुमति।_

ये भी हुआ तय
9. ये रहेंगे बंद : होटल, धर्मशाला, होम स्टे, मॉल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, जिम, रेस्टूरेंट, बार, धार्मिक संस्थान आदि बंद रहेंगे। जिलाधिकारी की अनुमति के बिना किसी कार्मिक या अन्य व्यक्ति को हटाया नहीं जाएगा।_
10*. हॉटस्पॉट को छोड़कर इनको रहेगी अनुुमति : खेती किसानी, बागवानी, मौन पालन, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, कटाई बुवाई आदि को अनुमित रहेगी। राज्य की सीमा से बाहर और वर्ग बी वाले जिलों से श्रमिक नहीं लाए जा सकेंगे।_
11*. 15 मई तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।_
12*. अस्पतालों आदि को छोड़कर 15 मई तक प्रदेश मे एयर कंडीशनर के उपयोग पर भी रोक।_
13*. रियायत : वर्ग ए वाले जिलों के बीच सात बजे से लेकर एक बजे के बीच खुद के वाहनों से यात्रा हो सकेगी। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच वाहन नहीं चलेेंगे, केवल आवश्यक सामान की ढुलाई हो सकेगी।_
14. वर्ग ए वाले जिलों सहित अगर कहीं कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आते हैं तो प्रतिबंध अधिक सख्त किए जाएंगे।_
15. क्वारंटीन होने वालों को इधर-उधर आने-जाने की इजाजत नहीं होगी।_
16. सभी निजी अस्पताल और अन्य चिकित्सीय संस्थाएं प्रदेश में खुली रहेंगी और सोशल डिस्टेंस नीति का पालन होगा।
17. सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनरेगा को वर्ग ए जिलों में अनुमति होगी।

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शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव

शहरो की तर्ज पर प्रधान ने गांव को बना दिये स्मार्ट गांव तथा स्मार्ट पार्क-: काम बोलता है। जयप्रकाश यादव।   जनपद कुशीनगर के ग्रामसभा ठाड़ीभार ...