बिहार प्रशासन ने किया उत्तर प्रदेश सीमा सील-:रामआधार द्रिवेदी की ख़ास रिपोर्ट
रामआधार द्रिवेदी की ख़ास रिपोर्ट
कुशीनगर। सीमावर्ती बिहार प्रान्त के गोपालगंज जिला प्रशासन ने यूपी बिहार सीमा को सील कराया और सीमा पर शिफ्टवार मजिस्ट्रेट की तैनाती कर आवश्यक निर्देश दिया। जिससे अब बिहार में किसी के भी प्रवेश पर पूरी तरह से पाबन्दी लग गयी है।
उत्तर प्रदेश सीमा पर एनएच 28 को सील कराने आये जिलाधिकारी गोपालगंज डॉ. मु. अरसद अजीज ने शिफ्टवार डियूटी में तैनात किए गए मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस दौरान इमेरजैंसी एम्बुलेंस, आवश्यक सामग्री सेवा बहाल रखा गया है। इसके अलावे सक्षम अधिकारी द्वारा जारी पास धारक ही बिहार में प्रवेश पाने के पात्र होगें। बिना पास का कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत रूप से बिहार में प्रवेश करने का प्रयास करेगा, उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इस तरह आठ घण्टे का तीन शिफ्ट बनाते हुए मौके पर तीन मजिस्ट्रेट तैनात किए गए है। जो सीमा की निगरानी के साथ पल पल की रिपोर्टिंग कंट्रोल रूम को कर रहे है। विश्व में महामारी के रूप में फैली कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम व सजगता के लिए शुक्रवार को गोपालगंज जनपद के जिलाअधिकारी डा० मु. अरसद अजीज ने उत्तर प्रदेश से होकर बिहार को जाने वाले एनएच 28 के साथ ही बिहार को जोड़ने वाले उन सभी सीमाओ को बेरिकेटिंग करके पूर्ण रूप से सील कराया। वही हर एक व्यक्ति के साथ ही छोटे और बड़े वाहनों को बिना पास का बिहार प्रदेश में प्रवेश पर प्रभावी तरीके से रोक लगाते हुए पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। जिसकी निगरानी गोपालगंज जनपद के तीन मजिस्ट्रेट के जिम्मे रहेगी, जो तीन शिफ्टों में बार्डर की देखभाल करेंगे । वहीं इस कड़ाके की धूप में फिरोजाबाद जनपद से लगभग 15 दर्जन लोग ट्रक और डीसीएम से सलेमगढ चौराहे के आसपास उतरे और पैदल बिहार सीमा में प्रवेश के लिए निकले तो हाइवे पर स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी के पास अपनी सीमा क्षेत्र में खड़ी बिहार पुलिस ने उन्हें रोक कर पुनः उतर प्रदेश में वापस भेज दिया, लेकिन कुछ लोग पैदल खेतों के रास्ते चल दिए, फिर बिहार पुलिस के जवानों ने उन्हें दौड़ाकर उत्तर प्रदेश में वापस कर दिया। बार्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर बेरीकेटिंग करके प्रवेश पास की जांच करने के बाद ही बिहार प्रदेश में प्रवेश दिया जा रहा है, लेकिन इमेरजैंसी सेवा को बहाल रखा गया है। बार्डर सील होने के बाद लोग काफी परेशान दिखे। बहरहाल जो भी हो बिहार प्रशासन सतर्क दिख रहा है।
इन्सर्ट
अब खेतों के रास्ते अपने घर पहुचंना बनी विवशता
तरयासुजान थाना क्षेत्र के उत्तर प्रदेश व बिहार सिमा पर स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी के पास शुक्रवार को सुबह से बेरीकेटिंग को देखकर बाहर से पैदल निकले मजदूर अब खेतों के रास्ते पैदल निकलना चालू कर दिए हैं। वहीं बिहार पुलिस सीमा से लगने वाले हर मार्ग को सील कर प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं बाहर से आ रहे मजदूर अपने गांव तक पहुँचने और बिहार सीमा के सील हो जाने के बाद खेत व पगडंडी रास्तों से यात्रा कर अपने मंजिल को निकल पड़े है। जिससे उन्हें पानी, खराब रास्ते, अधिक दूरी सहित कई अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
बॉर्डर सील होने के बाद पानी और भोजन के लिए तरस रहे हैं मजदूर
देश में फैली महामारी ने सबके सामने एक बड़ा संकट खड़ा कर रखा है। हर व्यक्ति कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ रहा है। ऐसे में गरीबी और मजबूरी ने कुछ लोगों से उनके सपनो पर ग्रहण लगा दिया है। यह कोई नही जानता हैं कि उसे कब और कैसी यात्रा करने को विवश होना पड़ सकता है। आम आदमी की सोच और सपने भगवान के आगे उल्टा नजर आ रहा है। तभी तो दूर प्रदेश से मजदूर इस चिलचिलाती धूप में भूखे प्यासे पैदल अपने मंजिल के लिए निकल पड़े है, लेकिन आज जो दृश्य देखने को मिला वह झकझोर कर रख दिया, बेबश, लाचार लोग भूखे प्यासे छांव के तलाश में रोड़ और खेतों के किनारे छांव में बैठ भगवान की दुहाई लगा रहे थे, लेकिन कोई इन मजदूरों का सुधि लेने वाला भी नहीं मिला।
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